आयकर छापे में मिला सोने का खजाना
भोपालइंदौर के दोनों सोना-चांदी के थोक व्यापारियों (बुलियन) के ठिकानों पर छापे में आयकर विभाग को सोने की खजाना हाथ लग गई है। व्यापारियों के ठिकानों से 12 किलो सोने के बिस्किट और आठ किलो हीरे जड़ित जेवरात मिले हैं। इसी के साथ पूरे देश में सोने की खरीदी और बिक्री में काले धन के नेटवर्क के सुबूत मिले हैं। दोनों व्यापारी 100 से अधिक बेनामी खातों से अरबों रुपए का ट्रांजेक्शन कर रहे थे।
देश भर में मौजूद इन खातों को आयकर विभाग की नजर से बचाने के लिए इनमें पैन नंबर का जिक्र नहीं था। इसमें बैंक अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है। विभाग ने इन व्यापारियों के ठिकानों पर मिल रही नकदी को गिनने के लिए नोट काउंटिंग मशीनें लगा रखी हैं। अब तक इन ठिकानों से तीन करोड़ रुपए नकद जब्त किए जा चुके हैं। छापे की इस कार्रवाई के शुक्रवार देर रात तक चलने की संभावना है। विभाग को ऐसे सबूत भी मिले हैं कि दोनों व्यापारी एक-दूसरे को सहयोग करते थे और इनमें आपसी रिश्तेदारी भी है।
विदेशों से खरीदे बिस्किट : आयकर विभाग को दोनों व्यापारियों के ठिकानों पर छापे में बड़ी मात्रा में विदेशों से सोना खरीदने के सुबूत मिले हैं। इसमें बड़ी मात्रा में काला धन भी शामिल है।
इसी तरह मुंबई और दिल्ली की भी कुछ निजी फर्मो से सोने के बिस्किट आदि खरीदा गया है। इसके अलावा इंदौर में बेचे गए सोने को अहमदाबाद में बताया जा रहा था। अहमदाबाद में सोने के दाम कम होते हैं।
व्यापारी और बाराती बन कर पहुंची टीम:
इन व्यापारियों के ठिकानों पर छापे के लिए आयकर विभाग की टीम कहीं व्यापारी तो कहीं बाराती बन कर पहुंची। इंदौर के सर्राफा में काफी पैदल चल कर टीम के सदस्य इनके ठिकानों पर पहुंचे।
फर्जी बैंक खातों से करते थे लेनदेन
दोनों व्यापारियों का सोने की बिक्री का नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ है। अमूमन हर शहर में इन व्यापारियों ने फर्जी खाते खोल रखे हैं। जिस शहर का व्यक्ति सोना खरीदता था वे उससे उसी शहर में नकद राशि जमा करने के लिए खाते का नंबर दे देते थे। इन बेनामी खातों में अरबों रुपए का लेन-देन किया गया है। खास बात यह है कि खाते खोलने के लिए केवाईसी नॉर्म्स का खुला उल्लंघन हुआ है। इतने बड़े ट्रांजेक्शन के बावजूद खाताधारकों के पैन नंबर का उनमें जिक्र नहीं है। इसमें बैंक अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है। विभाग इन खातों की जांच- पड़ताल कर रहा है। माना जा रहा है कि बेनामी खातों की संख्या पांच सौ से अधिक भी हो सकती है।