चंडीगढ़. मनप्रीत की रैली की सफलता ने शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस को सोचने पर मजबूर कर दिया। मेले में सबसे ज्यादा भीड़ शिअद की रैली में और उससे कम मनप्रीत बादल की रैली में रही। इस मामले में कांग्रेस तीसरे स्थान पर रही। मनप्रीत की रैली की सफलता को देखते हुए शिरोमणि अकाली दल के कई नेताओं की क्लास लगनी तय मानी जा रही है। मनप्रीत ने मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उपमुख्यमंत्री सुखबीर चिंता बढ़ा दी है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि अब उन नेताओं की खैर नहीं, जिनकी ड्यूटियां माघी मेले मंे भीड़ जुटाने के लिए लगी थी। जल्द ही उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल ऐसे नेताओं की क्लास लेंगे, जो ड्यूटी ढंग से नहीं निभा पाए। सुखबीर भीड़ जुटाने वाले नेताओं की रिपोर्ट तलब करेंगे।
कांग्रेस को भी सोचने पर किया मजबूर
मनप्रीत की रैली की सफलता ने कांग्रेस को मंथन पर मजबूर कर दिया है। पंजाब में पहले कांग्रेस का मुकाबला अकाली-भाजपा से ही था, लेकिन मनप्रीत की लगातार दूसरी रैली की सफलता ने कांग्रेस को जता दिया कि अब मुकाबला अकाली-भाजपा के साथ-साथ मनप्रीत से भी है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी इस पर मंथन करेगी।
विधानसभा चुनाव में नुकसान करेंगे मनप्रीत
मनप्रीत की बढ़ती लोकप्रियता और उनकी रैलियों की सफलता देखते हुए राजनीतिक गलियारों में चर्चा गरम हो गई है कि वे आगामी विधानसभा चुनाव में शिअद और कांग्रेस दोनों को नुकसान पहुंचाएंगे। पहले जहां शिअद मनप्रीत को गंभीरता से नहीं ले रहा था, वहीं कांग्रेस भी उन्हें हल्के में ले रही थी। लेकिन उनकी रैलियों की सफलता देखते हुए अब दोनों पार्टियों ने उन्हें गंभीरता से लेना शुरू कर दिया है