पंचकूला। खुद को आईपीएस व सीबीआई अधिकारी बताकर ठगी का धंधा चला रहे एक शख्स को वीरवार शाम सीआईडी की पंचकूला इकाई और सीआईए ने गिरफ्तार कर लिया। उसके ड्राइवर, एक गनमैन व एक अन्य युवक को भी गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से एक पिस्टल, तीन डमी पिस्टल और डमी एके-47, नकली आई कार्ड, आईपीएस व पुलिस की नकली वर्दी, लाल बत्ती लगी इनोवा कार व कुछ दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
फर्जी अफसर का नाम अमन कुमार है, हालांकि वर्दी की नेम प्लेट पर उसने कुमार अमन आईपीएस लिखाया था। वह पिछले करीब सात महीनों से एमडीसी सेक्टर-4 की एक कोठी से ठगी का धंधा चला रहा था। कई दिनों तक इस कोठी पर नजर रखने के बाद वीरवार शाम सीआईडी इंस्पेक्टर कर्ण सिंह, हेड कांस्टेबल नरेंद्र राणा, नरेश राणा व सीआईए की टीम ने इंस्पेक्टर कर्मबीर की अगुवाई में रामगढ़ चौक के पास नाका लगाया। सूचना थी कि फर्जी आईपीएस लाल बत्ती लगी इनोवा गाड़ी में डेराबस्सी से पंचकूला आ रहा है। पंचकूला की हद में आते ही पुलिस ने गाड़ी को रोका और अमन कुमार, ड्राइवर स्वर्ण सिंह, गनमैन रविंदर और उनके साथ बैठे नरेश को गिरफ्तार कर लिया। अमन कुमार आईपीएस की वर्दी में था, गनमैन और ड्राइवर ने भी पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी। अमन कुरुक्षेत्र का रहने वाला है। जबकि स्वर्ण सिंह खरड़ और रविंदर हांसी के हैं। सभी को सीआईए की टीम अपने साथ ले गई। खबर लिखे जाने तक चंडीमंदिर थाने में केस दर्ज किया जा रहा था।
पहले भी हो चुका है गिरफ्तार: सूत्रों के मुताबिक अमन कुमार पहले कुरुक्षेत्र में फर्जी आईपीएस बनकर ठगी करने के चलते गिरफ्तार हो चुका है। जेल से बाहर आने के बाद उसने फिर वही काम शुरू कर दिया था।
इनेलो नेता की कोठी है किराए पर: सूत्रों के मुताबिक एमडीसी सेक्टर-4 स्थित जिस कोठी में आरोपी अमन करीब 7 महीने से रह रहा था, वह इनेलो के एक बड़े नेता की है। उन्होंने किसी अन्य व्यक्ति को यह किराए पर दी थी, लेकिन उसने आगे अमन को दे दी। अमन के पास यह कोठी आने के बाद यहां गनमैन व अन्य बावर्दी पुलिस कर्मी तैनात रहते थे।
छोड़ने की मांगता था कीमत
यह फर्जी आईपीएस असली गिरफ्तारियां करवाता था। उसकी नकली पुलिस पंचकूला, चंडीगढ़ व आसपास से ऐसे लोगों को पकड़कर कोठी पर लाती थी, जो कभी न कभी आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हों। उन्हें छोड़ने के लिए मोटी कीमत वसूली जाती थी।
फर्जी अफसर का नाम अमन कुमार है, हालांकि वर्दी की नेम प्लेट पर उसने कुमार अमन आईपीएस लिखाया था। वह पिछले करीब सात महीनों से एमडीसी सेक्टर-4 की एक कोठी से ठगी का धंधा चला रहा था। कई दिनों तक इस कोठी पर नजर रखने के बाद वीरवार शाम सीआईडी इंस्पेक्टर कर्ण सिंह, हेड कांस्टेबल नरेंद्र राणा, नरेश राणा व सीआईए की टीम ने इंस्पेक्टर कर्मबीर की अगुवाई में रामगढ़ चौक के पास नाका लगाया। सूचना थी कि फर्जी आईपीएस लाल बत्ती लगी इनोवा गाड़ी में डेराबस्सी से पंचकूला आ रहा है। पंचकूला की हद में आते ही पुलिस ने गाड़ी को रोका और अमन कुमार, ड्राइवर स्वर्ण सिंह, गनमैन रविंदर और उनके साथ बैठे नरेश को गिरफ्तार कर लिया। अमन कुमार आईपीएस की वर्दी में था, गनमैन और ड्राइवर ने भी पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी। अमन कुरुक्षेत्र का रहने वाला है। जबकि स्वर्ण सिंह खरड़ और रविंदर हांसी के हैं। सभी को सीआईए की टीम अपने साथ ले गई। खबर लिखे जाने तक चंडीमंदिर थाने में केस दर्ज किया जा रहा था।
पहले भी हो चुका है गिरफ्तार: सूत्रों के मुताबिक अमन कुमार पहले कुरुक्षेत्र में फर्जी आईपीएस बनकर ठगी करने के चलते गिरफ्तार हो चुका है। जेल से बाहर आने के बाद उसने फिर वही काम शुरू कर दिया था।
इनेलो नेता की कोठी है किराए पर: सूत्रों के मुताबिक एमडीसी सेक्टर-4 स्थित जिस कोठी में आरोपी अमन करीब 7 महीने से रह रहा था, वह इनेलो के एक बड़े नेता की है। उन्होंने किसी अन्य व्यक्ति को यह किराए पर दी थी, लेकिन उसने आगे अमन को दे दी। अमन के पास यह कोठी आने के बाद यहां गनमैन व अन्य बावर्दी पुलिस कर्मी तैनात रहते थे।
छोड़ने की मांगता था कीमत
यह फर्जी आईपीएस असली गिरफ्तारियां करवाता था। उसकी नकली पुलिस पंचकूला, चंडीगढ़ व आसपास से ऐसे लोगों को पकड़कर कोठी पर लाती थी, जो कभी न कभी आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हों। उन्हें छोड़ने के लिए मोटी कीमत वसूली जाती थी।