Thursday, June 11, 2015

पाकिस्तान की चेतावनी- हमारे पास न्यूक्लियर बम, हमें म्यांमार न समझे भारत

इस्लामाबाद. म्‍यांमार की तरह सीमा में घुस कर ऑपरेशन की चेतावनी पर पाकिस्तान ने पलटवार किया है। पाकिस्तान ने चेताया है कि वह म्यांमार नहीं है, वह एक न्यूक्लियर देश है और सीमा पार करने की किसी भी कार्रवाई का जवाब देगा। पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय से जुड़े मंत्री राणा तनवीर हुसैन ने भारत को चेतावनी के लहजे में कहा, ''हम म्यांमार नहीं हैं, क्या आपको हमारी सैन्य शक्ति का अहसास नहीं है? पाकिस्तान एक न्यूक्लियर देश है, हमारे पास न्यूक्लियर बम है।'' बता दें कि भारत ने बुधवार को संकेत दिया था कि वह म्यांमार जैसे पड़ोसी देशों में अपने दुश्मनों (उग्रवादियों-आतंकवादियों) के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सीमा लांघ सकता है।
मंत्री राठौड़ ने दी थी चेतावनी
केंद्रीय मंत्री राज्यवर्द्धन राठौड़ ने बुधवार को इंडियन आर्मी के ऑपरेशन की प्रशंसा करते हुए कहा था कि म्यांमार में ऑपरेशन पड़ोसी देशों के लिए एक चेतावनी है, जो आतंकियों को पनाह दिए हुए हैं। भारत अपने दुश्मनों को अब खोज कर और सीमा लांघ कर मारेगा। राठौड़ के बयान का मोदी सरकार के कई मंत्रियों ने भी समर्थन किया था। कुछ मंत्रियों ने कहा था 26/11 मुंबई हमले के बाद भारतीय सेना को पड़ोसी देश के लिए खिलाफ इस प्रकार की कार्रवाई करनी चाहिए थी।पाक मंत्री ने कहा- दिन में ख्वाब देखना बंद करे भारत
पाक के गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान ने चेतावनी दी है कि हिंदुस्तानी नेता दिन में ख्वाब देखना बंद करें। हमें म्यांमार न समझें। अगर हिमाकत की तो अंजाम भी भुगतना होगा। रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा, ''ऐसे बयानों से बातचीत का माहौल खराब होगा। अगर भारत ने कोई पहल की तो सबक हम भी सिखा सकते हैं।'' पाकिस्तान में विपक्षी नेता इमरान खान ने भी ऐसे ही राग अलापे। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने भी चेतावनी के अंदाज में कहा है कि न तो पाकिस्तान की फौज ने चूड़ियां पहन रखी हैं, न ही वह म्यांमार है। उन्होंने कहा, '' भारत को इस्लामाबाद के बारे में कोई गलतफहमी नहीं होनी चाहिए।''
पाकिस्तान सेना में गंभीर मंथन
म्यांमार में भारत के ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान में इसकी चर्चा जोरों पर है। रावलपिंडी में सेना के हेडक्वाटर्स में आर्मी चीफ जनरल राहील शरीफ ने एक फॉर्मेशन कमांडोज कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया। इसके बाद पाकिस्तान की सेना की ओर से बयान जारी करते हुए कहा गया, ''भारत की शत्रुतापूर्ण कार्रवाई पर हमने नोटिस लिया है। भारत बयानबाजी और अपने एक्शन के जरिए पाकिस्तान को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है।''
म्यांमार में ऑपरेशन
4 जून की सुबह मणिपुर के चंदेल जिले में घात लगाकर किए गए हमले में फौज के 20 जवान शहीद हुए थे। इसके बाद भारतीय सेना की ओर से इस हमले का जवाब देने का प्लान बनाया गया था। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल की रणनीति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हरी झंडी मिलने के बाद सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। स्पेशल फोर्स के जवानों को म्यांमार सीमा के भीतर उग्रवादियों के कैंपों के नजदीक हेलिकॉप्टर की मदद से जमीन पर उतारा गया था। सेना ने अपनी कार्रवाई में 50 से ज्यादा उग्रवादियों को ढेर कर दिया था।
पाकिस्तान में ऐसे ऑपरेशन की संभावना की वास्तविक स्थिति:
यह सच है कि पाकिस्तान एक न्यूक्लियर नेशन है।
सैन्य सहयोग के लिए भारत ने म्यांमार के साथ वर्षों तक कोशिश की और इस क्षेत्र में काम किया।
दोनों देशों के बीच कड़वे संबंधों और कश्मीर के मुद्दे को देखते हुए ऐसे ऑपरेशन का होना कठिन।
भारत ने अगर पश्चिमी सीमा पर इस प्रकार से सीमा लांघ कर ऑपरेशन को अंजाम दिया तो वह पाकिस्तान के साथ युद्ध की शुरुआत ही मानी जाएगी।
संख्या में मजबूत भारतीय सेना के खिलाफ पाकिस्तान के सैन्य बल ने हमेशा ही कड़ा रुख अपनाया है।

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