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चंडीगढ़। वित्तायुक्त राजस्व रोमिला दूबे का नाम पंजाब स्टेट इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन की चेयरपर्सन के लिए क्लीयर होने के बाद अब उच्च स्तर पर भारी फेरबदल होने की संभावना प्रबल हो गई है। उच्च पदों पर आसीन अफसरों में अचानक हलचल काफी तेज हो गई है और लंबे समय से हाशिए पर बैठे अफसर भी अहम पदों को पाने की दौड़ में शामिल हो गए हैं।
मुख्यमंत्री बादल के विदेश में होने के कारण रोमिला दूबे को इस पद की शपथ नहीं दिलाई जा सकी है लेकिन मुख्य सचिव के पद के सबसे महत्वपूर्ण वित्तायुक्त राजस्व के पद के लिए अधिकारियों में दौड़ शुरू हो गई है। इस पद के लिए दिल्ली में 1977 बैच के डीएस कल्हा जो प्रिंसिपल रेजिडेंट कमिश्नर (उद्योग तालमेल) हैं और प्रमुख गृह सचिव एआर तलवार का नाम सबसे ऊपर चल रहा है।
वैसे इस पद को पाने की दौड़ में डीएस जसपाल भी हाथ आजमा रहे हैं। काबिले गौर है कि डीएस कल्हा को पिछले तीन महीनों से महत्वपूर्ण पद दिए जाने की बात चल रही है। कल्हा मनप्रीत बादल और आदेश प्रताप सिंह के भी करीबी माने जाते हैं। यह भी कहा जा रहा है कि यदि उनको यह पद नहीं मिलता है तो वह फिर से केंद्र में लौटने के इच्छुक हैं। यदि प्रमुख गृह सचिव एआर तलवार को यह पद मिलता है तो इस पद को पाने के लिए भी कई अधिकारी लाइन में हैं। किसी समय सुखबीर बादल के करीबी माने जाने वाले डीएस बैंस भी गृह सचिव या एफसीडी पद की इच्छा रखते हैं। हालांकि पंजाब एंड सिंध बैंक के चेयरमैन कम एमडी के नाम के लिए भी उनकी चर्चा चल रही है। यदि बैंस को एफसीडी का पद मिलता है तो इस पद पर आसीन नवनीत कंग को प्रमुख गृह सचिव का पद मिल सकता है।