फर्जी कॉल सेंटर के जरिए कई अमेरिकी नागरिकों को ठगने के आरोप में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति शराफत अली अन्य लोगों के साथ मिलकर एक फर्जी कॉल सेंटर चलाता था और वे अमेरिकी नागरिकों को ठगने के लिए खुद को माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन का कर्मचारी बताते थे।
उन्होंने कहा कि अली :33: को कल दक्षिणी कोलकाता के कराया थानांतर्गत बेकबागान रो स्थित कॉल सेंटर से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस अधिकारी ने कहा, वे इंटरनेट से उनका :अमेरिकी लोगों: फोन डाटा डाउनलोड करने के बाद खुद को माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन का कर्मचारी बताकर वीओआईपी :वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल: के जरिए उन्हें फोन करते थे। अली और उसके साथी अमेरिकी लोगों से कहते थे कि उनका सिस्टम हैक हो गया है और उनके डाटा में गड़बड़ी हुई है, जिसकी जानकारी उन्हें मशीन में लगे माइक््रोसॉफ्ट सिस्टम से मिली।
ये लोग अमेरिकी नागरिकों को उनका सिस्टम ठीक करने के नाम पर मनीग्राम या वेस्टर्न यूनियन के जरिए 199 डॉलर से 300 डॉलर तक की राशि ऑनलाइन देने को विवश करते थे।
अधिकारी ने कहा कि इस उद्देश्य के लिए एक विशेष सॉफ्टवेयर टीम व्यूअर का इस्तेमाल किया गया।
उन्होंने बताया कि कॉल सेंटर पर छापे के दौरान आरोपियों के पास से सीपीयू, आई फोन, लैपटॉप और दस्तावेज जब्त किए गए।
शहर की एक अदालत ने अली को 10 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।