Monday, December 2, 2013

ये है वो पंजाबी महिला जिसका दम पंजाबी ही नहीं ओबामा भी भरते है इनके काम को ओबामा भी कर चुके हैं सलाम



 
चंडीगढ़ । एक ताकतवर राजनीतिक घराने की बहू और बेटी, उपमुख्यमंत्री की पत्नी, एक विधायक की बहन और खुद सांसद। इनके सामाजिक संस्था के कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा आते हैं और इन्हें मोटिवेट करते हैं। इस छोटे से इंट्रोडक्शन से ही इनके ताकत का अंदाजा लगाया जा सकता है। 
मगर इनके काम करने का अंदाज बिलकुल अलग है। चेहरे की शालीनता और बात करने का अंदाज किसी को भी अपनी ओर आकर्षित करने में काफी है। गरीबों और खास तौर पर गरीब, कमजोर महिलाओं के विकास के लिए इनके विजन काबिले तारीफ हैं। 
राजनीति में ज्यादा दिन नहीं होने के बाद भी संसद में उठाए गए इनके मुद्दे सबको आकर्षित करते हैं क्योंकि वो होते ही इतने संवेदनशील हैं। संसद के अपने पहले भाषण में ही जब इन्होंने 1984 के सिख दंगे जैसे गंभीर मुद्दे को उठाया तो बस लोग इन्हें सुनते ही रह गएं। 
अब आप समझ गए होंगे की हम किसकी बात कर रहे हैं।जिन्होंने  लड़किओं  के लिए एक अलग मुकाम बनाया है नन्ही छा प्रोग्राम चला कर पंजाब में भरून  हत्या को समाप्त करने के कगार पैर ला दिया है  जी हां हम बात कर रहे हैं पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की बहू और उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की पत्नी सांसद हरसिमरत कौर बादल के बारे में।
हरसिमरत कौर का जन्म दिल्ली में हुआ था। 25 जुलाई 1966 को जन्मीं हरसिमरत के भाई बिक्रम सिंह मजीठा भी अकाली दल के विधायक हैं। इनका परिवार पंजाब में मजीठिया परिवार के नाम से जाना जाता है, जो कि वहां की राजनीति में अपनी एक अलग पहचान रखता है।
 2009 में राजनीति में प्रवेश करने वालीं हरसिमरत की शादी नवंबर 1991 में सुखबीर सिंह बादल से हुई और उनके नाम के साथ जुड़ गया बादल। पंजाब के दो ताकतवर राजनीतिक घराने बादल और मजीठिया, आपस में रिश्तेदार हो गए हैं।


47 साल की हरसिमरत कौर बादल टेक्सटाइल विषय से ग्रेजुएट हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की यह बहू आज दो बेटियों और एक बेटे की मां है। 
 हरसिमरत के बेटे को फुटबाल से बहुत लगाव है। वह कहती हैं कि जब मुझे अपने बेटे से बात करनी होती है तो मुझे यह पता होना चाहिए कि मैचेस्टर यूनाइटेड इस समय किस स्थिति में है।साथ ही कौन सी टीम का परफॉर्मेंस इस समय कैसा हैं। 
वैसे खेलों के प्रोत्साहन के लिए हरसिमरत के पति भी हमेशा आगे रहते हैं। 2011 में अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा का आयोजन करके सुखबीर ने कबड्डी को नया जीवन दिया। जो आज देश के सबसे बड़े आयोजन में से एक है।
  हरसिमरत कहती हैं कि कहती हैं कि इसमें आई 20 टीमों में से 8 टीम महिलाओं की थीं, लेकिन पुरुषों के लिए जहां इनाम की रकम 2 करोड़ रु. थी वहीं महिलाओं के लिए 50,000 रुपए रखा गया। इस भेदभाव पर सुखबीर से उन्होंने बहस भी की।
 इनके हस्तक्षेप के बाद इसमें महिलाओं की टीम को भी विशेष स्थान मिलने लगा। आज इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान, श्रीलंका जैसी मजबूत टीमे शामिल होती हैं। 
 हरसिमरत बेटियों को बचाने का अभियान भी चला रही हैं। उनके इस अभियान का नाम 'नन्हीं' चाह है। वह बेटियों के पढ़ाई-लिखाई और उन्हें बेहतर माहौल मिले इसके लिए भी काफी काम करती रहती हैं। इसके साथ ही वह लोकसभा की कई कमेटियों की सदस्य भी हैं। इनके इस अभियान के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भी इनकी तारीफ कर चुके हैं।
उनकी सहेलियों में देश के ताकतवर घरानों की बहूएं और बेटियां शामिल हैं। प्रिया दत्त, कनिमोझी, डिंपल यादव, सुप्रिया सुले और अगाथा संगामा जैसी ताकतवर घराने और खुद राजनीति में एक मजबूत 
ओहदा रखने वाली ये महिलाएं उनके खास दोस्तों मे शामिल हैं।
मशअलाह हरसिमरत कौर बादल  ने बदल परिवार के साथ साथ पंजाबिओं का सर भी फखर से उच्चा कर दिया है 
वाहेगुरु इस काबिल औरत को लम्बी उम्र दे !


अंकों का खेल - ये बता देते हैं स्त्री और पुरुष की हर गुप्त बात...


5 तारीख को जन्म लेने वाले लोग
जिन व्यक्तियों का जन्म 5 तारीख को हुआ हो, वे सभी मूलांक 5 के लोग होते हैं। अंक ज्योतिष के अनुसार अंक 5 का स्वामी बुध ग्रह है। बुध ग्रह बुद्धि और विवेक का प्रतिक है। बुध के प्रभाव से इस अंक के व्यक्ति काफी बुद्धिमान और तुरंत निर्णय लेने वाले होते हैं।
अंक 5 वाले काफी स्टाईलिश होते हैं और वैसे ही कपड़े पहनना पसंद करते हैं। इनकी सभी से बहुत जल्द दोस्ती हो जाती है और ये सभी से अच्छी दोस्ती निभा सकते हैं। दोस्तों के लिए यह जितने उदार और शुभचिंतक होते हैं ठीक इसके विपरीत दुश्मनों के लिए उतने ही बुरे।
- इन लोगों के लिए बुधवार और शुक्रवार शुभ होते हैं।
- रंगों में इनके लिए हल्का ब्राउन, सफेद और चमकदार बेहद लाभदायक है।
- इन्हें गहरे रंग के कपड़े कम से कम पहनना चाहिए।
- इनके लिए 5, 14, 23 तारीखें भाग्यशाली होती हैं।
6 तारीख को जन्म लेने वाले लोग
जिन लोगों का जन्म किसी भी माह की 6 तारीख को हुआ है, वे सभी अंक 6 वाले माने जाते हैं। अंक ज्योतिष के अनुसार अंक 6 का स्वामी शुक्र ग्रह है। शुक्र ग्रह से प्रभावित व्यक्ति काफी ग्लेमरस और हाई लाइफ स्टाइल के साथ जीवन जीते हैं। ऐसे लोगों से कोई भी बहुत ही जल्द आकर्षित हो जाता है। इसी वजह से इनके कई मित्र होते हैं और अधिकांश व्यक्तियों के एक से अधिक प्रेम संबंध होते हैं।
अंक 6 के लोग किसी भी कार्य को विस्तृत योजना बनाकर ही करते हैं, जिससे इन्हें सफलता अवश्य प्राप्त होती है। यह लोग स्वभाव से थोड़े जिद्दी होते हैं। जो कार्य शुरू करते हैं उसे जब तक पूरा ना कर ले इन्हें शांति नहीं मिलती। 
- इनके लिए मंगलवार, गुरुवार, शुक्रवार शुभ दिन होते हैं। इस दिन शुरू किए कार्यों में इन्हें सफलता अवश्य प्राप्त होती है।
- किसी भी माह की 3, 6, 9, 12, 15, 18, 21, 24, 27, 30 तारिख के दिन शुभ होते हैं।
- इन लोगों के लिए बैंगनी और काला रंग अशुभ है। इन्हें लाल या गुलाबी शेड्स के कपड़े पहनने चाहिए।
- इन लोगों की मित्रता 3, 6, 9 अंक वालों से अच्छी रहती है।
- ये लोग अंक 5 के लोगों से आगे बढऩे का बहुत प्रयास करते हैं परंतु पीछे रह जाते हैं।
7 तारीख को जन्म लेने वाले लोग
जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी माह की 7 तारीख को हुआ हो, वे अंक 7 वाले होते हैं। इस अंक के स्वामी वरुणदेव अर्थात् जल के देवता हैं। जल मूल रूप से चंद्रमा से संबंधित है। इसी वजह से इस अंक के लोगों पर चंद्रमा का विशेष प्रभाव रहता है।
अंक 7 लोग स्वतंत्र विचारों वाले और आकर्षक व्यक्तित्व के धनी होते हैं। किसी को भी बड़ी आसानी से प्रभावित कर लेते हैं। चंद्र से संबंधित होने के कारण ये मन से बड़े ही चंचल होते हैं। इन्हें मजाक-मस्ती करना पसंद होता है। ये लोग इनके साथ रहने वाले मित्र आदि का हमेशा मनोरंजन करते रहते हैं। सभी को खुश रखते हैं।
- अंक 7 वालों के लिए रविवार और सोमवार शुभ दिन होते हैं।
- माह की 1, 2, 4, 7, 10, 11, 13, 16, 19, 20, 22, 25, 28, 29, 31 तारिखें शुभ फल देने वाली हैं।
- इनके लिए हरा, पीला, सफेद, क्रीम और हल्के रंग लाभदायक है।
- इन्हें गहरे रंगों के उपयोग से बचना चाहिए।
- अंक 7 वालों को भगवान की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए।
7 तारीख को जन्म लेने वाले लोग
जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी माह की 7 तारीख को हुआ हो, वे अंक 7 वाले होते हैं। इस अंक के स्वामी वरुणदेव अर्थात् जल के देवता हैं। जल मूल रूप से चंद्रमा से संबंधित है। इसी वजह से इस अंक के लोगों पर चंद्रमा का विशेष प्रभाव रहता है।
अंक 7 लोग स्वतंत्र विचारों वाले और आकर्षक व्यक्तित्व के धनी होते हैं। किसी को भी बड़ी आसानी से प्रभावित कर लेते हैं। चंद्र से संबंधित होने के कारण ये मन से बड़े ही चंचल होते हैं। इन्हें मजाक-मस्ती करना पसंद होता है। ये लोग इनके साथ रहने वाले मित्र आदि का हमेशा मनोरंजन करते रहते हैं। सभी को खुश रखते हैं।
- अंक 7 वालों के लिए रविवार और सोमवार शुभ दिन होते हैं।
- माह की 1, 2, 4, 7, 10, 11, 13, 16, 19, 20, 22, 25, 28, 29, 31 तारिखें शुभ फल देने वाली हैं।
- इनके लिए हरा, पीला, सफेद, क्रीम और हल्के रंग लाभदायक है।
- इन्हें गहरे रंगों के उपयोग से बचना चाहिए।
- अंक 7 वालों को भगवान की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए।
8 तारीख को जन्म लेने वाले लोग
किसी भी माह की 8 तारीख को जन्म लेने वाले व्यक्ति अंक 8 वाले होते हैं। अंक ज्योतिष के अनुसार ये लोग काफी रहस्यमय स्वभाव के होते हैैं। इन्हें समझना काफी मुश्किल होता है।
अंक 8 के लोगों का व्यवहार अन्य अंक वालों से बिल्कुल अलग होता है। यह लोग हर बात को बहुत गहराई से सोचते हंै तथा बोलनेे में स्पष्टवादी होते हैं। इसलिए अपने जीवन में इनको कई प्रकार के कष्टों का सामना करना पड़ता है।
इस अंक के लोगों में मनोबल एवं आध्यात्मिक शक्ति अधिक होती है। इन लोगों का परमात्मा पर विश्वास अधिक होता है।
- इन लोगों के लिए शनिवार का दिन विशेष होता है। इसके साथ ही सोमवार और रविवार भी इनके लिए फायदेमंद रहते हैं।
- इन लोगों के लिए किसी भी माह के लिए 8, 17 और 26 तारीखें बहुत शुभ रहती हैं।
- रंगों में इनके लिए गहरा भूरा रंग, नीला, काला और बैंगनी शुभ रहता है।
- इनके लिए काला नीलम या काला मोती धारण करना शुभ रहता है।
9 तारीख को जन्म लेने वाले लोग
जिन लोगों का जन्म किसी भी माह की तारीख 9 को हुआ है वे अंक 9 के लोग होते हैं। अंक 9 का कारक मंगल ग्रह है और यह अंक मंगल का प्रतीक है। मंगल के प्रभाव से इन लोगों को गुस्सा काफी अधिक आता है। ये लोग जल्दबाजी में निर्णय ले लेते हैं और फिर बाद में इन्हें बुरा परिणाम झेलना पड़ता है। 
सामान्यत: अंक 9 के लोग स्वप्रेरित होते हैं। खुद की प्रेरणा से कार्य करते हैं।  अपने गुस्से के कारण ये लोग समाज में कई शत्रु बना लेते हैं। इन लोगों को दूसरों पर नियंत्रण काफी पसंद होता है, लेकिन जब इनकी यह इच्छा पूरी नहीं हो पाती है तो वे संबंधित कार्य से हट जाते हैं।
- अंक 9 वाले लोगों के लिए 3, 6, 9, 12, 15, 18, 21, 24, 27 और 30 तारीखें विशेष फायदेमंद रहती है।
- इन लोगों को अपने क्रोध पर काबू रखना चाहिए। गुस्से पर नियंत्रण के बाद इन्हें कार्यों में कई उपलब्धियां हासिल हो जाती हैं।
- इन लोगों के लिए रूबी रत्न धारण करना फायदेमंद रहता है। यह रत्न ऐसे धारण करना चाहिए कि ये हमेशा शरीर को स्पर्श करता रहे।
- इनके लिए शुक्रवार, बृहस्पतिवार, मंगलवार शुभ दिन होते हैं।

10 तारीख को जन्म लेने वाले लोग
जिन लोगों का जन्म किसी भी माह की तारीख 10 को हुआ है वे लोग रचनात्मक और खोज करने वाले होते हैं। इस अंक का कारक ग्रह सूर्य है। सूर्य के कारण इस अंक के लोगों को समाज में पूर्ण मान-सम्मान प्राप्त होता है।
इस अंक के लोग अपनी सफलता के मार्ग में आने वाली हर बाधा पर विजय प्राप्त कर लेते हैं। यह लोग अति महत्वकांशी होते हैं। ये लोग जिस भी क्षेत्र में कार्य करते हैं सफलताएं और ऊंचाइयां प्राप्त करते हैं। इस अंक वाले लोग सम्मान के भूखे होते हैं और अत्यधिक सम्मान प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं।
- इस अंक वालों के लिए रविवार और सोमवार विशेष लाभ देने वाले दिन हैं।
- इनके लिए पीला, सुनहरा, भूरा रंग काफी फायदेमंद है।
- तांबा और सोना से इन्हें विशेष लाभ प्रदान करता है।
- इनके लिए पुखराज, पीला हीरा, कहरुवा और इस रंग के रत्न, जवाहरत आदि लाभदायक हैं।

अंकों का खेल - ये बता देते हैं स्त्री और पुरुष की हर गुप्त बात.


 
उज्जैन। अपने आसपास रहने वाले किसी भी व्यक्ति की गुप्त बातें जानने की लालसा होना एक आम बात है। काफी लोग ऐसे हैं जो दूसरों के गुण और दोष जानना चाहते हैं, लेकिन आसानी से जान नहीं पाते हैं। यदि आप अपने आसपास रहने वाले मित्रों या सहकर्मियों के आंतरिक गुण या दोष जानना चाहते हैं तो यहां आपकी जिज्ञासाओं को शांत करने के लिए एक विधि बताई जा रही है।
 
इस विधि के अनुसार आप किसी भी स्त्री या पुरुष की जन्म तारीख से भी काफी कुछ जान सकते हैं। एक वर्ष में 12 माह होते हैं और हर माह में दिनों की संख्या अलग-अलग है। यहां जानिए दिनांक 1 से 31 तक की जन्म तारीख वाले 
लोगों की खास बातें और किस्मत चमकाने के उपाय..
1 तारीख को जन्म लेने वाले लोग
जिन लोगों का जन्म किसी भी माह की 1 तारीख को हुआ है उन सभी लोगों का लकी नंबर 1 होता है। अंक 1 का कारक ग्रह सूर्य है। इसलिए अंक 1 वाले सभी लोगों को सूर्य विशेष रूप से प्रभावित करता है। 
अंक ज्योतिष के अनुसार 1 अंक वाले व्यक्ति रचनात्मक, सकारात्मक सोच वाले और नेतृत्वक्षमता के धनी होते हैं। ये लोग जो कार्य शुरू करते हैं उसे जब तक पूरा नहीं करते, इन्हें शांति नहीं मिलती। इन लोगों का विशेष गुण होता है कि यह हर कार्य को पूर्ण योजना बनाकर करते हैं, अपने कार्य के प्रति पूरे ईमानदार रहते हैं।
- इस अंक वालों के लिए रविवार और सोमवार विशेष लाभ देने वाले दिन हैं।
- इनके लिए पीला, सुनहरा, भूरा रंग काफी फायदेमंद है।
- तांबा और सोना से इन्हें विशेष लाभ प्रदान करता है।
- इनके लिए पुखराज, पीला हीरा, कहरुवा और इस रंग के रत्न, जवाहरत आदि लाभदायक हैं।
2 तारीख को जन्म लेने वाले लोग
जिन लोगों का जन्म किसी भी माह की 2 तारीख को हुआ हो, वे सभी अंक 2 वाले लोग माने जाते हैं। यह नंबर चंद्रमा का प्रतीक माना जाता है। चंद्रमा रचनात्मकता और कल्पनाशीलता का प्रतिनिधित्व करता है। चंद्रमा के सभी गुण अंक 2 वाले में विद्यमान रहते हैं।
जिस प्रकार चंद्रमा को चंचलता का प्रतीक माना जाता है कि ठीक उसी प्रकार अंक 2 वाले भी चंचल स्वभाव के होते हैं। चंद्र के प्रभाव से ये लोग प्रेम-प्रसंग में भी पारंगत रहते हैं।
- इस अंक के लोगों के लिए रविवार, सोमवार और शुक्रवार काफी शुभ दिन होते हैं।
- इनके लिए हरा या हल्का हरा रंग बेहद फायदेमंद है। क्रीम और सफेद रंग भी विशेष लाभ देते हैं।
- लाल, बैंगनी या गहरे रंग इनके लिए अच्छे नहीं होते।
- अंक 2 वालों को मोती, चंद्रमणि, पीले-हरे रत्न पहनना चाहिए।
3 तारीख को जन्म लेने वाले लोग
जिन लोगों का जन्म किसी भी माह की 3 तारीख को हुआ है, वे लोग अंक 3 के व्यक्ति माने जाते हैं। अंक 3 वाले लोग काफी महत्वकांक्षी होते हैं।
अंक तीन का ग्रह स्वामी गुरु अर्थात बृहस्पति है। ज्योतिष और न्यूमरोलॉजी के अनुसार इस अंक से संबंधित लोगों पर बृहस्पति विशेष रूप से प्रभावित करता है। यह लोग अधिक समय तक किसी के अधीन कार्य करना पसंद नहीं करते, ये उच्च आकांक्षाओं वाले होते हैं।
इनका लक्ष्य उन्नति करते जाना होता है, अधिक समय एक जगह रुककर यह कार्य नहीं कर सकते। इन्हें बुरी परिस्थितियों से लडऩा बहुत अच्छे से आता है।
- इनके लिए मंगलवार, गुरुवार और शुक्रवार अधिक शुभ होते हैं।
- हर माह की 6, 9, 15, 18, 27 तारिखें इनके लिए विशेष रूप से लाभदायक हैं।
- इन लोगों की अंक 6 और अंक 9 वाले व्यक्तियों से काफी अच्छी मित्रता रहती है।
- रंगों में इनके लिए बैंगनी, लाल, गुलाबी, नीला शुभ होते है।
4 तारीख को जन्म लेने वाले लोग
जिस व्यक्ति का जन्म किसी भी माह की 4 तारीख को हुआ हो, उसका मूलांक 4 होता है। अंक ज्योतिष के अनुसार ऐसे व्यक्ति एक विशेष प्रकार के चरित्र वाले होते हैं। इस अंक का स्वामी यूरेनस होता है।
अंक 4 के लोग काफी संवेदनशील होते हैं। यह काफी जल्दी गुस्सा हो जाते हैं। छोटी-छोटी बातों का बुरा मान जाते हैं। इसी स्वभाव की वजह से इनके ज्यादा मित्र नहीं होते हैं। मित्र कम होने की वजह से यह लोग अधिकांश समय अकेलापन महसूस करते हैं। ये किसी को दुखी नहीं देख सकते।
- अंक 4 वाले लोगों के लिए रविवार, सोमवार और शनिवार भाग्यशाली दिन होते हैं।
- इनके लिए 1, 2, 7, 10, 11, 16, 18, 20, 25, 28, 29 तारीखें विशेष लाभ प्रदान करने वाली होती हैं।
- इन्हें नीला और ब्राउन कलर काफी फायदा पहुंचाता है अत: इन्हें इस रंग के कपड़े पहनना चाहिए।
5 तारीख को जन्म लेने वाले लोग
जिन व्यक्तियों का जन्म 5 तारीख को हुआ हो, वे सभी मूलांक 5 के लोग होते हैं। अंक ज्योतिष के अनुसार अंक 5 का स्वामी बुध ग्रह है। बुध ग्रह बुद्धि और विवेक का प्रतिक है। बुध के प्रभाव से इस अंक के व्यक्ति काफी बुद्धिमान और तुरंत निर्णय लेने वाले होते हैं।
अंक 5 वाले काफी स्टाईलिश होते हैं और वैसे ही कपड़े पहनना पसंद करते हैं। इनकी सभी से बहुत जल्द दोस्ती हो जाती है और ये सभी से अच्छी दोस्ती निभा सकते हैं। दोस्तों के लिए यह जितने उदार और शुभचिंतक होते हैं ठीक इसके विपरीत दुश्मनों के लिए उतने ही बुरे।
- इन लोगों के लिए बुधवार और शुक्रवार शुभ होते हैं।
- रंगों में इनके लिए हल्का ब्राउन, सफेद और चमकदार बेहद लाभदायक है।
- इन्हें गहरे रंग के कपड़े कम से कम पहनना चाहिए।
- इनके लिए 5, 14, 23 तारीखें भाग्यशाली होती हैं।
5 तारीख को जन्म लेने वाले लोग
जिन व्यक्तियों का जन्म 5 तारीख को हुआ हो, वे सभी मूलांक 5 के लोग होते हैं। अंक ज्योतिष के अनुसार अंक 5 का स्वामी बुध ग्रह है। बुध ग्रह बुद्धि और विवेक का प्रतिक है। बुध के प्रभाव से इस अंक के व्यक्ति काफी बुद्धिमान और तुरंत निर्णय लेने वाले होते हैं।
अंक 5 वाले काफी स्टाईलिश होते हैं और वैसे ही कपड़े पहनना पसंद करते हैं। इनकी सभी से बहुत जल्द दोस्ती हो जाती है और ये सभी से अच्छी दोस्ती निभा सकते हैं। दोस्तों के लिए यह जितने उदार और शुभचिंतक होते हैं ठीक इसके विपरीत दुश्मनों के लिए उतने ही बुरे।
- इन लोगों के लिए बुधवार और शुक्रवार शुभ होते हैं।
- रंगों में इनके लिए हल्का ब्राउन, सफेद और चमकदार बेहद लाभदायक है।
- इन्हें गहरे रंग के कपड़े कम से कम पहनना चाहिए।
- इनके लिए 5, 14, 23 तारीखें भाग्यशाली होती हैं।

Sunday, December 1, 2013

देश मे आज़ जो सिथति है इसका जिमेवारी से आज  तक देश में राज करने वाली सभी  सरकारे भाग नहीं सकती , क्यों के देश के लोगो को गुमराह करके अपनी कुर्सी बनाये रखना एक बहुत बड़ा देश द्रोह है .हमें लग रहा है कि सरकारे जो भी फैसले लेती है देश के लोगो के हित में कम ही फायेदेमंद होते है विदेशी कम्पनिओं के हित में ज्यादा होते  है ऐसा लग रहा है जैसे आज भी हमारे देश कि सरकारे विदेशी आकाओ को खुश करने क़ी कवायत में ही  रहती है . 

कभी बक्सर तक शासन था हमारा


 

आजमगढ़ — वैभवशाली इतिहास बेबसी भरा वर्तमान भारत वर्ष अपनी विविधताओं के साथ अपना गौरव शाली इतिहास को समेटे रखे हुए है जब भी आप इसके किसी भी पन्ने को खोलेंगे तो —-
दरकते हुए पांडूलिपियों के पन्ने अपने आप फड़फड़ा कर अपने इतिहासों के हर पन्ने को आपके सामने खोलता चला जाएगा। ऐसा ही है हमारेआजमगढ़ के इतिहासों में यहाँ बहुत कुछ हुआ है जहां एक ओर हमारे इतिहास का उज्जवल पन्ना है वही पे कुछ ऐसे भी पन्ने शामिल है जिनका वर्णन करना उचित नहोगा। आजमगढ़ अपने उन इतिहास के पन्नो पर अपनी वीरता कर्मठता देश भक्ति और राजसी आनबान शानो शौकत को भोगा है वहीं आज अपनी त्रासदी को चुपचाप मौन देख रहा है।आजमगढ़ के ऐतिहासिक और पौराणिकता में इसे स्थापित किया। वहीं हमारा इतिहास बताता है कि कभी बक्सर तक फैली थी मेहनगर राज्य की सीमा मेहनगर और इसके सटे तहसील लालगंज की जमीन अपने में ऐतिहासिकता और वीरता पूर्ण कहानियों को जन्म देती आई है। मुख्यालय से30 किलोमीटर पर स्थित मेहनगर आजमगढ़ का नाभि — नाल से जुडा हुआ है 16 वी शदाब्दी के उत्तरार्ध दिल्ली पर मुग़ल बादशाह जहागीर का शासन था 1594 ई में युसूफ खा जौनपुर के सूबेदार नियुक्त हुआ। तब यह इलाका जौनपुर सूबे में ही आता था। फतेहपुर के समीप के राजपूत चन्द्रसेन सिंह के पुत्र अभिमान सिंह उर्फ़ अभिमन्यु सिंह जहागीर की सेना में सिपहसालार थे। उन दिनों जौनपुर सूबे के पूर्वी हिस्से में काफी असंतोष फैला हुआ था। जहागीर ने यह जिम्मेदारी अभिमन्यु सिंह को सौपा वहां की देख रेख करने को अभिमन्यु सिंह ने एक बार नहीं तीन बार वहाके विद्रोह को समाप्त कर दिया। इस कार्य से प्रसन्न होकर जहागीर ने 1500 घुड़सवार और92.5000 रुपयों के साथ ही जौनपुर राज्य के पूर्वी इलाको के बाईस परगनों को अभिमन्यु सिंह को सौप दिया। इस जागीर को पाकर अभिमन्यु सिंह ने अपना स्वतंत्र जागीर स्थापित किया और मेहनगर को अपना राजधानी बनाया। बाद में अभिमन्यु सिंह ने परिस्थिति वश इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया और उनका नाम दौलत इब्राहिम खा पडा। नि: संतान होने के कारण उन्होंने अपने भतीजे हरिवंश सिंह को अपना राज्याधिकारी बनाया हरिवंश सिंह ने ही मेहनगर का किला बनवाया तथा 20 वर्षो तक राज किया हरिवंश सिंह ने ही हरी बाँध पोखरा लखराव पोखरा तथा रानी सागर पोखरा बनवाया था राजा हरिवंश सिंह ने ही अपने चाचा दौलत इब्राहिम खा की याद में 36 दरवाजो वाला मकबरा बनवाया जो आज भी मेहनगर कस्बे में अपने इतिहास को पुख्ता करते हुए अपने अस्तित्व को बया करती है यह मकबरा अपने तत्कालीन वास्तु एवं स्थापत्य कला की बेमिशाल कलाकारी का नमूना है। उन दिनों मेहनगर राज्य की सीमा पूरब में बक्सर,पश्चिम में माहुल, दक्षिण में देवगांव, उत्तर में सरजू नदी फैली हुई थी। बाद में हरिबंश सिंह ने इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया। उनके इस्लाम धर्म को स्वीकारने के कारण इनकी पत्नी रानी ज्योति कुवर सिंह अपने छोटे बेटे धरणीधर सिंह को लेकर चली गयी। जिस स्थान पर वे रहने आई। उसी स्थान को आज रानी की सराय के रूप में हम सब जानते है। बाद के दिनों में रानी के बेटे धरणीधर सिंह ने भी मुस्लिम लड़की से विवाह कर के इस्लाम धर्म को स्वीकार कर लिया।उन्हीं के दो पुत्रों आजम खां और अजमत खां ने राज्य की बागडोर संभाली। बार बार विशें राजपूतो के विद्रोह को दबाने के लिए आजम खा ने 1665 ई में आजमगढ़ शहर की स्थापना की और यहीं पर अपना किला बनवाया |इसके साथ ही उनके भाई अजमत खा ने अजमतगढ़ को बसाया। उक्त शाही वंश के द्वारा बनवाये गये मकबरे, पोखरे, मंदिर और किला का अस्तित्व खतरे में है।मेहनगर के किले का नामो निशाँन कुछ ही दिनों में मिट जाएगा क्योंकि उस किले की जमीन परअधिकतर लोगों ने कब्जा करके मकान और जमीन को अपना बना लिया है और ऐतिहासिकपोखरा लखराव आज वो अपना अस्तित्व बचाने के लिए जूझ रहा है। लगभग बावन बीखे में स्थित लखराव पोखरा मेहनगर ही नहीं वर्ण पूर्वांचल का एक ऐसा ऐतिहासिक दस्तावेज है जो अपने आप में सदियों की परम्परा, संस्कृति, संस्कार का इतिहास छिपाए बैठा है लखराव पोखरा अपने आप में अदभुत है। आज से करीब चालीस वर्ष पहले तक इसके पानी से मेहनगर में रहने वाले लोगों के घरो में इसके पानी से भोजन बनता था वहीं पर वह के मिठाई के दुकानदार उस पानी से छेना फाड़ते थे और मिठाई बनाते रहे है। भयंकर सुखा पड़ने के बाद भी यह पोखरा आज तक कभी सुखा नहीं है। लोगों का कहना है कि इस पोखरे में पानी पाताल पुरी से आता है अगर इस पोखरे में पानी की अधिकता हो जाती है तो यह पोखरा वीरभानपुर, तिसडा, ह्ठौता आदि गाँव से होता हुआ मगई नदी में समा कर गंगा में विलीन हो जाता है। लोगों का कहना है कि जब तक मेहनगर की टाउन एरिया नहीं बनी थी तब तक यह ऐतिहासिक पोखरा अपने अस्तित्व के साथ सारे मेहनगर के वासियों को अमृत प्रदान करता था। टाउन एरिया बनने के बाद से ही यहाँ का एक वर्ग द्वारा दबंगई से उन भीतों पर कब्जा करता चला आ रहा है और तों एरिया मूक दर्शक बनकर देखता रहा है। वहां का सारा प्रदूषित पानी इस पोखरे में आकर मिल जाता है, जिससे इस पोखरे का पानी प्रदूषित हो गया है। कभी इस पोखरे के आमने सामने से मंदिर के घंटियों के आवाज और अजान एक साथ हुआ करते थे पर आज वो आवाजें कहीं गुम हो गयी हैं। अब इस पोखरे के पानी से वजू नहीं होता है पोखरे में अब स्नान करने के लिए भीड़ नही आती है। नब्बेवर्षीय सुरसती देवी अपने अतीत को याद करते हुए कहती है मैं इस पोखरे में आज सत्तर साल से बिना रोक टोक के बारहों मास स्नान करने आती हूँ। पहले कभी यहाँ हर पूर्णमासी को मेला लगता था पर अब सिर्फ विजया दशमी को ही मेला का आयोजन किया जाता है। मनोज कुमार कहते हैं कि अगर प्रदेश सरकार द्वारा डा राम मनोहर लोहिया योजना के अंतर्गत इस लखराव पोखरे का सुन्दरीकरण करा दिया जाए तो इस ऐतिहासिक स्थल को अभी भी बचाया जा सकता है उसकी परम्परा और संस्कृति को कायम रखा जा सकता है। इस पोखरे के भीट पर कई प्रकार के जड़ी बतिया पायी जाती है जो गंम्भीर बीमारियों में औषधि के रूप में प्रयोग की जाती है। आजजरूरत है अपने इस गौरवशाली परम्परा और संस्कृति को बचाने की मेहनगर के सामजिक कार्यकर्ता श्री महेन्द्र मौर्या उर्फ़ बबलू मौर्या कहते है आज हमारे मेहनगर में रहने वाले हर सम्प्रदाय के लोगों का नैतिक कर्तव्य बनता है कि हम अपने ऐतिहासिक लखराव पोखरे को बचाने के लिए संघर्ष करे ताकि हम अपनी ऐतिहासिक धरोहर को बचा सके।
  

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