नई दिल्ली ! विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने यहां रविवार को कहा कि हिंदुओं पर आज सबसे अधिक आक्रमण किए जा रहे हैं। हिंदू खतरे में हैं, उनकी सुरक्षा सर्वाधिक आवश्यक है। उन्होंने हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया कि हिंदुओं पर हमले कौन कर रहा है और उन्हें कैसे लगता है कि हिंदू खतरे में हैं। उनके इस बयान ने खाड़ी देशों के कट्टरपंथी इस्लामवादियों की याद दिला दी, जो कहते हैं कि 'इस्लाम खतरे में है।'
नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित हिंदू सम्मेलन में तोगड़िया ने कहा कि हिंदुओं की समृद्धि में ही भारत की समृद्धि निहित है। परिषद द्वारा संचालित हिंदू हेल्पलाइन और इंडिया हेल्थलाइन के माध्यम से लाखों लोग लाभान्वित हुए हैं। इस योजना को हम निचले स्तर तक ले जाएंगे।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने सुरक्षित हिंदू, समृद्ध हिंदू और सम्मानयुक्त हिंदू का नारा दिया। उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद चाहती है कि देश में हरेक व्यक्ति को भोजन, हर बच्चे को शिक्षा, हर परिवार को घर और हर युवा को रोजगार मिले। इसके लिए परिषद सतत प्रयासरत है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहसरकार्यवाह सुरेश सोनी ने सम्मेलन में पहुंचे लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि देश के सामने जो भी चुनौतियां हैं, उनके समाधान के लिए हिंदुओं को ही आगे आना होगा।
बद्रिकाश्रम ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य ने कहा कि हिंदू धर्म में धर्मातरण एक अपराध है। लेकिन यदि कोई वापस अपने मत में आता है तो उसका स्वागत किया जाना चाहिए। जनसंख्या का धार्मिक असंतुलन देश के लिए आज एक खतरा बनता जा रहा है। हिंदू समाज को इसकी चिंता करनी होगी।
सम्मेलन में पहुंचे भाजपा नेता डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने आश्वस्त किया कि हिंदू हित की समस्त कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए वह तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यह एक लंबी लड़ाई है और इसके लिए बड़ी तैयारी की जरूरत है।
सम्मेलन को उद्योगपति धर्मपाल, प्रसिद्ध बौद्ध गुरु रिनपोछे, महामंडलेश्वर स्वामी राघवानंद जी, सुधांशु जी महाराज, विश्व हिंदू परिषद के संरक्षक विष्णु हरि डालमिया, अध्यक्ष राघव रेड्डी, संगठन महामंत्री दिनेश चंद्र, केंद्रीय उपाध्यक्ष ओम प्रकाश सिंघल, एडवोकेट मोनिका अरोड़ा सहित बड़ी संख्या में साधु-संत और पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया।
नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित हिंदू सम्मेलन में तोगड़िया ने कहा कि हिंदुओं की समृद्धि में ही भारत की समृद्धि निहित है। परिषद द्वारा संचालित हिंदू हेल्पलाइन और इंडिया हेल्थलाइन के माध्यम से लाखों लोग लाभान्वित हुए हैं। इस योजना को हम निचले स्तर तक ले जाएंगे।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने सुरक्षित हिंदू, समृद्ध हिंदू और सम्मानयुक्त हिंदू का नारा दिया। उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद चाहती है कि देश में हरेक व्यक्ति को भोजन, हर बच्चे को शिक्षा, हर परिवार को घर और हर युवा को रोजगार मिले। इसके लिए परिषद सतत प्रयासरत है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहसरकार्यवाह सुरेश सोनी ने सम्मेलन में पहुंचे लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि देश के सामने जो भी चुनौतियां हैं, उनके समाधान के लिए हिंदुओं को ही आगे आना होगा।
बद्रिकाश्रम ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य ने कहा कि हिंदू धर्म में धर्मातरण एक अपराध है। लेकिन यदि कोई वापस अपने मत में आता है तो उसका स्वागत किया जाना चाहिए। जनसंख्या का धार्मिक असंतुलन देश के लिए आज एक खतरा बनता जा रहा है। हिंदू समाज को इसकी चिंता करनी होगी।
सम्मेलन में पहुंचे भाजपा नेता डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने आश्वस्त किया कि हिंदू हित की समस्त कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए वह तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यह एक लंबी लड़ाई है और इसके लिए बड़ी तैयारी की जरूरत है।
सम्मेलन को उद्योगपति धर्मपाल, प्रसिद्ध बौद्ध गुरु रिनपोछे, महामंडलेश्वर स्वामी राघवानंद जी, सुधांशु जी महाराज, विश्व हिंदू परिषद के संरक्षक विष्णु हरि डालमिया, अध्यक्ष राघव रेड्डी, संगठन महामंत्री दिनेश चंद्र, केंद्रीय उपाध्यक्ष ओम प्रकाश सिंघल, एडवोकेट मोनिका अरोड़ा सहित बड़ी संख्या में साधु-संत और पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया।