चंडीगढ़/नई दिल्ली. सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री व अंबाला सिटी के विधायक विनोद शर्मा ने बुधवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। वे अब 9 मार्च को कुरुक्षेत्र में कुलदीप बिश्नोई की ट्रैक्टर चुनाव चिह्न वाली हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) में शामिल होने की घोषणा कर सकते हैं। शर्मा ने 28 फरवरी को भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी। माना जा रहा था कि वे भाजपा में जा रहे हैं, पर आखिर में बात हजकां से बनी। सूत्रों का कहना है कि वे हुड्डा से नाराज थे। वे राज्यसभा जाना चाहते थे। सीएम ने मदद नहीं की। सैलजा को राज्यसभा भेज दिया गया। शर्मा के काम भी नहीं हो रहे थे। उन्होंने करनाल से लडऩे की इच्छा जताई थी, पर पार्टी नहीं मानी।
टूट सकते हैं 13 विधायक
सूत्रों के अनुसार, शर्मा के साथ 8 विधायक भी हजकां में जाएंगे। इनमें वे भी हैं, जो शर्मा के कहने पर ही हजकां छोड़कर हुड्डा की सरकार बनवाने आए थे। साथ ही 5 और शर्मा के संपर्क में हैं।
ये होगा असर
1. सरकार अल्पमत में आ जाएगी
सरकार को 52 विधायकों का समर्थन है। इनमें 7 निर्दलीय, 5 हजकां से आए व 40 कांग्रेस विधायक हैं। निर्दलीय ओपी जैन व हजकां से आए जिले राम जेल में हैं। गोपाल कांडा जमानत पर हैं। 49 में 4 विधायक भी गए तो सरकार अल्पमत में आ जाएगी। सरकार गिर भी सकती है।
2. हजकां-भाजपा में दरार संभव
भाजपा शर्मा को हजकां के टिकट पर करनाल से लड़ाने को राजी नहीं है। पार्टी भीतरखाने चुनाव में उनका विरोध कर सकती है। उधर, हजकां में भी अंसतोष है। भजनलाल को कांग्रेस छोडऩे को मजबूर करने और हुड्डा सरकार बनवाने में हजकां के विधायकों को तोडऩे में विनोद शर्मा की ही मुख्य भूमिका थी।
विधानसभा चुनाव तय कार्यक्रम से ही: सरकार गिरती है तो भी विधानसभा चुनाव तय समय पर ही होंगे। क्योंकि लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लग चुकी है।
सूचना मिली है, इस्तीफा नहीं: तंवर
शर्मा के इस्तीफे की जानकारी मिली है। हालांकि, उन्होंने आधिकारिक सूचना नहीं दी है। न ही इस्तीफे की कॉपी भेजी है। अनुशासन समिति मामला देख रही है। -अशोक तंवर, प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस
गठबंधन मजबूत होगा : कुलदीप
पंडित विनोद शर्मा के हजकां में आने से भाजपा-हजकां गठबंधन को और मजबूती मिलेगी। इस मसले पर भाजपा से किसी तरह का मतभेद नहीं है।
-कुलदीप बिश्नोई, हजकां सुप्रीमो
-कुलदीप बिश्नोई, हजकां सुप्रीमो