भारतीय ने बनायी कृत्रिम किडनी
भारतीय ने बनायी कृत्रिम किडनी वाशिंगटन विज्ञान की एक और उपलब्धि. वैज्ञानिकों ने कृत्रिम किडनी का विकास कर लिया है. इसे आसानी से शरीर में फिट किया जा सकता है. यह किसी चमत्कार से कम नहीं है. सबसे खास बात है कि जिस टीम ने इस महत्वपूर्ण परियोजना पर काम किया, उसका नेतृत्व भारतीय वैज्ञानिक शुभो रॉय कर रहे हैं.
कॉफी के कप जितनी बड़ी : कॉफी के कप जितनी बड़ी इस किडनी का विकास कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में हुआ है. वैज्ञानिकों का दावा है कि यह कृत्रिम किडनी असल किडनी से बेहतर है. यह किडनी खून को साफ करने के अलावा ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित करती है. विटामिन डी बनाने जैसा काम भी करती है. इसे जानवरों पर आजमाया जा चुका है. अब इसे इंसानों पर आजमाया जायेगा.
दो हिस्सों में बंटी है: इस किडनी के दो हिस्से हैं. एक हिस्से में सिलिकॉन का बेहद बारीक फिल्टर लगा है. यह खून को छानने का काम करता है. दूसरे हिस्से में इंसानी किडनी के सेल्स की परत लगायी गयी है.
इससे गुजर कर कुछ शुगर, सॉल्ट और पानी वापस खून में मिल जाते हैं. इसी स्थान पर विटामिन डी भी बनता है. यदि इस किडनी का मानव शरीर पर सफल परीक्षण हो जाता है, तो किडनी रोग से पीड़ित लोगों के लिए यह वरदान साबित होगा