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Friday, February 18, 2011

चीन सेना पर इतना खर्च क्यों कर रहा है?...

नई दिल्ली रक्षा मंत्री एके एंटनी ने चीनी सेना के आधुनिकीकरण और इस मद में निरंतर बढ़ते चीन के खर्च को गंभीर चिंता का विषय करार देते हुए कहा है कि उससे नाहक परेशान होने की भी जरूरत नहीं है। पड़ोसी पाकिस्तान के साथ जल्द शुरू होने वाली बातचीत के बारे में उन्होंने कहा है कि यह प्रक्रिया तभी सार्थक हो सकती है जब पाक मुंबई हमले के मामले में भारत की चिंताएं दूर करने के लिए शीघ्र ही ठोस कदम उठाए। वे रक्षा अध्ययन एवं विश्लेषण संस्थान द्वारा आयोजित एशियाई सुरक्षा सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।


उन्होंने कहा कि हाल ही में पाकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तरीय बातचीत में दोनों देशों ने वार्ता आगे बढ़ाने की इच्छा जताई है। मुंबई हमले के बाद भारत द्वारा पाकिस्तान के साथ सभी तरह की बातचीत स्थगित करते हुए हमले के दोषी व्यक्तियों व संगठनों को कड़ी सजा देने की मांग की थी। पिछले सप्ताह थिंपू में दोनों के बीच विदेश सचिव स्तरीय बातचीत के दौरान दोनों देश नए सिरे से बातचीत को तैयार हुए हैं। एंटनी ने कहा कि भारत की चिंताओं पर ठोस कार्रवाई के बिना सार्थक बातचीत संभव नहीं है।


भारत की सुरक्षा को पड़ोसी देशों से सीधे संबद्ध बताते हुए उन्होंने कहा कि भारत नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका व म्यांमार समेत सभी पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण संबंधों का पक्षधर है। हमारा मानना है कि सभी विवादों को बातचीत के जरिए सुलझाया जाए। रक्षा मंत्री ने एशिया की सुरक्षा के लिए आतंकवाद, परमाणु प्रसार, समुद्री लूट और हथियारों की तस्करी को प्रभावी खतरे करार दिया।


बाद में पत्रकारों से बातचीत में एंटनी ने कहा कि भारत चीनी सेना के आधुनिकीकरण से नाहक परेशान नहीं है। इसके लिए उसे अपनी सेना का भी आधुनिकीकरण करना होगा। हमें अपनी सैन्य क्षमताएं बढ़ाने के साथ साथ आधारभूत ढांचे को मजबूत करना होगा और हम ऐसा कर भी रहे हैं। किसी भी तरह की चुनौती से निपटने में सुरक्षा बलों को सक्षम बनाने के लिए सेना का आधुनिकीकरण किया जा रहा है।