अमृतसर. थाना कैंटोनमेंट की पुलिस चौकी गुमटाला बाईपास ने सरकारी जाली दस्तावेज बना उसे बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस गिरोह के दो सदस्यों अमृतपाल सिंह निवासी हर्षा-छीना व मनजीत सिंह निवासी एकता नगर चमरंग रोड को गिरफ्तार कर उनसे चार जाली राशन कार्ड, एक ड्राइविंग लाइसेंस, दो बर्थ सर्टिफिकेट व एक आरसी बरामद की है।
गिरोह का सरगना फूड व सप्लाई विभाग का क्लर्क मंगत राम बताया जा रहा है। पुलिस मंगत राम की तलाश में छापेमारी कर रही है। वहीं इस गिरोह में डीटीओ, नगर निगम और सेहत विभाग के जन्म व मृत्यु विभाग के कई मुलाजिमों व अधिकारियों के नाम भी सामने आ सकते हैं।
पुलिस को सूचना मिली थी कि अमृतपाल सिंह और मनजीत सिंह जाली दस्तावेज बनाने व उसे बेचने का धंधा कर रहे हैं। इसमें विभिन्न सरकारी विभागों के क्लर्क व अधिकारी भी शामिल हैं। सूचना देने वाले ने पुलिस को बताया कि उक्त आरोपी जाली दस्तावेज बना उसकी सप्लाई देने गुमटाला बाईपास की तरफ जा रहे हैं। इसी आधार पर पुलिस ने नाकेबंदी के दौरान दो आरोपियों को धर लिया। उनकी तलाशी लेने पर उनसे जाली दस्तावेज बरामद हुए। प्राथमिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि फूड सप्लाई विभाग का क्लर्क मंगत राम सहित कई और लोग भी इस घालमेल में शामिल हैं।
इस गिरोह के तार कहां-कहां तक और किस-किस विभाग के किस कर्मी के साथ जुड़े हैं और गिरोह कब से काम कर रहा है। ऐसे कई सवालों के जवाब तलाशने के लिए पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
असली काम भी रिश्वत से
पूछताछ में सामने आया कि अगर किसी ग्राहक का सरकारी विभाग में काम फंसा होता था तो वह उससे सरकारी फीस के अलावा मोटी रकम ले संबंधित विभाग में तैनात अपने साथी को उसका हिस्सा दे असली काम भी करवाते थे।
काली भेड़ों का पता लगाया जाएगा
आरोपियों से पूछताछ जारी है। इसमें कोई दो राय नहीं की सरकारी विभागों में तैनात कर्मियों की मिलीभगत के साथ ही उक्त गिरोह काम कर रहा था, लेकिन वह कौन सी काली भेड़ें थी। इसका पता लगाया जा रहा है।
पन्ना लाल, गुमटाला चौकी इंचार्ज
गिरोह का सरगना फूड व सप्लाई विभाग का क्लर्क मंगत राम बताया जा रहा है। पुलिस मंगत राम की तलाश में छापेमारी कर रही है। वहीं इस गिरोह में डीटीओ, नगर निगम और सेहत विभाग के जन्म व मृत्यु विभाग के कई मुलाजिमों व अधिकारियों के नाम भी सामने आ सकते हैं।
पुलिस को सूचना मिली थी कि अमृतपाल सिंह और मनजीत सिंह जाली दस्तावेज बनाने व उसे बेचने का धंधा कर रहे हैं। इसमें विभिन्न सरकारी विभागों के क्लर्क व अधिकारी भी शामिल हैं। सूचना देने वाले ने पुलिस को बताया कि उक्त आरोपी जाली दस्तावेज बना उसकी सप्लाई देने गुमटाला बाईपास की तरफ जा रहे हैं। इसी आधार पर पुलिस ने नाकेबंदी के दौरान दो आरोपियों को धर लिया। उनकी तलाशी लेने पर उनसे जाली दस्तावेज बरामद हुए। प्राथमिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि फूड सप्लाई विभाग का क्लर्क मंगत राम सहित कई और लोग भी इस घालमेल में शामिल हैं।
इस गिरोह के तार कहां-कहां तक और किस-किस विभाग के किस कर्मी के साथ जुड़े हैं और गिरोह कब से काम कर रहा है। ऐसे कई सवालों के जवाब तलाशने के लिए पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
असली काम भी रिश्वत से
पूछताछ में सामने आया कि अगर किसी ग्राहक का सरकारी विभाग में काम फंसा होता था तो वह उससे सरकारी फीस के अलावा मोटी रकम ले संबंधित विभाग में तैनात अपने साथी को उसका हिस्सा दे असली काम भी करवाते थे।
काली भेड़ों का पता लगाया जाएगा
आरोपियों से पूछताछ जारी है। इसमें कोई दो राय नहीं की सरकारी विभागों में तैनात कर्मियों की मिलीभगत के साथ ही उक्त गिरोह काम कर रहा था, लेकिन वह कौन सी काली भेड़ें थी। इसका पता लगाया जा रहा है।
पन्ना लाल, गुमटाला चौकी इंचार्ज