बरनालाजिले की चार नगर काउंसिल बरनाला, तपा, धनौला और भदौड़ के चुनाव में आजाद प्रत्याशियों का दबदबा रहा। सुबह आठ बजे से शाम के पांच बजे तक हुए 82 फीसदी पोलिंग के बाद नतीजे चौकाने वाला रहा। मतदाताओं ने अकाली-भाजपा और कांग्रेस से दूरी बनाते हुए अधिकांश सीटों पर आजाद प्रत्याशियों को अपने प्रतिनिधि चुने। जिले के कुल 72 वार्डों में 26 शिअद, 7 भाजपा, 3 कांग्रेस के और 37 आजाद उम्मीदवारों के खाते में गए। जबकि भदौड़ के वार्ड नंबर 4 और 5 जबकि तपा के वार्ड नंबर 8 पर पहले से ही सर्वसम्मति होने से वहां चुनाव नहीं हुआ।
शहरके कुछ वार्डों में वोटरों को डरा धमका कर और उनपर दबाव डालकर वोटें डलवाने को लेकर कई वार्डों में उम्मीदवार आपस में भिड़ गए। जहां पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों गुटों को खदेड़ा। शाम को मतदान खत्म होने से 10 मिनट पहले नगर काउंसिल के मतदान केन्द्र पर कुछ लोगों ने जाली मतदान करने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। जहां पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हल्का बल प्रयोग कर सभी को खदेड़ दिया। शहर के वार्ड नंबर 9, 10, 18, 23, 24, और 8 में उम्मीदवारों ने एक-दूसरे पर वोटरों पर दबाव डालने का आरोह लगाया। माहौल तनावपूर्ण होता देख एसएचओ ने पुलिस बल के साथ दोनों गुटों को खदेड़ दिया।
बरनालाके कुछ वार्डों में कुछ मतदाताओं की वोटें कट जाने के कारण उन्होंने भारी रोष व्यक्त किया। पोलिंग स्टेशन पर वोट डालने पहुंचे अशोक कुमार, रमेश कुमार, मोहित, दीपक, नरोत्म आदि ने बताया कि उनके पास वोटर शिनाख्ती कार्ड तो है लेकिन वोटर लिस्ट में उनकी वोटें नहीं हैं। इसी तरह रेखा रानी, सीमा, करमजीत सिंह, प्यारा लाल, नीलम ने कहा कि वोटर लिस्ट में नाम ना होने से वह वोट डालने से वंचित रह गए।
चुनावआयोग पंजाब की सख्त हिदायतों के बावजूद बरनाला में बुधवार को चुनाव के दौरान सरेआम आचार संहिता की धज्जियां उड़ीं। बेशक हलके में कई अधिकारी, आब्जर्वर और आरओ घूम रहे थे लेकिन उनका सरकारी तंत्र बुरी तरह से विफल रहा। क्योंकि विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के उम्मीदवारों की सैकड़ों गाड़ियां बेखौफ होकर मतदाताओं को घरों से लेकर आती और फिर वोट डलवाकर उन्हें वापस घर तक छोड़कर आती। आब्जर्वर संबंधित आरओ केवल बरनाला शहर का चक्कर लगाने तक ही सीमित रह
शहरके कुछ वार्डों में वोटरों को डरा धमका कर और उनपर दबाव डालकर वोटें डलवाने को लेकर कई वार्डों में उम्मीदवार आपस में भिड़ गए। जहां पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों गुटों को खदेड़ा। शाम को मतदान खत्म होने से 10 मिनट पहले नगर काउंसिल के मतदान केन्द्र पर कुछ लोगों ने जाली मतदान करने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। जहां पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हल्का बल प्रयोग कर सभी को खदेड़ दिया। शहर के वार्ड नंबर 9, 10, 18, 23, 24, और 8 में उम्मीदवारों ने एक-दूसरे पर वोटरों पर दबाव डालने का आरोह लगाया। माहौल तनावपूर्ण होता देख एसएचओ ने पुलिस बल के साथ दोनों गुटों को खदेड़ दिया।
बरनालाके कुछ वार्डों में कुछ मतदाताओं की वोटें कट जाने के कारण उन्होंने भारी रोष व्यक्त किया। पोलिंग स्टेशन पर वोट डालने पहुंचे अशोक कुमार, रमेश कुमार, मोहित, दीपक, नरोत्म आदि ने बताया कि उनके पास वोटर शिनाख्ती कार्ड तो है लेकिन वोटर लिस्ट में उनकी वोटें नहीं हैं। इसी तरह रेखा रानी, सीमा, करमजीत सिंह, प्यारा लाल, नीलम ने कहा कि वोटर लिस्ट में नाम ना होने से वह वोट डालने से वंचित रह गए।
चुनावआयोग पंजाब की सख्त हिदायतों के बावजूद बरनाला में बुधवार को चुनाव के दौरान सरेआम आचार संहिता की धज्जियां उड़ीं। बेशक हलके में कई अधिकारी, आब्जर्वर और आरओ घूम रहे थे लेकिन उनका सरकारी तंत्र बुरी तरह से विफल रहा। क्योंकि विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के उम्मीदवारों की सैकड़ों गाड़ियां बेखौफ होकर मतदाताओं को घरों से लेकर आती और फिर वोट डलवाकर उन्हें वापस घर तक छोड़कर आती। आब्जर्वर संबंधित आरओ केवल बरनाला शहर का चक्कर लगाने तक ही सीमित रह