बेंगलुरु की 19 वर्षीय गिरिजा श्रीनिवास की उम्र 19 वर्ष है, लेकिन उनका वजन मात्र 12 मिलो है और वह किसी दो साल की बच्ची की तरह से दिखती हैं। डेली मेल में मेडलीन डेवीज लिखती हैं कि गिरिजा की लंबाई मात्र ढाई फुट की है। वास्तव में वे एक दुर्लभ बीमारी कंजेनिटल एजनिसिस से पीड़ित हैं। इसी बीमारी के कारण उनका शरीर नहीं बढ़ सका और उनका शरीर एक बच्चे के शरीर में सिमट कर रह गया है।
वे हड्डियों की इसी बीमारी के साथ पैदा हुई थी और तभी डॉक्टरों ने उनके माता-पिता की बता दिया था कि उनका शरीर अधिक नहीं बढ़ेगा। डॉक्टरों ने भी उनके माता-पिता को चेतावनी दे रखी है कि अगर वे तेजी से अपनी गर्दन घुमाने की कोशिश करेंगी तो उनकी गर्दन की हड्डी में फ्रेक्चर हो सकता है। उन्हें सांस लेने में भी तकलीफ होती है। पर वे ड्राइंग और पेंटिंग का काम अपने आप कर सकती हैं। प्रतिमाह उनकी पांच-छह पेंटिंग्स बिक जाती हैं जिससे आठ हजार से दस हजार रुपए तक की आय हो जाती है।
उनकी मां नंदाबाई का कहना है कि बेटी की ऐसी हालत देखकर उन्हें बहुत दुख होता है। दुख की एक बात यह है कि परिवार आर्थिक तौर पर कमजोर है। गिरिजा के पिता टेलर हैं और प्रतिमाह 15 हजार रुपए कमाते हैं। परिवार चाहकर भी गिरिजा का इलाज नहीं करवा पाता है लेकिन गिरिजा में आत्मनिर्भर बनने की ललक है और वह चाहती है कि उसे एक अच्छी कलाकार के तौर पर याद रखा जाए।