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Sunday, May 17, 2020

खड़ी कारों में लगी आग, जिम्मेदारी लेने वाले ने 18 मई को पूरे पंजाब में गाड़ियां जलाने की चेतावनी दी कल विभाग की टीम।


  • अमृतसर के गोल बाग इलाके में तड़के साढ़े 3 बजे घटी घटना, पास ही पेड़ पर चिपका मिला चेतावनी पत्र
  • लिखा, 'कोरोना ने साबित कर दिया कि सभी गुरु जो भगवान के महान शब्दों का उच्चारण करते हैं, झूठे हैं' 
  •  अमृतसर. अमृतसर में रविवार को तीन खड़ी कारों में आग लग जाने की घटना सामने आई है। पास ही पेड़ पर एक कागज भी चस्पा मिला है। इस पर लिखे नोट में इस घटना की जिम्मेदारी की बात कही गई है। साथ ही 18 मई को पूरे पंजाब में इसी तरह कारें और बसें जलाने की चेतावनी भी दी गई है। चेतावनी देने वाले ने भगवान की बड़ी-बड़ी बातें करने वाले गुरुओं को भी झूठा बताया है। हालांकि, इसमें किसी के नाम का जिक्र नहीं है। बहरहाल, मामले की पड़ताल जारी है।घटना तड़के साढ़े 3 बजे गोल बाग इलाके में घटी। नगर निगम और ढाब बस्ती की राम सेवा सोसायटी की फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर काबू पाया। आरोप है कि इन तीनों कारों को किसी शरारती तत्व ने जान-बूझकर जलाया है। डिप्टी कमिश्नर जगमोहन सिंह, एडीसीपी हरजीत सिंह धालीवाल, एसीपी सुखजिंद्र सिंह भी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पीड़ितों के मुताबिक अलस्सुबह उन्हें फोन आया कि गाड़ियों में आग लगी है। जब वो मौके पर पहुंचे तो तब तक दमकल विभाग की टीम आग पर काबू पाने में जुटी थी, मगर उनकी गाड़ियां जल चुकी थी। इन लोगों का कहना है कि आग लगी नहीं, बल्कि लगाई गई है। इस शक को उस वक्त और ज्यादा बल मिल गया, जब जल रही कारों के पास ही एक पेड़ पर एक कागज चस्पा किया हुआ मिला। इसमें आग लगाए जाने की घटना की जिम्मेदारी लेते हुए पंजाबी भाषा में लिखा है, 'कोरोना ने साबित कर दिया कि सभी गुरु जो भगवान के महान शब्दों का उच्चारण करते हैं, झूठे हैं।' इसके अलावा भी कई सारी आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं, वहीं 18 मई को सारे पंजाब में कारें और बसें जलाने की चेतावनी भी दी गई है। इसके बाद पंजाब पुलिस ही नहीं, विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं।इस बारे में डीसीपी जगमोहन सिंह ने कहा कि आग खुद लगी है या लगाई गई है, इस बात की हर पहलू से जांच की जा रही है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।