अमेठी। अमेठी में सुबह सात बजे मतदान शुरू हो गया, जिसके बाद तीनों बड़े प्रत्याशी अपने-अपने घरों से बाहर निकल आये और लोगों से वोट डालने की अपील करने लगे। स्मृति ईरानी ने पोलिंग स्टेशनों का बाहर से जायजा लिया तो राहुल गांधी अपने 10 वाहनों वाले काफिले के साथ अमेठी में घूमते दिखाई दिये, लेकिन आम आदमी पार्टी के कुमार विश्वास कुछ अलग अंजदाज में दिखाई दिये। कुमार विश्वास ने सुबह से ही मौलानाओं जैसा रूप धर लिया और लोगों के बीच निकल पड़े। बस सिर पर टोपी की कमी नजर आ रही थी। आम तौर पर कुमार विश्वास पैंट-शर्ट में ही नजर आते हैं, लेकिन अचानक मतदान के दिन ऐसा रूप धरना भी एक अलग संकेत दे रहा है। वो है मुस्लिम वोट। विश्वास को विश्वास है कि अधिकांश मुसलमान भाजपा को वोट देने से कतराते हैं, और चूंकि देश में एंटी-कांग्रेस लहर दौड़ रही है, इसलिये यह मुस्लिम वोट घसीटने का अच्छा मौका है। मुस्लिम और अमेठी अगर सेंसस की रिपोर्ट उठाकर देखें तो अमेठी में 20 प्रतिशत मुसलमान हैं, 79 प्रतिशत हिन्दू और बाकी के एक प्रतिशत अन्य धर्मों से हैं। असल में अमेठी के मुसलमान भी राहुल गांधी से ज्यादा खुश नहीं हैं। अमेठी में 78 मदरसा हैं, लेकिन उनमें से अधिकांश की हालत बहुत खराब है। वहीं लेबर क्लास मुसलमानों की बात करें तो राजीव गांधी के कार्यकाल के दौरान यहां सबसे ज्यादा फैक्ट्रियां खुली थीं, जिनमें मुस्लिम कामगारों की संख्या अच्छी थी, आज उन परिवारों का हाल बेहाल है, क्योंकि अधिकांश फैक्ट्रियां अब बंद हो चुकी हैं।
Pages
▼
Wednesday, May 7, 2014
अमेठी में मतदान के दौरान कुमार विश्वास ने धरा मुस्लिम लुक
अमेठी। अमेठी में सुबह सात बजे मतदान शुरू हो गया, जिसके बाद तीनों बड़े प्रत्याशी अपने-अपने घरों से बाहर निकल आये और लोगों से वोट डालने की अपील करने लगे। स्मृति ईरानी ने पोलिंग स्टेशनों का बाहर से जायजा लिया तो राहुल गांधी अपने 10 वाहनों वाले काफिले के साथ अमेठी में घूमते दिखाई दिये, लेकिन आम आदमी पार्टी के कुमार विश्वास कुछ अलग अंजदाज में दिखाई दिये। कुमार विश्वास ने सुबह से ही मौलानाओं जैसा रूप धर लिया और लोगों के बीच निकल पड़े। बस सिर पर टोपी की कमी नजर आ रही थी। आम तौर पर कुमार विश्वास पैंट-शर्ट में ही नजर आते हैं, लेकिन अचानक मतदान के दिन ऐसा रूप धरना भी एक अलग संकेत दे रहा है। वो है मुस्लिम वोट। विश्वास को विश्वास है कि अधिकांश मुसलमान भाजपा को वोट देने से कतराते हैं, और चूंकि देश में एंटी-कांग्रेस लहर दौड़ रही है, इसलिये यह मुस्लिम वोट घसीटने का अच्छा मौका है। मुस्लिम और अमेठी अगर सेंसस की रिपोर्ट उठाकर देखें तो अमेठी में 20 प्रतिशत मुसलमान हैं, 79 प्रतिशत हिन्दू और बाकी के एक प्रतिशत अन्य धर्मों से हैं। असल में अमेठी के मुसलमान भी राहुल गांधी से ज्यादा खुश नहीं हैं। अमेठी में 78 मदरसा हैं, लेकिन उनमें से अधिकांश की हालत बहुत खराब है। वहीं लेबर क्लास मुसलमानों की बात करें तो राजीव गांधी के कार्यकाल के दौरान यहां सबसे ज्यादा फैक्ट्रियां खुली थीं, जिनमें मुस्लिम कामगारों की संख्या अच्छी थी, आज उन परिवारों का हाल बेहाल है, क्योंकि अधिकांश फैक्ट्रियां अब बंद हो चुकी हैं।