जीरकपुर. नेताओं का लालबत्ती लगाकर आम जनता के सामने खुद को वीआईपी जताने का चाव छूटे नहीं छूट रहा। ऐसे ही एक नेता केंद्रीय शिल्प विभाग के डायरेक्टर अवतार सिंह नगला बिना मंजूरी के अपनी कार पर लालबत्ती इस्तेमाल करते चौथी बार धर लिए गए।
जीरकपुर पुलिस ने शनिवार को उनका चालान काटकर एक बार फिर उनका वाहन जब्त कर लिया। इससे पहले अवतार सिंह नगला की चार अलग अलग लालबत्ती गाड़ियांे का चालान किया जा चुका है। दिसंबर, 2008 में तो उन्हें बिना परमिशन एक साथ दो वाहनों पर लालबत्ती व हूटर तक इस्तेमाल करते हुए धर लिया गया था।
जीरकपुर में एक विवाह समारोह में सीएम प्रकाश सिंह बादल समेत मंत्रियों को लेकर पुलिस सुरक्षा बंदोबस्त में जुटी थी। इस बीच अवतार सिंह नगला की अंबेसडर कार को जांच के लिए रोका गया। अवतार सिंह लालबत्ती की परमिशन व गाड़ी के दस्तावेज दिखाने में असफल रहे। मौके पर मौजूद एसपी ट्रैफिक एसएस पंधेर ने उनकी कार जब्त कर ली। अवतार सिंह को एक बार फिर पैदल लौटना पड़ा।
इससे पहले 4 दिसंबर, 2008 को डेराबस्सी में नगला की स्कॉर्पियों के अलावा उसे एस्कॉर्ट कर रही कार को भी बिना मंजूरी के लालबत्ती इस्तेमाल करते जब्त कर लिया गया था। दोनों वाहनों पर लालबत्ती के अलावा गवर्नमेंट ऑफ इंडिया लिखा था। स्कॉर्पियों वाहन पर तो दो हूटर, छत पर दो सर्च लाइटें भी लगी थीं। अवतार सिंह की इसी कोरोला कार का चार महीने पहले भी मुबारिकपुर में बिना परमिशन लालबत्ती के इस्तेमाल पर चालान किया गया था। तब लालबत्ती बारे अवतार सिंह का डेराबस्सी थाने में दिया गया बयान भी पुलिस के लिए हास्यास्पद था।
अवतार का कहना था कि हाईवे पर टोल बचाने व सुरक्षा के लिए वे लालबत्ती का इस्तेमाल करते आ रहे थे। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा उन्हें सुरक्षा गार्ड न दिए जाने पर वे लालबत्ती लगाकर खुद को महफूज फील करते थे। उन्होंने बताया कि कार व मंजूरी के दस्तावेज मौके पर दिखाने में असफल रहे, परंतु उन्होंने दावा किया वे जल्द ही दस्तावेज सहित पेश होंगे।