एसएसपी साहब, हमें पर्चे से मतलब नहीं, हमें तो पैसे वापस चाहिए
बरनाला में क्राउनचिटफंड कंपनी से पीड़ित व्यापारियों ने शुक्रवार को एसएसपी उपिंदरजीत सिंह घुम्मण से मुलाकात कर उनसे आग्रह किया कि उन्हें उनके पैसे वापस दिलाए जाएं। इस दौरान व्यापारियों ने कहा कि भले ही पुलिस ने कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ पर्चा दर्ज कर लिया हो, मगर उन्हें तो केवल अपने पैसे वापस चाहिए। हमें पर्चे से कोई मतलब नहीं है। इस पर एसएसपी ने उनको कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है।
जानकारी के अनुसार शहर के व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल प्रधान प्रेम प्रीतम जिंदल और भाजपा नेता ललित गर्ग की अगुवाई में शुक्रवार को एसएसपी उपिंदरजीत सिंह घुम्मण से मिला। इस दौरान व्यापारियों ने अपने हालात ब्यां करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी जमीनें बेचकर उधार लेकर क्राऊन में रकम लगा दी। शुरू में तो उन्हें ब्याज मिला, लेकिन बीते एक साल से उनको कोई पैसा नहीं मिला।
व्यापारियों ने बताया कि उनके घरों की हालत इतनी बुरी हो चुकी है कि बच्चों को खाना खिलाने तक का जुगाड़ नहीं है। वहीं फीस नहीं भर पाने की वजह से उनके बच्चों को पढ़ाने में मुश्किल पेश रही है। व्यापारियों ने कहा कि हमें कंपनी से पैसे वापस दिलाए जाएं, वरना वह परिवारों के साथ धरने पर बैठ जाएंगे। व्यापारियों ने क्राउन के एजेंटों के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए एसएसपी को ज्ञापन सौंपा।
कराऊन कंपनी के करीब 520 एजेंट हैं बरनाला में
व्यापारियोंने इस दौरान एसएसपी को बताया कि बरनाला जिले में क्राउन के करीब 520 एजेंट हैं। उनकी निशानदेही कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कुछ एजेंटों के नामों की लिस्ट भी एसएसपी को सौंपी है। एसएसपी ने जल्द कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
बरनाला|लोगोंको लालच देकर उनसे रकम एेंठने के आरोप में क्राऊन चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर जगजीत सिंह अमृतसर, बरनाला के ईश सिंगला, गुलशन उप्पल जसविंदर सिंह, बठिंडा के केवल कृष्ण, राजेश कुमार बरनाला, मनजीत सिंह फरवाही, शिव कुमार बरनाला को शनिवार को रिमांड खत्म होने के बाद अदालत में पेश किया जाएगा। बता दें कि गत मंगलवार को उक्त लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार करने के बाद अदालत में पेश किया गया था। अदालत ने उन्हें 5 सितंबर तक के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया था।
एसएसपी बरनाला उपिंदरजीत सिंह घुम्मण के साथ बातचीत के कुश अंश !
सवाल- अभी तक आरोपियों से रिमांड के दौरान क्या कुछ सामने आया?
जवाब-आरोपियोंके पास से ऐसा कोई रिकार्ड नहीं मिला है कि उन्होंने कितने पैसे लोगों के देने हैं। वहीं उनके बैंक खातों में कोई पूंजी जमा नहीं की गई है।
सवाल-आरोपियों से अब तक क्या-क्या रिकवरी हुई?
जवाब-अभी तककुछ भी रिकवरी नहीं हुई है, जांच जारी है।
सवाल-क्या आरोपियों को दोबारा पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा?
जवाब-जीहां,

पेशी के दौरान अदालत से अभी आरोपियों का पुलिस रिमांड मांगा जाएगा।
जानकारी के अनुसार शहर के व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल प्रधान प्रेम प्रीतम जिंदल और भाजपा नेता ललित गर्ग की अगुवाई में शुक्रवार को एसएसपी उपिंदरजीत सिंह घुम्मण से मिला। इस दौरान व्यापारियों ने अपने हालात ब्यां करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी जमीनें बेचकर उधार लेकर क्राऊन में रकम लगा दी। शुरू में तो उन्हें ब्याज मिला, लेकिन बीते एक साल से उनको कोई पैसा नहीं मिला।
व्यापारियों ने बताया कि उनके घरों की हालत इतनी बुरी हो चुकी है कि बच्चों को खाना खिलाने तक का जुगाड़ नहीं है। वहीं फीस नहीं भर पाने की वजह से उनके बच्चों को पढ़ाने में मुश्किल पेश रही है। व्यापारियों ने कहा कि हमें कंपनी से पैसे वापस दिलाए जाएं, वरना वह परिवारों के साथ धरने पर बैठ जाएंगे। व्यापारियों ने क्राउन के एजेंटों के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए एसएसपी को ज्ञापन सौंपा।
कराऊन कंपनी के करीब 520 एजेंट हैं बरनाला में
व्यापारियोंने इस दौरान एसएसपी को बताया कि बरनाला जिले में क्राउन के करीब 520 एजेंट हैं। उनकी निशानदेही कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कुछ एजेंटों के नामों की लिस्ट भी एसएसपी को सौंपी है। एसएसपी ने जल्द कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
बरनाला|लोगोंको लालच देकर उनसे रकम एेंठने के आरोप में क्राऊन चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर जगजीत सिंह अमृतसर, बरनाला के ईश सिंगला, गुलशन उप्पल जसविंदर सिंह, बठिंडा के केवल कृष्ण, राजेश कुमार बरनाला, मनजीत सिंह फरवाही, शिव कुमार बरनाला को शनिवार को रिमांड खत्म होने के बाद अदालत में पेश किया जाएगा। बता दें कि गत मंगलवार को उक्त लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार करने के बाद अदालत में पेश किया गया था। अदालत ने उन्हें 5 सितंबर तक के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया था।
एसएसपी बरनाला उपिंदरजीत सिंह घुम्मण के साथ बातचीत के कुश अंश !
सवाल- अभी तक आरोपियों से रिमांड के दौरान क्या कुछ सामने आया?
जवाब-आरोपियोंके पास से ऐसा कोई रिकार्ड नहीं मिला है कि उन्होंने कितने पैसे लोगों के देने हैं। वहीं उनके बैंक खातों में कोई पूंजी जमा नहीं की गई है।
सवाल-आरोपियों से अब तक क्या-क्या रिकवरी हुई?
जवाब-अभी तककुछ भी रिकवरी नहीं हुई है, जांच जारी है।
सवाल-क्या आरोपियों को दोबारा पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा?
जवाब-जीहां,