Pages

Sunday, June 23, 2013

उत्तराखण्ड की त्रासदी दिल को डराने के लिये काफी है कि यदी प्रकृति से छेडछाड नही रोकी गई तो आगे और क्या हो सकता है। यह इससे पता चलता है। जबसे उत्तराखण्ड त्रासदी हुई है तभी से सभी न्यूज चैनल वहाँ की पल पल की खबरो को दिखा सुना रहे है मैं भी लगातार तभी से हर चैनल को देख रहा हूँ लेकिन मैने इस पूरी त्रासदी में जो सबसे जरुरी बात सुनना चाहता था और देखना चाहता था वो अभी तक नही देख पाया हूँ सभी सरकार की बुराई आदि बातो पर पिछले 4 दिनो से खबरे दिखा रहे है लेकिन सवाल यह उठता है कि भारत में इतने सारे एनजीओ जो करोढो रुपये का दान लेते है इतने सारे एनजीओ का के सोशल कमर्चारी कहाँ है क्या पहले दिन से ही भारत सरकार को यह फरमान नही निकालना चाहिये था कि पूरे भारत के एनजीओ और उनके कर्मचारी इस त्रासदी में अपनी ताकत छोककर लापता और फसे हुये लोगो को निकाले। क्या बडे बडे संस्थानो का दायित्व नही बनता जो खेलो में करोढो रुपये लगा देते है लेकिन कुछ लाख रुपये लगाकर अपना दायित्व इस त्रासदी से उभरने में नही लगा सकते क्या मीडिया चैनलो को राज्य सरकारो के हैलिकाफ्टरो में अपने रिपोर्टर को लाईव कवरेज कराने के अलावा खुद इसमें बडचड कर राहत साम्रगी भेजने और लोगो के सामने ऐसे उदाहरण वाली स्टोरी पेश नही करना चाहिये जहाँ हर व्यक्ति एकजूट होकर इस त्रासदी से निपटने के लिये प्रयास करे अभी भी भारत में इन सब की कमी है क्योकि कोई भी त्रासदी को केवल सरकार और सरकार के नुमाईंदे कभी पूरी तरह से नही निपट सकते जबतक की भारत का हर नागरिक औऱ उस त्रासदी से लडने के लिये एकजूट नही हो जाता। और इसके लिये उन बडे बडे औधोगिक संस्थानो के मालिक औऱ स्टार प्रचारको आगे आना होगा जो छोटी छोटी बातो के लिये ट्वीट करना जानते है लेकिन इस बडी त्रासदी में शांत बैठे हुये है उन मीडिया संस्थानो को आगे आना होगा जो देशभक्ति के नाम पर लाखो करोढो रुपये पानी की तरह वहाँ देते है औऱ औऱ अपने कर्मचारियो की संख्या को रिकार्ड में दिखाते है लेकिन आज इस त्रासदी में केवल अपने कुछ चुनिंदा रिपोर्टर को भेजकर अपना फर्ज निभा रहे है। मेरी प्रार्थना है कि ऐसे सभी लोग जिनको देश का नागरिक फोलो करता है उनको अपने ऐसी कमरे से निकल कर इस त्रासदी में योगदान देने के लिये बाहर निकलना होगा फिर देखिये ना केवल भारत की जनता इस त्रासदी में एक जुट नजर आयेगी बल्कि विदेश में बडे बडे त्रासदी बचाव कार्यक्रम भारत का अनुसरण करेगे।