रोजाना ढोल नगरो से सरकारे और सरकार के चमचे शोर मचा रहे है के देश तरक्क़ी कर रहा है ! भारत के कदम एक स्वर्णिम युग की और बाद रहे है जो भी पार्टी सत्ता में होती है वो रोजाना रैलियों
न्यूज़ पेपर या न्यूज़ चैनलों पर और सोशल मीडिया पर भारत की तरक्की के गुण-गान गला फाड़कर करते है की भारत देश ने किसी न किसी क्षेत्र में आज कुछ नया किया है या फिर किसी सरकारी योजना में तरक्की की है कभी हम विकास दर बढ़ने की बात करते हैं तो कभी भारत को विश्व गुरु बनाने की बात करते हैं मतलब हर तरफ विकास और बस तरक्की.......
सरकार कहती है भारत बदल रहा है सरकार का एक विज़न है जिस पर देश काम कर रहा है भारत की कीर्ति चारों तरफ अब बढ़ने लगी है आस पास के देश भारत से डरने लगे है पाकिस्तान चीन भारत की तरफ अब कुछ करने से पहले हजार बार सोचते है मतलब भारत सही दिशा में आगे बढ़ रहा है
कहां भैय्या आप किस विकास की बात कर रहे हैं मुझे क्यों नहीं दिख रहा है ऐसा कोई विकास सिर्फ मीडिया और सरकार को ही विकास क्यों दिख रहा है आज देश में अपराध दिनों दिन बढ़ते जा रहे है कारन नोजवानो को रोजगार न मिलने के कारन दिनों दिन युवा वरग में निराशा बढ़ती जा रही है आज का नौजवान नशे की डालडाल में फसता जा रहा है !झूठा इंसान मजे से घूम रहा है और सच्चे लोगो पर कथित अपराधी मामले दर्ज कर जेलों में ठूसा जा रहा है !हर तरफ अफरातफरी का माहोल है !तिरंगे का अपमान होने की रोजाना खबरे आ रही है ! हर रेड लाइट पर भिखारिओ की भीड़ बढ़ती जा रही है ! लोगो को रहने की छत तक नहीं है आज भी करोरो लोग फुटपाथ और रेलवे स्टेशन पर सोने को मजबूर है किस तरकी की बात कर रहे है हम ! आज भी मेरे देश के लोग चकित्सा के आभाव में मरने को मजबूर है देश में दो और जातिया तेजी से बड़ रही है अमीर और गरीब !पेट्रोल आज भी देश के सभी राज्यों में ६५ रूपये लीटर से अधिक है प्याज आज भी २५ रूपये किलो से अधिक है दाल तो बाप रे बाप १२० रुपये किलो से अधिक है और तो और नमक का एक किलो का पैकेट भी 20 रूपये से काम नहीं है घर का पूरा बजट ही बिगाड़ के रखा हुआ है
सरकार की योजनाए तो माशाअल्लाह स्वच्छ भारत गन्दगी में लपटा हुआ है बारिश का पानी घरो में घुसा हुआ है कारण नालो की सफाई न होना, गंगा सफाई का क्या आज भी लाशें तैरती है और बग (कीटाणु) ने गंगा के पानी को पीने योग्य तो छोड़े धोने योग्य भी नहीं रखा है, क्या हुआ रेल मंत्रालय के इस साल के बजट में की गई बड़ी बड़ी बातो का कुछ नहीं प्रभु जी अभी तक रासलीला में ही व्यस्त है, मानव संसाधन मंत्रालय तो और बड़ा वाला है कोई नीति ही नहीं है अभी तक क्या किया है इस मंत्रालय ने किसी को कुछ नहीं पता है मुझे तो लगता है कि संबंधित मंत्री ही नहीं जानती है की करना क्या है बस बड़ी बड़ी बातें और कुछ नहीं लगभाग हर मंत्रालय का यही हाल है कहीं कुछ नहीं बस बातें और अंत में बाबा जी का ठुल्लू.....
चीन का जब मन होता है भारत की सीमा पार करके पिकनिक मनाने आ जाता है फिर सरकार प्रार्थना करके कहती है की हिंदी चीनी भाई भाई आप कृपया करके अपने देश चले जायें। जब भी भरत को चीन के वोट की जरुरत पड़ती है तो चीन कहता है की पतली गली से निकल जाओ और पाकिस्तान तो इतना मिलनसार है कि हर समय अपने लोगों को भारत भेजता ही रहता है साथ में बॉडर पर बम भी फेकता है फिर भी सरकार कहती है की ये दोनों भारत के खिलाफ कुछ नहीं कर सकते है क्योंकि भारत तरक्की कर रहा है
कहां भाई हमें क्यों नहीं नजर आ रहा है आज भारत के अंदर जिस सेक्टर में जाओ नौकरी नहीं और अगर नौकरी है तो ठीक ठाक सैलरी नहीं है आज से १५ साल पहले भी नए लड़के को ५००० हजार सैलरी मिलती थी आज भी वही है ....तरक्की कहां है मुझे क्यों नहीं दिखती है और उस पर से ये घोटाले बाप रे बाप ! ऊपर से हमारे पॉलिशंज ने देश को धर्म में बाटने के बाद अब जात पात में भी बाँट दिया है !
फिर भी
विडम्बना....... भारत तेजी से विकास कर रहा है
सरकार कहती है भारत बदल रहा है सरकार का एक विज़न है जिस पर देश काम कर रहा है भारत की कीर्ति चारों तरफ अब बढ़ने लगी है आस पास के देश भारत से डरने लगे है पाकिस्तान चीन भारत की तरफ अब कुछ करने से पहले हजार बार सोचते है मतलब भारत सही दिशा में आगे बढ़ रहा है
कहां भैय्या आप किस विकास की बात कर रहे हैं मुझे क्यों नहीं दिख रहा है ऐसा कोई विकास सिर्फ मीडिया और सरकार को ही विकास क्यों दिख रहा है आज देश में अपराध दिनों दिन बढ़ते जा रहे है कारन नोजवानो को रोजगार न मिलने के कारन दिनों दिन युवा वरग में निराशा बढ़ती जा रही है आज का नौजवान नशे की डालडाल में फसता जा रहा है !झूठा इंसान मजे से घूम रहा है और सच्चे लोगो पर कथित अपराधी मामले दर्ज कर जेलों में ठूसा जा रहा है !हर तरफ अफरातफरी का माहोल है !तिरंगे का अपमान होने की रोजाना खबरे आ रही है ! हर रेड लाइट पर भिखारिओ की भीड़ बढ़ती जा रही है ! लोगो को रहने की छत तक नहीं है आज भी करोरो लोग फुटपाथ और रेलवे स्टेशन पर सोने को मजबूर है किस तरकी की बात कर रहे है हम ! आज भी मेरे देश के लोग चकित्सा के आभाव में मरने को मजबूर है देश में दो और जातिया तेजी से बड़ रही है अमीर और गरीब !पेट्रोल आज भी देश के सभी राज्यों में ६५ रूपये लीटर से अधिक है प्याज आज भी २५ रूपये किलो से अधिक है दाल तो बाप रे बाप १२० रुपये किलो से अधिक है और तो और नमक का एक किलो का पैकेट भी 20 रूपये से काम नहीं है घर का पूरा बजट ही बिगाड़ के रखा हुआ है
सरकार की योजनाए तो माशाअल्लाह स्वच्छ भारत गन्दगी में लपटा हुआ है बारिश का पानी घरो में घुसा हुआ है कारण नालो की सफाई न होना, गंगा सफाई का क्या आज भी लाशें तैरती है और बग (कीटाणु) ने गंगा के पानी को पीने योग्य तो छोड़े धोने योग्य भी नहीं रखा है, क्या हुआ रेल मंत्रालय के इस साल के बजट में की गई बड़ी बड़ी बातो का कुछ नहीं प्रभु जी अभी तक रासलीला में ही व्यस्त है, मानव संसाधन मंत्रालय तो और बड़ा वाला है कोई नीति ही नहीं है अभी तक क्या किया है इस मंत्रालय ने किसी को कुछ नहीं पता है मुझे तो लगता है कि संबंधित मंत्री ही नहीं जानती है की करना क्या है बस बड़ी बड़ी बातें और कुछ नहीं लगभाग हर मंत्रालय का यही हाल है कहीं कुछ नहीं बस बातें और अंत में बाबा जी का ठुल्लू.....
चीन का जब मन होता है भारत की सीमा पार करके पिकनिक मनाने आ जाता है फिर सरकार प्रार्थना करके कहती है की हिंदी चीनी भाई भाई आप कृपया करके अपने देश चले जायें। जब भी भरत को चीन के वोट की जरुरत पड़ती है तो चीन कहता है की पतली गली से निकल जाओ और पाकिस्तान तो इतना मिलनसार है कि हर समय अपने लोगों को भारत भेजता ही रहता है साथ में बॉडर पर बम भी फेकता है फिर भी सरकार कहती है की ये दोनों भारत के खिलाफ कुछ नहीं कर सकते है क्योंकि भारत तरक्की कर रहा है
कहां भाई हमें क्यों नहीं नजर आ रहा है आज भारत के अंदर जिस सेक्टर में जाओ नौकरी नहीं और अगर नौकरी है तो ठीक ठाक सैलरी नहीं है आज से १५ साल पहले भी नए लड़के को ५००० हजार सैलरी मिलती थी आज भी वही है ....तरक्की कहां है मुझे क्यों नहीं दिखती है और उस पर से ये घोटाले बाप रे बाप ! ऊपर से हमारे पॉलिशंज ने देश को धर्म में बाटने के बाद अब जात पात में भी बाँट दिया है !
फिर भी
विडम्बना....... भारत तेजी से विकास कर रहा है