हिसार. हरियाणा के हिसार जिले में सोमवार को दोपहर एक बजकर 11 मिनट पर आए भूकंप के चलते दीवार गिर गई। दीवार के मलबे में छह लोग दब गए हैं। इनमें से दो की हालत गंभीर है। वहीं, रोहतक के एक स्कूल की छत में भी दरारें पड़ गईं। रोहतक पीजीआई अस्पताल के नए ओपीडी ब्लॉक और नए लघु सचिवालय की इमारत में दरारें पड़ गई हैं। दरारें देखकर लोग इन इमारतों से बाहर आ गए। शहर के किला रोड इलाके में कई घरों में दरारें पड़ गई हैं।
हरियाणा के अलावा भूकंप के झटके दिल्ली, पंजाब और उत्तर प्रदेश के अलावा जयपुर समेत राजस्थान के कई शहरों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। जयपुर के शास्त्री नगर इलाके में एक व्यक्ति के मकान में दरारें पड़ गईं। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.1 (यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक) थी। भूकंप का केंद्र दिल्ली से कुछ दूर बहादुरगढ़ (हरियाणा) में धरती की सतह से 19.1 किलोमीटर नीचे रहा। यह इलाका नई दिल्ली से 48 किलोमीटर, उत्तर पश्चिम उत्तर दिशा में और रोहतक से 22 किलोमीटर पूर्व दक्षिण पूर्व दिशा में है। भूकंप के झटके करीब दस सेकंड तक महसूस किए गए। भूकंप से कई इलाकों में लोग दहशत में आ गए थे। झटके महसूस होने के बाद लोग दफ्तरों और घरों के बाहर आ गए।
इससे पहले पिछले साल 7 सितंबर को दिल्ली और एनसीआर में रिक्टर स्केल पर 4.2 तीव्रता के भूकंप के मध्यम झटके महसूस किए गए थे। भूकंप के ये झटके 10 से 15 सेकेंड तक महसूस किए गए थे। तब भूकंप का केंद्र दिल्ली-हरियाणा की सीमा पर सोनीपत के पास था।
हरियाणा के अलावा भूकंप के झटके दिल्ली, पंजाब और उत्तर प्रदेश के अलावा जयपुर समेत राजस्थान के कई शहरों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। जयपुर के शास्त्री नगर इलाके में एक व्यक्ति के मकान में दरारें पड़ गईं। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.1 (यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक) थी। भूकंप का केंद्र दिल्ली से कुछ दूर बहादुरगढ़ (हरियाणा) में धरती की सतह से 19.1 किलोमीटर नीचे रहा। यह इलाका नई दिल्ली से 48 किलोमीटर, उत्तर पश्चिम उत्तर दिशा में और रोहतक से 22 किलोमीटर पूर्व दक्षिण पूर्व दिशा में है। भूकंप के झटके करीब दस सेकंड तक महसूस किए गए। भूकंप से कई इलाकों में लोग दहशत में आ गए थे। झटके महसूस होने के बाद लोग दफ्तरों और घरों के बाहर आ गए।
इससे पहले पिछले साल 7 सितंबर को दिल्ली और एनसीआर में रिक्टर स्केल पर 4.2 तीव्रता के भूकंप के मध्यम झटके महसूस किए गए थे। भूकंप के ये झटके 10 से 15 सेकेंड तक महसूस किए गए थे। तब भूकंप का केंद्र दिल्ली-हरियाणा की सीमा पर सोनीपत के पास था।