लुधियाना। हैबोवाल के निजी अस्पताल में बच्ची के जन्म के साथ ही बवाल शुरू हो गया। मरीज के परिजनों ने आरोप लगाया है कि अस्पताल संचालकों ने जन्म के बाद बच्च बदल दिया है। परिवार का आरोप है कि उनके यहां लड़का पैदा हुआ था, लेकिन अस्पताल उन्हें लड़की थमा रहा है। परिवार ने अस्पताल के खिलाफ प्रदर्शन भी किया।
उधर,अस्पताल प्रबंधकों ने आरोपों को निराधार बताया है। उनके अनुसार महिला को प्री मैच्योर बच्ची ही पैदा हुई है। अस्पताल संचालकों के अनुसार अस्पताल में कोई महिला मरीज ही दाखिल नहीं है। ऐसे में बच्चा बदलने का सवाल ही पैदा नहीं होता।
शिवपुरी चौक, नूरवाला रोड निवासी भारत भूषण के अनुसार उसकी पत्नी शिल्पा का डाक्टरों ने सीजेरियन ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के बाद अस्पताल के कर्मी ने उन्हें बेटा पैदा होने की बधाई दी। डाक्टरों ने बच्चे को प्री मैच्योर बताकर तुरंत डीएमसी अस्पताल ले जाने के लिए कहा। जहां पहुंचकर पता चला कि अस्पताल संचालकों ने उन्हें लड़की थमाई है। शिल्पा की मां नीलम रानी के अनुसार यह अस्पताल की साजिश है।
उधर, अस्पताल की डा.रिंकू कौड़ा के अनुसार शिल्पा को बच्ची ही पैदा हुई है। परिवार अस्पताल का बिल न अदा करने के कारण दबाव बना रहा है। वह बच्ची का डीएनए टेस्ट करवाने के पेशकश कर रहे हैं, लेकिन अब परिवार यह भी नहीं मान रहा है। थाना हैबोवाल के एसएचओ रणधीर सिंह के अनुसार मरीज से शिकायत ले ली गई, लेकिन बाद में समझौता हो गया