कैराना से परिवारों के पलायन की खबरें सामने आते ही इस शहर के बारे में लोग जानकारी लेने को उत्सुक दिखाई दे रहे हैं। अब जब पलायन की खबर ने देश की राजनीति के केंद्र में कैराना को ला दिया है। इन सबके बीच इस शहर को समझने की कोशिश करते हैं-
- ऐसा माना जाता है कि पुरातन काल में कैराना में ही दानवीर कर्ण का जन्म हुआ था और कैराना को कर्ण की नगरी भी कहा जाता है।
किसी जमाने में पश्चिमी उत्तर प्रदेश का कैराना भारतीय शास्त्रीय संगीत के मशहूर किराना घराना के लिए जाना जाता था, जिसकी स्थापना महान शास्त्रीय गायक अब्दुल करीम खां ने की थी।
-माना जाता है कि अपने समय के महान संगीतकार मन्ना डे जब किसी काम से कैराना पहुंचे थे तो कैराना की सीमा में घुसने से पहले इस क्षेत्र का सम्मान करने के लिए उन्होंने अपने जूते उतारकर हाथों में पकड़ लिए थे। इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया कि यह धरती महान संगीतकारों की है और इस धरती पर वो जूतों के साथ नहीं चल सकते।
- भारत रत्न से सम्मानित होने वाले पंडित भीमसेन जोशी भी कैराना घराने के गायक हैं।
- इतिहास के पन्नों में कैराना का महत्व सदियों पुराना है और इस जगह का संगीत से गहरा रिश्ता है। लेकिन बड़े दुख की बात है कि आज ऐतिहासिक महत्व वाले इस शहर में आतंक और रंगदारी की वजह से परिवार पलायन कर रहे हैं।