Monday, August 31, 2015

ऐसे भड़का गुजरात : राज्य में हुए आरक्षण आंदोलन की अंदरूनी कहानी

अहमदाबाद. ये कहानी है पटेलों की। पाटीदारों की। आरक्षण आंदोलन से जूझते गुजरात की। वर्ष 1985 में ओबीसी आरक्षण का तगड़ा विरोध करने वाले पाटीदार अचानक यही आरक्षण अपने लिए क्यों मांगने लगे, कोई नहीं जानता। अचानक का मतलब यहां कम समय से है। अहमदाबाद में कोई दस लाख पाटीदार बांध से छोड़े जाने वाले बाढ़ के पानी की तरह नहीं आ गए थे। सरकार के पास पर्याप्त समय था - रणनीति बनाने का, वार्ता के दौर चलाते रहने का। लेकिन किसी ने कुछ नहीं सोचा। कुछ नहीं किया।

Uploads by drrakeshpunj

Popular Posts

Search This Blog

Popular Posts

followers

style="border:0px;" alt="web tracker"/>