चंडीगढ़। नेशनल शूटर और एडवोकेट सुखमनप्रीत उर्फ सिप्पी सिद्धू के मर्डर में 24 दिनों तक कातिलों की गिरफ्तारी न होने पर अब सिप्पी की फैमिली ने एक जज पर सवाल खड़े किए हैं। घरवालों ने आरोप लगाए हैं कि पूरी इन्वेस्टीगेशन जज की बेटी से जुड़ी है, इसलिए अब तक जज की बेटी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
मंगलवार को सिप्पी की मां दपिंदर कौर और उसके भाई जिप्पी पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस एसजे वजीफदार से मिले। उन्होंने आरोप लगाया कि जज का प्रेशर है, इसलिए इन्वेस्टीगेशन सही दिशा में नहीं जा रही है। उन्हें पूरा शक है कि सिप्पी के कत्ल में जज की बेटी का ही हाथ है, लेकिन उसकी मां हाईकोर्ट की जज हैं और पिता सीनियर एडवोकेट, इसलिए पुलिस कार्रवाई की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है। हो सकता है पुलिस जज के दबाव में हो।
मेरा बेटा सुखमनप्रीत सिंह सिद्धू उर्फ सिप्पी 2009 से हाईकोर्ट का एक उभरता हुआ एडवोकेट था। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन का भी मेंबर था। उसको 20 सितंबर को सेक्टर-27 में गोली मार दी गई थी। मुझे 100 फीसदी यकीन है कि आपके हाईकोर्ट की सिटिंग महिला जज (जज का नाम) की बेटी (बेटी का नाम) जो एक कॉलेज में पढ़ाती है, उसका मेरे बेटे के कत्ल में हाथ है। मुझे लगता है कि जज अपनी बेटी को बचाने के लिए पुलिस इन्वेस्टीगेशन को प्रभावित कर रही हैं। मैं हैरान हूं कि जिसकी बेटी मेरे बेटे के कत्ल जैसे क्राइम में इन्वॉल्व हो, वह हाईकोर्ट की इतनी रेस्पेक्टेबल कुर्सी पर कैसे बैठ सकती है और दूसरों को कैसे इंसाफ दे सकती है। ईमानदारी से जांच हो और इंसाफ मिले, इसके लिए महिला जज को तुरंत इस हाईकोर्ट से ट्रांसफर किया जाए या कुर्सी से हटा दिया जाए। मैं इंसाफ के लिए चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया और यूनियन लॉ मिनिस्ट्री को भी अपील करने जा रही हूं, ताकि महिला जज के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जाए और मेरे बेटे की हत्या करने वाली लड़की को पकड़ा जाए।
दपिंदर कौर, सिप्पी की मां
बेटी ने कहा- इंटरनेट कॉल किए
जज की बेटी से पूछताछ के बाद से पुलिस की जांच आगे नहीं बढ़ी है। इस लड़की से पूछताछ के बाद पुलिस खुद ही उलझ गई है। पुलिस ने इस उम्मीद से कई सवाल पूछे थे, जिनके गलत जवाब आने की उम्मीद थी। ऐसे में उससे गहन पूछताछ की प्लानिंग थी। लेकिन जज की बेटी ने गोलमोल जवाब दिए और पुलिस कोई नतीजा न निकाल पाई। पुलिस ने पूछा कि वह कुछ दिनों से सिप्पी के संपर्क में क्यों नहीं थी। जवाब मिला- इंटरनेट कॉलिंग के जरिए लगातार सिप्पी के कॉन्टैक्ट में थी।
हम पुलिस की जांच से तो संतुष्ट हैं, लेकिन यह नहीं चाहते कि कोई अपने बच्चों को बचाने के लिए मेरे भाई के कत्ल की जांच में हस्तक्षेप करे। इसलिए हमने चीफ जस्टिस को रिप्रेजेंटेशन दी है। रिप्रजेंटेंशन में क्या है, इसकी जानकारी नहीं दे सकते।
-जिप्पी सिद्धू
एक दिन वर्क सस्पेंशन की तैयारी
सूत्रों की मानंे तो सुप्रीम कोर्ट की बार काउंसिल भी सिप्पी के कातिलों को जल्द दबोचने के लिए देशभर में एक दिन का वर्क सस्पेंड कर विरोध जता सकती है। दरअसल, सिप्पी पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट की बार का ही नहीं, बल्कि सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन का भी मेंबर था। सिप्पी के भाई सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के संपर्क में हैं। जल्द ही इस मामले में बार एसोसिएशन भी विरोध जता सकती है।
-जिप्पी सिद्धू