Sunday, May 31, 2015

“सर्व-रोग-निवारिणी” यानी ‘सभी बीमारियों की दवा।’ लाख दुखों की एक दवा! ‘गांव का दवाखाना’ है नीम के पत्ते

नीम में इतने गुण हैं कि ये कई तरह के रोगों के इलाज में काम आता है। यहाँ तक कि इसको भारत में ‘गांव का दवाखाना’ कहा जाता है। नीम के पत्ते भारत से बाहर 34 देशों को निर्यात किए जाते हैं। इसके पत्तों में मौजूद बैक्टीरिया से लड़ने वाले गुण मुंहासे, छाले, खाज-खुजली, एक्जिमा वगैरह को दूर करने में मदद करते हैं। इसका अर्क मधुमेह, कैंसर, हृदयरोग, हर्पीस, एलर्जी, अल्सर, हिपेटाइटिस (पीलिया) वगैरह के इलाज में भी मदद करता है।इसको एक यथायोग्य नाम दिया गया है – “सर्व-रोग-निवारिणी” यानी ‘सभी बीमारियों की दवा।’ लाख दुखों की एक दवा! ये रहसय परम पूजय स्वामी चिन्मयानन्द जी महाराज ने एक विशेष बातचीत में उजागर किये !स्वामी जी ने बताया कि  दुर्भाग्य से भारत में अभी लोग नीम की  ओर ध्यान नहीं दे हैं परन्तु विदेशो में खासकर अमेरिका में आजकल नीम को चमत्कारी वृक्ष कहा जाता है।
अगर आपको मानसिक बिमारी है, तो भारत में उसको दूर करने के लिए नीम के पत्तों से झाड़ा जाता है। अगर आपको दांत का दर्द है, तो इसकी दातून का इस्तेमाल किया जाता है। अगर आपको कोई छूत की बीमारी है, तो नीम के पत्तों पर लिटाया जाता है, क्योंकि यह आपके सिस्टम को साफ कर के उसको ऊर्जा से भर देता है। अगर आपके घर के पास, खास तौर पर आपकी बेडरूम की खिड़की के करीब अगर कोई नीम का पेड़ है, तो इसका आपके ऊपर कई तरह से अच्छा प्रभाव पड़ता है।
दुनिया बैक्टीरिया से भरी पड़ी है। हमारा शरीर बैक्टीरिया से भरा हुआ है। एक सामान्य आकार के शरीर में लगभग दस खरब कोशिकाएँ होती हैं और सौ खरब से भी ज्यादा बैक्टीरिया होते हैं। इनमें से ज्यादातर बैक्टीरिया हमारे लिए फायदेमंद होते हैं। इनके बिना हम जिंदा नहीं रह सकते, लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं, जो हमारे लिए मुसीबत खड़ी कर सकते हैं। अगर आप नीम का सेवन करते हैं, तो वह हानिकारक बैक्टीरिया को आपकी आंतों में ही नष्ट कर देता है।
नीम के कुछ पत्तों को पानी में डाल कर रात भर छोड़ दें और फिर सुबह उस पानी से नहा लें । आपके बदन पर के सारे बैक्टीरिया नष्ट हो जाएंगे।
नीम के पत्तों को पीस कर पेस्ट बना लें, उसकी छोटी-सी गोली बना कर सुबह-सुबह खाली पेट शहद में डुबा कर निगल लें। हर तरह कि अलर्जी ख़त्म हो जाएगी .. नीम में ऐसी भी क्षमता है कि अगर आपकी रक्त धमनियों(आर्टरी) में कहीं कुछ जमना शुरु हो गया हो तो ये उसको साफ कर सकती है। मधुमेह(डायबिटीज) के रोगियों के लिए भी हर दिन नीम की एक छोटी-सी गोली खाना बहुत फायदेमंद होता है।स्वामी जी ने बताया के अगर कोई भी सवस्थ व्यक्ति रोजाना नीम की ३ पतिया खाता है तो वह व्यक्ति जीवन भर निरोग रह सकता है !


Saturday, May 30, 2015

नए टीआरपी सिस्टम में इंडिया न्यूज की धमाकेदार एंट्री, नंबर चार पर काबिज, तेज ने न्यूज नेशन को पछाड़ा

20वें सप्ताह की टीआरपी में कई उलटफेर देख सकते हैं. कुछ हफ्तों से टीवी की टीआरपी TAM की जगह BARC के माध्यम से आ रही है. लेकिन इंडिया न्यूज के BARC रेटिंग सिस्टम में शामिल न होने के कारण BARC द्वारा जारी की जा रही पिछले कुछ हफ्तों की टीआरपी लिस्ट से यह चैनल गायब था. अब जब रेटिंग सिस्टम में यह शामिल हुआ तो जो टीआरपी आई है उसमें इंडिया न्यूज ने नंबर चार की पोजीशन पर कब्जा जमा रखा है.
इंडिया न्यूज की गैरहाजिरी में जी न्यूज अब तक नंबर चार बना हुआ था. इंडिया न्यूज के आते ही जी न्यूज को नंबर पांच पर जाकर संतोष करना पड़ा. एक अन्य बड़े उलटफेर के तहत टीवी टुडे ग्रुप के न्यूज चैनल तेज ने न्यूज नेशन को पछाड़ दिया है. न्यूज नेशन की बुरी गत हुई है और यह कभी चौथे स्थान पर रहने वाला चैनल अब सातवें स्थान पर लुढ़क आया है.
खबर है कि इंडिया न्यूज के न्यूज रूम में जश्न का माहौल है. चैनल के एडिटर इन चीफ दीपक चौरसिया ने इस सफलता का श्रेय चैनल के अपने सभी साथियों को दिया है जिनकी अटूट मेहनत और लगन के कारण यह मुकाम हासिल हो सका है. इंडिया न्यूज की इस शानदार सफलता पर चैनल के मैनेजिंड एडिटर राणा यशवंत कहते हैं: ''जीवन में बड़ी कामयाबी पर भी कभी अति उत्साहित नहीं हुआ और नाकामियों से हतोत्साहित भी नहीं। पत्रकार के तौर पर देश के जरूरी और बुनियादी सवालों को बार बार आम आदमी के लिहाज से समझने की कोशिश की। संपादक के तौर पर कंटेंट के सेलेक्शन और ट्रीटमेंट का ख्याल देश-समाज की बदलती प्राथमिकता और लोगों की पसंद के आधार पर करता रहा। हर बार यही कोशिश रही कि ठहराव और सड़ांध का कभी शिकार ना होने पाऊं। सबसे बड़ी टीम होती है, इसका अहसास टीम के भीतर जिंदा रखूं। आज BARC की TRP आई। इंडिया न्यूज की हिस्सेदारी पहली बार बनी औऱ पहली ही बार में चौथे पायदान पर चैनल का खड़ा होना मेरी टीम को झुमा गया। न्ययूज रुम में यह खुशी देखकर दिल को कैसा लगा मैं आपको कैसे बताऊं। यह तस्वीर लंबे समय तक यादों के काफिले में सबसे ऊंचे सवार सी चलती रहेगी।''
देखिए टीआरपी के ताजा आंकड़े...
BARC, TG:4+,TB:0600Hrs to 2400Hrs, Wk 20
Aaj Tak 16.3 dn 0.9
India TV 14.7 dn 1.0
ABP News 13.6 dn 2.4
India News 9.4 up 9.4
Zee News 9.1 dn 1.8
Tez 8.9 dn 0.3
News Nation 8.3 dn 1.9
News 24 7.8 up 1.2
IBN 7 5.5 dn 1.2
NDTV India 4.4 dn 1.1
DD News 1.9 dn 0.1

देह व्यापार के अड्डे का पर्दाफाश

मोगा - पुलिस द्वारा आज अमृतसर रोड मोगा पर पिछले लंबे समय से चलते आ रहे देह व्यापार के अड्डे पर छापामारी कर उक्त अड्डे का पर्दाफाश करते हुए मुख्य संचालिका सहित 7 महिलाओं तथा एक लड़के को काबू किया गया। 
 
जानकारी के अनुसार डी.एस.पी. (सिटी) संदीप कुमार शर्मा को गुप्त सूचना तथा लोगों से जानकारी मिली थी कि अमृतसर रोड मोगा पर एक महिला पिछले लंबे समय से कथित तौर पर देह व्यापार का धंधा चला रही है। यदि तुरंत छापामारी की जाए, तो वहां से देह व्यापार में शामिल महिलाएं तथा अन्य व्यक्ति काबू आ सकते हैं। जिस पर डी.एस.पी.(सिटी) संदीप शर्मा ने तुरंत सहायक थानेदार बलवीर सिंह, सहायक थानेदार परमजीत कौर, सहायक थानेदार परनीत कौर, हवलदार जगमोहन सिंह, हवलदार जगसीर सिंह आदि पुलिस मुलाजिमों सहित बताई गई जगह पर छापामारी की तो पुलिस द्वारा उक्त देह व्यापार के अड्डे का पर्दाफाश करते हुए देह व्यापार की अड्डा संचालिका सहित वहां से 7 महिलाओं तथा एक लड़के को काबू कर लया गया। इस संबंध में थाना सिटी मोगा द्वारा मामला दर्ज किया गया है। 
 
डी.एस.पी. संदीप शर्मा से बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि देह व्यापार के अड्डों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि ऐसा कोई अड्डा शहर या मोगा जिले में चल रहा है तो इस बारे में उन्हें बताया जाए।

भगवंत मान ने अपना एक साल का ब्यौरा सोशल साइट पर किया सांझा

 संगरूर से मैंबर पार्लियामैंट भगवंत मान ने अपने एक साल की प्राप्तियों का ब्यौरा सोशल नैटवर्किंग वैबसाइट फेसबुक पर डालकर नई मिसाल कायम की है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि एम.पी. कोटे में से पहली ग्रांट अक्टूबर 2014 में ढाई करोड़ रुपए और दूसरी ग्रांट अप्रैल 2015 में ढाई करोड़ रुपए आई थी और पूर्व एम.पी. कोटे में से 23 लाख 13 हज़ार रुपए बची हुई रकम मिली थी। इस कुल रकम में से अब तक वह 2,61,84000 रुपए की राशी अलग-अलग कार्यों के लिए लगा चुके हैं, जबकि 2,57,44000 रुपए की राशी मंज़ूर हुए कार्यों के लिए खाते में से निकल चुकी है। 
बाकी रहते कार्यों की राशि 4,40000 पड़ी है जबकि एम.पी. कोटे में 2,65,69000 रुपए की बची राशी जल्दी ही अलग-अलग विकास कार्यों के लिए ख़र्च की जाएगी।
 
रिपोर्ट के अनुसार भगवंत मान की तरफ से 194 कार्यों की सिफारिश की गई थी, जिनमें से 190 काम मंज़ूर हो चुके हैं और 4 बाकी हैं। भगवंत मान के अनुसार उनका नाम लोकसभा के उन 4 सदस्यों में शामिल है, जिनकी हाज़िरी और पूछे गए सवालों की संख्या सबसे और अधिक है और उन्होंने एक साल के दौरान लोकसभा के अलग-अलग सैशनों में किसानों की आत्महत्या का मामला, पंजाब के नौजवानों की बेरोजगारी की समस्या, ड्रग माफिया, कैंसर की समस्या आदि जैसे बहुत से लोक हित के मामले उठाए हैं।

पत्नी के किसी और के साथ चले जाने पर पति ने उठाया खौफनाक कदम

बरनाला: पत्नी के किसी और के साथ चले जाने पर उसके वियोग में दुखी  नगर कौंसिल के एक कच्चे सफाई सेवक ने गले में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली, जिस कारण सफाई कर्मचारियों में गुस्से की लहर दौड़ गई।
सफाई कर्मचारियों ने आरोपियों के विरुद्ध पर्चा दर्ज करने की मांग की है।  सफाई सेवक यूनियन के अध्यक्ष राजू ने कहा कि 15 मई को मृतक बालकृष्ण बाली की पत्नी घर से चली गई थी। उसने अपने रिश्तेदारों से भी अपनी पत्नी के बारे में पूछा परंतु कहीं भी उसका कुछ पता नहीं चला।
इसके बाद मृतक ने पुलिस को लिखित तौर पर शिकायत दी। पत्नी के चले जाने के बाद मृतक मानसिक तौर पर परेशान रहने लगा व आज उसने गले में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने पुलिस प्रशासन से मांग की कि आरोपी व्यक्तियों कि विरुद्ध पर्चा दर्ज किया जाए। इस मौके  पर पहुंचे पुलिस अधिकारी महिन्दर सिंह ने मामले की जांच शुरू कर दी है। 
मृतक के परिवार को दी जाए आर्थिक सहायता : कांग्रेसी पार्षद महेश लोटा ने कहा कि मृतक के 2 लड़कियां व 2 लड़के हैं। दोनों लड़कियां विवाह करने योग्य हैं। मृतक आर्थिक तौर पर कमजोर था, इसलिए प्रशासन को चाहिए कि वह मृतक के परिवार की आर्थिक सहायता करे। 
उन्होंने अपनी ओर से दोनों लड़कियों के नाम 5100-5100 रुपए की एफ.डी. करवाने का ऐलान किया। इस संबंधी पुलिस अधिकारी महिन्दर सिंह ने कहा कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है। जांच दौरान जो भी तथ्य सामने आएंगे. उस अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

मां ज्वाला के दरबार में क्यों चढ़ाया जाता है नारियल

कांगड़ा: माता ज्वाला देवी मंदिर देश के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थानों में से एक है। ज्वाला देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में कालीधार पहाड़ी के बीच बसा है। आपको बता दें कि मां ज्वाला देवी तीर्थ स्थल को देवी के 51 शक्तिपीठों में से एक शक्तिपीठ माना जाता है। शक्तिपीठ वह स्थान कहलाते हैं जहां-जहां भगवान विष्णु के चक्र से कटकर माता सती के अंग गिरे थे।

मान्यता है कि मां ज्वाला के दरबार में जो भी भक्त नारियल चढ़ाता है उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। दरअसल नारियल ही एक ऐसी चीज है जो मां के ज्यादातर मंदिरों में चढ़ाने के लिए पवित्र मानी जाती है। इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है। यह कहानी जुड़ी है मां ज्वाला यानि माता पार्वती से। कहते हैं कि ध्यानु भक्त मां सती का रूप माने जाने वाली मां ज्वाला जी का परम भक्त था। 

अकबर के शासनकाल के दौरान वह भक्तों की एक टोली के साथ दिल्‍ली से दर्शन के लिए हिमाचल के कांगड़ा स्थित मां ज्वाला के दरबार आ रहा था। इसी दौरान अकबर ने उसकी रास्ते में परीक्षा ले ली। जब अकबर ने उसे वहां जाने का कारण पूछा तो ध्यानु भक्त ने कहा कि मां ज्वाला ही इस दुनिया में सबसे शक्तिशाली है और सबकी मुरादें पूरी करती है। तभी अकबर ने ध्यानु के घोड़े का सिर काट दिया और कहा कि यदि तुम्हारी मां ज्वाला में इतनी ही शक्ति है तो इसका सिर दोबारा जोड़ कर लाओ।

ध्यानु काफी हैरान हुआ और मां के दरबार में पहुंचकर दिन रात तपस्या करने लगा। मगर मां ने दर्शन नहीं दिए। आखिरकार ध्यानु ने मां को प्रसन्‍न करने के लिए अपना सिर काटकर मां को अर्पित कर दिया। तभी उसे मां ज्वाला शेर पर सवार होकर दिखाई दी। मां ज्वाला जी के विशाल रूप को देखकर ध्यानु प्रार्थना करने लगा। मां ने भी अपने भक्त की मुराद पूरी की और दोनों के सिर वापस जोड़ दिए। 

इसके बाद मां ज्वाला जी ने ध्यानु से कहा कि भविष्य में कोई ऐसा काम न करे, इसके लिए मां एक उपाय बताती हूं। जो भी भक्त मुझे शुद्घ नारियल अर्पित करेगा, उसकी सारी मनोकामनाएं अपने आप पूरी हो जाएंगी। इसी के बाद से मां ज्वाला जी के दरबार में नारियल चढ़ाया जाने लगा। हालांकि अब कई मंदिरों में नारियल चढ़ाने पर पाबंदी है लेकिन अभी भी हिमाचल के कई मंदिरों में इसकी परंपरा जारी है।

अंबिका सोनी-शैलजा का हो सकता है अजीत सिंह वाला हश्

 लंबे समय से सत्ता की मलाई खा रही कांग्रेस नेता अंबिका सोनी और शैलजा को सरकारी बंगलों को छोड़ना होगा। उन्हें अपने बंगलों को खाली करने के नोटिस मिल गए हैं। अंबिका सोनी 22 अकबर रोड पर और शैलजा 7 मोतीलाल नेहरु मार्ग पर रहती हैं। सबसे बड़ा बंगला अंबिका सोनी के बंगले के बारे में कहा जाता है कि लुटियन जोन में इतना बड़ा दूसरा कोई बंगला नहीं है। ये करीब साढ़े तीन एकड़ में फैला है। हर लिहाज से बेजोड़ है। शैलजा का भी भव्य बंगला शैलजा का भी बंगला भव्य है। हरियाणा से राज्य सभा सांसद शैलजा और सोनी के बंगले 8-8 बैड रूम वाले हैं। इन्हें खाली करने के आदेश शहरी विकास मंत्रालय ने इसी लिए दिए क्योंकि अब नियमों के तहत किसी सांसद को 8 बैडरूम का बंगला नहीं मिल सकता। चुनौती दे रही हैं हालांकि सोनी और शैलजा सरकार के फैसले को चुनौती दे रही है। ये दोनों कह रही है कि वे अपने बंगलों को खाली नहीं करेंगी। जानकारों का कहना है कि इन दोनों को आगामी 12 जून तक बंगले खाली करने होंगे। अगर इन्होंने बंगले खाली करने में आनाकानी की तो इनका हश्र अजीत सिंह वाला ही होगा। उन्हें अपने सरकारी बंगले से निकाला गया था। गिरिराज सिंह का बंगला इस बीच,लोधी एस्टेट स्थित अमर सिंह के बंगले को मोदी सरकार में मंत्री गिरिराज सिंह को दिया गया। इसमें तमाम दूसरी सुविधाएं भी हैं जैसे जुकाजी और पर्याप्त कार पार्किंग।

 

सेक्स करने में मत करें कोताही, जानिए 10 फायदे

नई दिल्ली- हमारे इधर सेक्स पर बात करना लगभग निषेध ही माना जाता है, पर सच्चाई यह है कि नियमित सेक्स बेहतर सेहत की कुंजी है। इससे ब्लड प्रेशर कम रहता है। कोलस्ट्रोल में सुधार होता है। राजधानी के नेशनल हार्ट इंस्टीच्यूट से जुड़े सीनियर यूरोलोजिस्ट डा.एस.पाल द्वारा किए गए ताजा अनुसंधान से साफ है कि लगातार संभोग इंसान की सेहत के लिए बेहद लाभकारी हैं। डा. पाल के अनुसंधान की 10 अहम बातें आप भी जानिए। नियमित सेक्स से हार्ट अटैक और स्ट्रोक की आशंका आधी रह जाती है। इसके चलते इंसान की आयु में 3 से 8 साल का इजाफा हो जाता है। जो लोग हफ्ते में तीन बार या इससे ज्यादा संभोग कर पाते हैं, उनका इम्युनिटी का स्तर सुधर जाता है। इंसान को अकेलापन खा जाता है। पर जो लोग पुरुष या स्त्री के संपर्क में आते हैं और उनका स्पर्श करते हैं तो उससे उन्हें बहुत पाजिटिव एनर्जी मिलती है। यह भी सेहत के लिए बहुत अच्छी बात है। अच्छे सेक्स से स्ट्रेस घटता है। स्ट्रेस के चलते महानगरों में तमाम बीमारियां जन्म ले रही हैं। 50 साल की उम्र के बाद भी सेक्स करना नियमित रखिए। अपनी सेक्स संबंधी इच्छाओं को लेकर उदासीन रुख मत अपनाइये। डा. पाल मानते हैं कि जो लोग नियमित सेक्स करते हैं, वे कम बीमार पड़ते हैं। उन्हें दफ्तर से कम अवकाश लेते हैं। संभोग करने में कोताही ना बरतने वालों के शरीर में खून का प्रवाह बेहतर तरीके से चलता है। डा. पाल लव मेकिंग करने की भी सलाह देते हैं। डा. पाल ने बताया कि अपनी पत्नी या पति या पार्टनर के साथ सेक्स करने वालों की हार्ट बीट 120 प्रति मिनट हो जाती है। जबकि हालातों में यह 70 प्रति मिनट रहती है। जिनकी हार्ट बीट 120 रहती है, उनका दिल बढ़िया है। डा.पाल ने जर्मनी के सेक्सुअल बिहेवियर एक्सपर्ट के शोध की पुष्टि करते हुए कहा कि नियमित सेक्स करने से ना केवल शारीरिक रूप से इंसान फिट रहता है, बल्कि वह दिमागी काम भी बेहतर कर पाने में सक्षम हो जाता है।

NDA में नीतीश की होगी वापसी, शत्रुघ्न ने कहा हमारा कोई दुश्मन नहीं

पटना। बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या चुनाव से भाजपा-जेडीयू में एक बार फिर से गठबंधन हो सकता है। हलांकि दोनों ओर से किसी ने भी इस बात की ओर संकेत नहीं दिए है, लेकिन पटना साहिब से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने संकेत दिया है कि अगर बिहार के मुख्यमंत्री एनडीए में वापस लौटना चाहेंगे तो भाजपा को कोई आपत्त‍ि नहीं होगी। नीतीश के साथ एक बार फिर से गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजनीति में विरोधी हो सकते हैं, लेकिन कोई भी दुश्मन नहीं होता। उनके इशारों से लग रहा है कि पुराने दोस्त एक बार फिर से साथ आ सकते हैं। बिहार विधानसभा चुनाव: नीतीश, लालू, राबड़ी नहीं लड़ेंगे चुनाव ! शत्रुघ्न सिन्हा ने साफ कर दिया है कि वो आगामी चुनाव के मुख्यमंत्री की रेस में नहीं है। हलांकि वो ये कहने से नहीं चबके कि भाजपा को चुनाव से पहले मुख्यमंत्री के लिए किसी को प्रोजेक्ट करना चाहिए।

 

संघ का कार्यक्रम- पाक जिंदाबाद के नारे लगाने वालों पर एक्शन नहीं

नई दिल्ली -आगरा में शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का शिविर चल रहा था  जिसमें संघ प्रमुख मोहन भागवत भी पहुंच रहे हैं। पर ताजनगरी और इसके आसपास रहने वाले संघ से जुड़े लोग नाराज इस बात से हैं कि पिछले दिनों संघ के यहां पर हुए एक कार्यक्रम में कुछ उपद्रवी मुसलमानों ने हमला कर दिया था। माहौल बेहद गंभीर मालूम चला है कि उन्होंने वहां पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए। जाहिर है, इसके चलते वहां पर माहौल बेहद गंभीर हो गया था।
  आगरा संघ से जुड़े हुए स्वामीजी देवेन्द्र ने बताया कि उन लफंगों ने संघ के स्वयं सेवकों के साथ अभद्रता भी की । इस घटना की तहरीर पुलिस को भी दे दी गयी थी लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया। अभी तक इस मामले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका। 
स्वामीजी देवेन्द्र कहते हैं कि ऐसा लगता है की यह सब सोची समझी साजिश के तहत किया गया है। उन्होंने आशंका जताई कि कुछ सिरफिरे लोग प्रदेश को साम्प्रदायिकता की आग में झोंकना चाहते हैं। इस बीच, शुक्रवार को हो रहे संघ के कार्यक्रम में सुरक्षा की तगड़ी व्यवस्था की गई है ताकि फिर से कुछ सनकी लोग गड़बड़ न फैला सके।
 

भारत में ब्रेस्ट कैंसर से ज्यादा मर रही महिलाएं, नये शोध में हुआ खुलासा

नई दिल्ली। एक चौंकाने वाली खबर सामने आयी है जिससे महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर चिंता हो रही है। नये अध्ययन में खुलासा हुआ है कि भारत में इस समय सबसे ज्यादा महिलाएं स्तन कैंसर की शिकार हो रही हैं और इसकी वजह से उनकी मौतों में इजाफा हो रहा है। कुछ समय पहले तक महिलाएं गर्भाशय के कैंसर यानी सर्वाइकल कैंसर की शिकार होती थीं लेकिन इस समय देश में ब्रेस्ट कैंसर के केस ज्यादा हो रहे हैं जो कि एक अच्छी खबर नहीं है।

 एक अध्ययन 'द ग्लोबल बर्डन ऑफ कैंसर 2013' में प्रकाशित हुआ है.. जिसका आंकड़ा निम्नलिखित है.. 1.भारत में साल 2013 तक सर्वाइकल कैंसर से ज्यादा महिलाओं की मौत होती थी। 2.साल 2014 -15 के आंकड़े कहते हैं कि अब महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर की शिकार हो रही हैं। 3.भारत में सन 1990 में 34,962 महिलाओं की सर्वाइकल कैंसर की वजह से मौत हुई थी। 4.2013 में 40,985 महिलाएं सर्वाइकल कैंसर और 47,587 महिलाएं स्तन कैंसर की शिकार हो रही हैं। 5.अध्ययन में कहा गया है कि ब्रेस्ट कैंसर में इजाफा महिलाओं कि बिगड़ी लाइफस्टाइल के कारण है। 6.अध्ययन में कहा गया है कि ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए महिलाओं को 35-50 साल के बीच में अपने वजन पर ध्यान रखना चाहिए। 7. शराब और सिगरेट से भी दूर रहने को भी महिलाओं से कहा गया है।
बढ़ते कैंसर के रोगियों से पूरा विश्व इस समय परेशान है, कैंसर के सबसे ज्यादा रोगी अमेरिका में हैं क्योंकि वहां के लोग रिजर्व फूड खाते हैं। वैसे तो कैंसर का हर प्रारूप तकलीफ देह होता है लेकिन गर्भाशय का कैंसर ऐसा रोग है जिसमें मरीज के बचने के चांसेज बहुत ज्यादा कम होते हैं, अगर मरीज को कैंसर का तुंरत पता नहीं चल पाता है तो उसका खामियाजा उसे अपनी जान देकर ही चुकाना पड़ता है। कैंसर का इलाज भी काफी दर्द भरा होता है। 
वैज्ञानिकों ने एक ऐसी जेनेटिक मटेरियल की खोज की है, जो कि कैंसर को कोशिकाओं को पहचान कर गर्भाशय से अलग कर देगा। अगर रोगी को फर्स्ट स्टेज में पता चल जायेगा तो बिना गर्भाशय को निकाले ही कैंसर को बाहर किया जा सकता है।शोधकर्ताओं ने अध्ययन के लिए 296 गर्भाशय कैंसरों से एकत्र किए गए एमआरएनए और 1,839  नार्मल टिशूज को एकत्र किया था। संकेत और लक्षण अक्सर गर्भाशय कैंसर के बारे में लोगों को काफी देर से पता चलता है। महिलाएं अक्सर इन लक्षणों को देखकर अनदेखा कर देती हैं। सामान्य तौर पर इस रोग से ग्रसित महिलाओं की उम्र 45 के पार होती है। इस उम्र में महिलाओं को मोनोपार्ज होने शुरू हो जाते हैं। इसलिए जब रक्त-स्राव ज्यादा होने लगता है तो उन्हें भ्रम होने लगता है कि मासिक धर्म के जाने के दिन है जिसके कारण उन्हें दर्द और रक्त-स्राव हो रहा है और यहीं वो गलती कर जाती हैं, इसलिए अगर इस तरह की किसी भी समस्या से आप ग्रसित हों तो तुरंत अपनी डॉक्टर से संपर्क करें। वैसे WHO के मुताबिक पिछले पांच सालों में 30-40 के बीच की महिलाओं में यह रोग देखा गया है। गर्भाशय-ग्रीवा कैंसर का उपाय आम तौर पर डॉक्टरों के पास बायोप्सी करने के आलवा कोई चारा नहीं होता है इसलिए गर्भाशय रिमूव करने के बाद महिलाएं संतान को जन्म नहीं दे सकती हैं।

 लेकिन अब एक राहत की खबर आ रही है। भारत के  एक महान संत स्वामी चिन्मयनन्द जी महाराज ने दावा किया है के भारत में प्राचीन काल से कैसर जैसी नामुराद बीमारी से निजात पाने के लिए हजारो वर्षो की शोद से कुश पेड़ ,पोदे और जड़ी बूटियों की सहायता से कैंसर को जड़ से मिटाया जा सकता है ! स्वामी जी ने देश विदेश में लाखो लोगो को कैंसर से छुटकारा दिलाने का दावा भी किया है !

Thursday, May 28, 2015

cancer pationt call to swami ji

दोस्तो अगर आपके आसपास या किसी भी परिचित या अपरिचित को केंसर हो किसी भी प्रकार का तो आप उस मरीज के घर पर जाये

ओर उसके परिवार या खुद मरीज को समझाये की उसकी जो भी दवाएं केंसर की चल रही हे चलने दे ओर वह साथ मे शीशम के पेड 🌿के पत्तों का ज्युस भी दस से पंद्रह दिनों तक लेवें ओर उसके बाद शीशम के

पत्ते को चबाना हर रोज शुरू करें देखते देखते ही आपको केंसर के मरीज के अंदर शानदार बदलाव आने दिखने लगे गे ओर यह बिमारी खत्म होजाती है दोस्तो आपका ओर मेरा छोटा सा प्रचार किसी के भी परिवार मे वापिस खुशियां ला सकता हे तो प्लीज यह काम आप आज से शुरु करे ! For more details
Swami chinmayanand ji maharaj 09050760954


केंसर को जड़ से समाप्त किया जा सकता है -स्वामी चिन्मयानन्द जी ! स्वामी जी का कांटेक्ट नंबर -09050760954


कैंसर एक महामारी के रूप में फैलता जा रहा है ! कैंसर रूपी भयानक दानव पंजाब हरयाणा और राजस्थान के लोगो को दिन ब  दिन निगलता जा रहा है !भारत में बड़ रही कैंसर रुपी इस बीमारी का  कारन हमारी दिनचर्या का अस्त वयस्त होना खानपान ठीक न होना और खेतीबाड़ी में अन्धादुन्द कीटनाशको और रसायनक खादो का प्रयोग है !परन्तु अगर हम चाहे तो कैंसर की बीमारी को जड़ से खत्म कर सकते है ये शब्द परम पूजय स्वामी चिन्मयनन्द जी महाराज ने एक विशेष भेटवार्ता में कहे !
स्वामी जी ने बताया के अगर हर देश वासी अपने आस पास तुलसी का एक पोदा ,नीम का एक पेड़ और कचनार का एक पौदा लगाये तो भारतवर्ष से ये बीमारी सदीओ के लिए समापत हो सकती है !
स्वामी जी ने कहा के ७ पत्ते तुलसी के ७ पत्ते कचनार के और तीन पत्ते नीम के रोजाना खाने से कैंसर ,किडनी और विदूषित रक्त के कारन होने वाली सभी बीमारियो से निजात पायी जा सकती है !
स्वामी चिन्मय नन्द जी महाराज वर्षो से मानवता के भले के लिए जड़ी बूटीओ के खोज कार्य में लगे हुए है और आज लाखो लोग स्वामी जी के अनुभवों से नया जीवन प्राप्त कर चुके है

Sunday, May 17, 2015

सरस्वती नदी को लेकर भूवैज्ञानिकों ने किया चौंकाने वाला खुलासा

यमुनानगर: गांव मुगलवाली में सरस्वती नदी की खुदाई के दौरान करीब 5 फुट की खुदाई से ही निकली सरस्वती नदी की जलधारा पर भूवैज्ञानिकों ने बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया है। खुदाई के दौरान मिल रहे जल और अन्य नदियों के पानी को स्टोर करने के लिए जमीन के नीचे बहुत से सूखे प्राचीन जल मार्ग (पेलियो चैनल) भी मौजूद हैं। 

यह जलमार्ग बाढ़ की विभीषिका से बचा सकते हैं और यहां अथाह पानी एकत्र किया जा सकता है। एकत्र पानी प्रदेश की पेयजल और सिंचाई की समस्या को समाप्त कर सकता है। यह दावा हरियाणा स्पेस एप्लीकेशंस सेंटर की रिपोर्ट में किया गया है। सेंटर प्रदेश सरकार को यह रिपोर्ट पहले ही सौंप चुका है। सेंटर ने हरियाणा प्रदेश में जमीन के नीचे मौजूद पेलियो चैनल (प्राचीन जल मार्ग) को खोजा वर्ष 2013 में तत्कालीन प्रदेश सरकार को इसकी रिपोर्ट सौंपी।

हरियाणा स्पेस एप्लीकेशंस सेंटर के वैज्ञानिकों ने माइक्रोवेव सेटेलाइट के माध्यम से इन चैनलों का पता लगाया था। सेटेलाइट में लगे सेंसर की मदद से जमीन के नीचे काफी गहराई में होने के बावजूद इन पेलियो चैनल को सेटेलाइट तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है। ये पेलियो चैनल उत्तरी हरियाणा में बहुतायत में हैं। यमुनानगर, अंबाला, कुरुक्षेत्र और कैथल में ये चैनल काफी संख्या में हैं। वहीं दक्षिण हरियाणा में हिसार, जींद और सिरसा जिले में हैं। ये चैनल सरस्वती की सहायक नदियों के हैं। 

हरियाणा स्पेस एप्लीकेशंस सेंटर के चीफ साइंटिस्ट डॉ. आर हुड्डा ने बताया कि हजारों वर्ष पूर्व सरस्वती और उसकी सहायक नदियां जमीन के नीचे काफी गहराई में चली गईं। ये चैनल इतने विशाल हैं कि इनमें अथाह पानी स्टोर हो सकता है। गौरतलब है कि सरस्वती नदी की जलधारा के साथ-साथ पत्थर व मिट्टी के बर्तनों के अवशेष भी निकल रहे हैं। 

गत गुरुवार को चंडीगढ़ से आए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीक्षक, पुरातत्व विद व सर्कल हैड जी.एन. श्रीवास्तव तथा उपाधीक्षक डा. अक्षित कौशिक ने सरस्वती नदी की धारा से निकले कुछ पत्थरों जिनमें विशेष रूप से मार्बल के पत्थर भी शामिल हैं तथा मिट्टी के बर्तनों के टुकड़ों को एकत्रित किया।

ढींडसा ने कैप्टन और अातंकवाद में संबंध होने का किया हैरान करने वाला खुलासा

संगरूर: राज्यसभा मैंबर और अकाली दल के सचिव जनरल सुखदेव सिंह ढींडसा ने कैप्टन अमरेंद्र सिंह और अातंकवाद के संबंधों पर बड़ा खुलासा किया है। 
 
सुखदेव सिंह ढींडसा ने कैप्टन पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके आतंकवादियों के साथ संबंध रहे हैं। ढींडसा कैप्टन की तरफ से बादल पर आतंकवाद भड़काने संबंधित बयान पर अपनी प्रतीक्रिया दे रहे थे।
 
ढींडसा का कहना है कि अकाली दल राज्य में आतंकवाद के लिए नहीं अमन शांति के लिए काम कर रहा है। 

हरजीत मसीह कैसे बच गया?- ढींडसा

संगरूरः ईराक में 39 भारतीयों के मारे जाने की पुष्टि करने वाले बटाला के हरजीत मसीह के बयानों पर राज्य सभा मैंबर और अकाली दल के सचिव जनरल सुखदेव सिंह ढींडसा ने शक जताया है। उन्होंने कहा कि गोलीबारी के दौरान उसका बच जाना काफी हैरानीजनक है।
 
ढींडसा का कहना है कि वह परमात्मा के आगे सभी भारतियों के सही सलामत होने की प्रार्थना करते हैं।

अब सोशल मीडिया पर अकाली दल की भाजपा के साथ Race

धूरी: भाजपा की तर्ज पर अब अकाली दल की तरफ से भी भर्ती अभियान शुरू कर दिया गया है। सबसे खास बात यह है कि अकाली दल ने भी सदस्यों की संख्या बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री बादल ने खुद इस बात की पुष्टि की है।
जानकारी के मुताबिक विधानसभा में अकाली विधायकों की संख्या बढ़ाने के बाद अब अकाली दल फेसबुक पर भी मैंबर बना कर भाजपा के भर्ती अभियान को टक्कर देने की फिराक में है।

पंजाब देश का सबसे भ्रष्ट राज्य बना: भगवंत मान

होशियारपुर : आम आदमी पार्टी की तरफ से शुरू ‘बेईमान भगाओ पंजाब बचाओ’ यात्रा का आज मुकेरियां व होशियारपुर पहुंचने पर विभिन्न क्षेत्रों में लोगोंं ने भारी स्वागत किया। यात्रा, जो 100 के लगभग वाहनों पर आधारित थी, में भारी संख्या में आम आदमी कार्यकत्र्ता शामिल हुए। नगर के बाजारों से यात्रा गुजरने के दौरान लोगोंं ने पुष्प वर्षा करके सांसद भगवंत मान, पंजाब के कन्वीनर सुच्चा सिंह छोटेपुर व दिल्ली के कई विधायकों का अभिनंदन किया।
 
बाद में यात्रा के निर्धारित कार्यक्रम से 5 घंटे देरी से पहुंचने के बावजूद मॉडल टाऊन के ऊधम सिंह पार्क में भारी संख्या में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए पार्टी की पंजाब इकाई के कन्वीनर सुच्चा सिंह छोटेपुर ने कहा कि पंजाब के लोगों की दुख-तकलीफों को देखते हुए अरविंद केजरीवाल जैसे नरम स्वभाव के नेता ने ‘बेईमान भगाओ पंजाब बचाओ’ जैसी सख्त यात्रा शुरू करने का निर्णय किया। 
 
पंजाब में प्रकाश सिंह बादल के नेतृत्व वाली अकाली-भाजपा सरकार ने पंजाब का बेड़ा 
गर्क करके रख दिया है। अकाली दल व भाजपा गठबंधन ने पंजाब को नशों का छठा दरिया बनाकर रख दिया है। 
 
आज पंजाब की हालत अत्यंत दयनीय है। सांसद भगवंत मान ने कहा कि पंजाब, जो किसी समय कृषि के क्षेत्र, सेना में भर्ती के मामले में देश का एक अग्रणी राज्य था, आज देश का सबसे बड़ा भ्रष्ट राज्य बन गया है। लाल बत्तियों वाली सरकारी गाडिय़ों में जगह-जगह पर जाकर नशीले पदार्थों की डिलीवरी गांवों में की जाती है। अकाली दल-भाजपा गठबंधन व कांग्रेस ने आपस में 5-5 वर्ष शासन करने की फिकिं्सग की हुई है। इसे राज्य के लोग अब अच्छी तरह से जान गए हैं।
 
उन्होंने कहा कि आज पंजाब बारूद के ढेर पर खड़ा है। पंजाब को बचाने के लिए ही अरविंद केजरीवाल ने मिशन 2017 का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने लोगों से कहा कि वे भ्रष्ट बादल सरकार को उखाड़ फैंकने के लिए आगे आएं। इस अवसर पर पार्टी की राष्ट्रीय परिषद के सदस्य नवीन जैरथ, पंजाब कार्यकारिणी की सदस्य यामिनी गोमर, जिला कन्वीनर जसवंत सिंह मठारू ने अपने विचार प्रकट किए।

गॉगल पहन विवाद में आए IAS की संपत्ति सुन उड़ जाएंगे होश

अमित कटारिया के फेसबुक पेज पर अगर आप जाएं तो पाएंगे कि अपना होमटाउन गुड़गांव को बताते हैं। हालांकि करेंट ऑफिस के उनके स्टेटस में उस जगह का नाम लिखा है जिसकी वजह से वह फिलहाल पूरे देश में चर्चा का केंद्रबिंदु बने हुए हैं।अपने फेसबुक प्रोफाइल में अमित बताते हैं कि फिलहाल वह छत्तीसगढ़ के बस्तर में पोस्टेड हैं। फेसबुक पेज पर ही वह अपनी शैक्षिक योग्यता बताते हुए कहते हैं कि वह इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ‌आईआईटी दिल्ली से बीटेक हैं।2001 में बीटेक करने से पहले वह डीपीएस आरकेपुरम से स्कूली शिक्षा पाई और इसके बाद प्रशासनिक सेवा में चले गए। इससे साफ है कि अमित काफी संपन्न पारिवारिक घराने से संबंध रखते हैं। उनकी पत्नी प्रोफेशनल पायलेट हैं।इतना ही नहीं अमित के परिवार का रियल स्टेट का अच्छा खासा कारोबार है और दिल्ली व आस पास में इनके परिवार के पास शॉपिंगबता दें कि फिलहाल वह छत्तीसगढ़ में बस्तर जिले के डीएम के तौर पर तैनात हैं। 9 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ के दौरे पर थे। इस दौरान वह जगदलपुर और दंतेवाड़ा भी गए। मॉल व कॉम्पलेक्स भीनियमानुसार जिलाधिकारी ने प्रधानमंत्री और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह की आगवानी की। प्रधानमंत्री का स्वागत करने वाली तस्वीरें अमित ने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर भी लगा रखी हैं। लेकिन उन्हें क्या पता था कि यह आगवानी उन्हें इतनी महंगी पड़ जाएगी कि सरकार की तरफ से उन्हें नोटिस भेज दी जाएगी। असल में पूरे विवाद की मूल जड़ धूप का एक चश्मा है।प्रधानमंत्री की अगवानी के दौरान अमित ने धूप का चश्मा पहन रखा था। उन्हें भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि उनका यह कृत्य ऑलइंडिया सर्विस (कंडक्ट) रूल्स 1968 के क्लॉइस रूल में बुक में बताया गया है कि पीएम की अगवानी के दौरान नौकरशाहों को क्या और कैसे पहनना है। अमित ने प्रधानमंत्री की आगवानी के दौरान काला चश्मा पहन कर इस नियम का उल्लंघन किया है।ज 3(1) का उल्लंघन है।हालांकि इस पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व कैबिनेट सेक्रेटरी टीएसआर सुब्रमण्यम ने कहा है कि रूल्स के मुताबिक सरकारी कार्यक्रमों में उचित कपड़े पहनने का जिक्र है। रूल्स में काले चश्मे का कोई जिक्र नहीं है।टीएसआर सुब्रमण्यम का कहना है कि मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई बुराई है। गर्मी में काला चश्मा पहनने पर किसी अधिकारी को नोटिस देना अजीब लगता है लेकिन सरकारी नियाम के अनुसार ये गलत है और इसके लिए एक होनहार अधिकारी को नोटिस दिया जा चुका है।

पेट भरने के लिए रोजाना 1 किलो रेत खाती है ये महिला

आपने अक्सर अपने घर या पडोस में बच्चों को रेत खाते हुए देखा होगा। लेकिन क्या कभी किसी बडे को ऎसा करते हुए देखा है जो अपना पेट भरने के लिए रेत खाता हो। लेकिन आज हम आपको एक ऎसी महिला के बारे में बताने जा रहें है जो अपना पेट भरने के लिए रेत खाती है। 
उत्तरप्रदेश के शाहजहांपुर के एक गांव की रहने वाली सुदामा देवी नित्य अपनी भूख मिटाने के लिए रेत खा कर अपना पेट भरती है। बता दें कि यह सुदामा देवी रोजाना 1 किलोग्राम रेत खा जाती है। जिसे खाने में उसे किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होती।
 उन्होंने बताया कि जब वह 10 साल की थी तो मजाक ही मजाक में सहेलियों के कहने पर उसने रेत खाई थी मगर तब से लेकर आज तक वह लगातार इसका सेवन करती आई है। उनका कहना है कि वह कभी भी बीमार नहीं हुई।   

दिल्ली एलजी और केजरीवाल में फिर ठनी, गैमलीन ने संभाला कार्यभार

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार में कार्यवाहक मुख्य सचिव की नियुक्ति को लेकर चल रही तकरार उस वक्त मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल नजीब जंग के बीच खुली जंग में तब्दील हो गई जब दोनों ने एक दूसरे के अधिकार क्षेत्र को ही चुनौती दे डाली। वहीं, सीनियर आईएएस अधिकारी शकुंतला गैमलीन ने एक्टिंग चीफ सेक्रेटरी के रूप में पदभार संभाल लिया। दिल्ली सरकार के मना करने के बावजूद उन्होंने यह पदभार संभाला। 

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने शकुंतला गैमलीन को एक पत्र भेजकर उनकी नियुक्ति नियमों के खिलाफ होने की बात कहते हुए उनसे पदभार ना संभालने के लिए कहा था, लेकिन गैमलीन ने इसके कुछ घंटों बाद ही यह पदभार संभाल लिया। एलजी नजीब जंग ने आप सरकार के विरोध के बावजूद शुक्रवार को गैमलीन को दिल्ली के एक्टिंग चीफ सेRेटरी के तौर पर तैनात किया था। दरअसल दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी के के शर्मा निजी कारणों से अमेरिका की यात्रा पर हैं। इसलिए गैमलीन को उनकी गैर मौजूदगी में यह पद संभालने की जिम्मेदारी दी गई है। 

दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने गैमलीन पर बिजली कंपनी के साथ करीबी संबंध होने का आरोप लगाकर उनकी नियुक्ति का कडा विरोध किया था। 1984 बैच की आईएएस अधिकारी गैमलीन ने इन आरोपों को आधारहीन बताते हुए उनसे इनकार किया। गैमलीन ने शनिवार को दिन में दिल्ली सचिवालय में आकर अपना पदभार संभाला और काम किया। 

मोगा कांड के खिलाफ कांग्रेस निकालेगी कैंडल मार्च

मोगा कांड के खिलाफ कांग्रेस की महिला कार्यकर्ता गुरुवार शाम इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकालेंगी। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन इसका नेतृत्व करेंगे। मार्च के जरिए महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा प्रमुखता से उठाया जाएगा। पंजाब के मोगा जिले में छेड़छाड़ का विरोध करने पर मां और बेटी को चलती बस से बदमाशों ने फेंक दिया। घटना में बेटी की मौत हो गई। 

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने बताया कि पूरे देश में हो रही महिलाओं के साथ बलात्कार व छेड़छाड़ की घटनाओं से कांग्रेस चिंतित है। दिल्ली में भी इस तरह की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। इसी मुद्दे पर कांग्रेस गुरुवार की शाम छह बजे कैंडल मार्च निकालेगी। दिल्ली के अलावा पंजाब कांग्रेस नेता भी इसमें शामिल होंगे। 

मुखर्जी ने नई दिल्ली नगर पालिका परिषद द्वारा 1600 कांट्रैक्ट कर्मचारियों को नियमित नहीं करने पर आम आदमी पार्टी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को नियमित करने के लिए स्पेशल सेल का गठन किया गया था। लेकिन आप सरकार के आने के बाद स्पेशल सेल ठप पड़ गई है।

मोगा कांड: हाईकोर्ट ने कार्रवाई रिपोर्ट, बस संचालकों की जानकारी मांगी

पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने आज पंजाब सरकार को निर्देश दिया कि वह मोगा छेड़छाड़ मामले में बस स्टाफ के खिलाफ की गई कार्रवाई की रिपोर्ट और राज्य में बस ऑपरेटरों के बारे में स्वामित्व के विवरण सहित जानकारी प्रदान करे।
न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता और न्यायमूर्ति लीसा गिल ने पंजाब के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, परिवहन कंपनी ऑर्बिट एविएशन के मालिकों और राज्य के परिवहन आयुक्त को नोटिस जारी किए तथा 15 मई तक उनसे जवाब मांगा है। घटना से जुड़ी बस पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के रिश्तेदारों से संबंधित ऑर्बिट एविएशन कंपनी की है।
अदालत ने राज्य सरकार को निर्देश दिया कि वह बस के चालक, परिचालक और अन्य स्टाफ के बारे में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट दे। इसने आम आदमी पार्टी के वकील आरएस बैंस और अन्य अधिवक्ता एचएस अरोड़ा से इस मामले पर अपनी अर्जियां वापस लेने को कहा तथा उन्हें अदालत मित्र नियुक्त कर दिया।
उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार से कहा कि वह पंजाब रोडवेज, पेप्सू आरटीसी बसों की संख्या और निजी ऑपरेटरों का ब्यौरा और प्रत्येक ऑपरेटर के स्वामित्व का विवरण दे। मोगा बस छेड़छाड़ मामले में अदालत ने इसे लिखे गए एक पत्र पर स्वत: संज्ञान लिया था। इस घटना में बस से कथित तौर पर फेंकी गई एक लड़की की मौत हो गई थी। छेड़छाड़ का विरोध करने पर तेरह वर्षीय लड़की को उसकी मां के साथ बस से बाहर फेंक दिया गया था।
घटना से बड़े पैमाने पर रोष भड़क उठा था। बाद में उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने ऑर्बिट एविएशन की सभी बसों को सड़कों से वापस लेने का आदेश दिया था। वह इन बसों के सह मालिक हैं। उन्होंने यह भी निर्देश दिया था कि बस स्टाफ को एक ऑरियंटेशन पाठ्यक्रम के लिए भेजा जाए।
पंजाब सरकार ने घटना की जांच के लिए एक न्यायिक आयोग गठित करने का फैसला किया था। विपक्ष ने हालांकि कदम पर सवाल उठाया। कांग्रेस नेता अमरिंदर सिंह ने कहा कि मामला चूंकि पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के समक्ष लंबित है, इसलिए कोई समानांतर जांच कराने की आवश्यकता नहीं थी।

पंजाब, हरियाणा में नहीं बंद हो रही पुआल जलाने की प्रथा

सरकार द्वारा तमाम तरीके से समझाए जाने के बाद भी पंजाब और हरियाणा में कई ऐसे किसान हैं, जो फसल कटाई के बाद खेतों में बचे फसल के पुआल को जलाना बंद नहीं कर रहे हैं। साल में दो बार व्यापक स्तर पर पुआल जलाने के कारण बड़े स्तर पर प्रदूषण फैलता है और यह दिल्ली तथा अन्य उत्तर भारतीय क्षेत्र में प्रदूषण का एक बड़ा कारण है।

दोनों ही राज्यों में गेहूं की कटाई लगभग पूरी हो चुकी है और अधिकारी किसानों को यह समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि वे खेत में पुआल नहीं जलाएं। दोनों ही राज्यों के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पुआल जलाए जाने से पर्यावरण को होने वाले नुकसान को लेकर चिंतित हैं। हरियाणा में अधिकारियों ने किसानों को चेतावनी दी है कि गेहूं के पुआल जलाने पर लगी पाबंदी का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जबकि पंजाब में इस नुकसानदेह प्रथा को समाप्त करने के लिए जिलों और गांवों के लिए ईनाम घोषित किए गए हैं।

युवा कृषक और पर्यावरणविद कुलतार सिंह ने कहा कि पुआलों को उखाड़ने में लगने वाले समय को बचाने के लिए किसान आम तौर पर ऐसा करते हैं। इससे उन्हें तुरंत तो फायदा हो सकता है, लेकिन लंबे समय में इससे भूमि की ऊर्वरता और पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है। हरियाणा के पर्यावरण विभाग ने वायु (प्रदूषण निवारण एवं नियंत्रण) अधिनियम 1981 के तहत अधिसूचना जारी कर खेत में फसलों के पुआल जलाएं जाने पर पाबंदी लगा दी है।

हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार ने एक निर्देश जारी किया है कि फसलों के पुआल न जलाए जाएं, क्योंकि इससे कटाई के मौसम में वायु प्रदूषण बढ़ता है। उन्हें पुआल को मशीन से निकालना चाहिए और उसका उपयोग चारे या खाद के लिए करना चाहिए। हाल के वर्षों में बोर्ड ने कुरुक्षेत्र और फरीदाबाद के विशेष पर्यावरण अदालत में 32 किसानों के विरुद्ध मामला दर्ज किया है।

पंजाब में सरकार ने इस प्रथा को रोकने के लिए हाल में ही जिलों और गांवों के लिए एक करोड़ रुपये तथा एक लाख रुपये ईनाम की घोषणा की है।
पंजाब सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि इसे रोकने के लिए दंड देने का परिणाम नहीं निकल रहा है, इसलिए हमने ऐसे जिलों और गांवों को पुरस्कृत करने का फैसला किया है, जो फसलों के पुआल जलाना बंद कर देते हैं। इसके लिए हरियाणा सरकार विभिन्न मशीनों के उपयोग को बढ़ावा दे रही है।

कृषि विभाग के एक अधिकारी अशोक कुमार ने कहा कि किसानों को हैप्पी-सीडर, टर्बो सीडर, शेडर, बेलिंग मशीन और जीरो-सीड-कम-फर्टिलाइजर ड्रिल खरीदने के लिए सब्सिडी दी जा रही है। वैज्ञानिक रणबीर दहिया ने कहा कि कटाई सत्र में जलाने की इस क्रिया से प्रदूषण कई गुना बढ़ जाता है। खेत की ऊर्वरता भी घटती है।

एक टन धान की खड़ी पुआल जलाने से 5.5 किलोग्राम नाइट्रोजन, 2.3 किलोग्राम फास्फोरस, 25 किलोग्राम पौटेशियम और 1.2 किलोग्राम सल्फर का नुकसान होता है। इससे जमीन गर्म हो जाती है, जिससे चूहे, सांप और अन्य कई जीव-जंतु भी मर जाते हैं, जो फसलों के लिए फायदेमंद होते हैं। दहिया ने कहा कि यदि फसलों के पुआल को जमीन में ही रहने दिया जाए, तो जमीन की ऊर्वरता बढ़ती है।

अब किताब के जरिए कई राज खोलेंगे आडवाणी

करीब छह दशक से देश की सियासत के गवाह रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी अपने राजनीतिक अनुभवों को साझा करने का मन बना रहे हैं। आडवाणी ने अपने करीबी मित्रों से किताब लिखने की योजना का खुलासा किया है।

उनके करीबियों की मानें तो आडवाणी की पुस्तक में खासतौर पर जनसंघ का जनता पार्टी में विलय, इसके बाद जनता पार्टी के ध्वस्त होने के बाद भाजपा की स्थापना का विस्तार से जिक्र होगा।

हालांकि, आडवाणी ने किताब लिखने की शुरुआत नहीं की है, लेकिन उन्होंने मन बना लिया है। इस क्रम में आडवाणी ने अपने करीबियों के साथ भाजपा की स्थापना से जुड़ी कई दिलचस्प जानकारियां भी साझा की हैं।
वर्ष 1977 में सत्ता हासिल करने के महज तीन साल के भीतर जनता पार्टी के बिखरने के बाद अटल न तो नई पार्टी बनाना चाहते थे और न ही नई पार्टी का अध्यक्ष ही बनना चाहते थे।

आडवाणी के नई पार्टी बनाने के प्रस्ताव को अटल ने खारिज कर दिया था। अटल तब जनता पार्टी के किसी गुट से जुड़े रहना चाहते थे। उस दौरान चंद्रशेखर भी अटल-आडवाणी के साथ पार्टी बनाने का प्रस्ताव ले कर आए थे।

हालांकि तब चंद्रशेखर नहीं चाहते थे कि अटल पार्टी की कमान संभालें।
पार्टी बनाने पर अटल के राजी होने के बाद आडवाणी ने तत्कालीन चुनाव आयुक्त एसएल शकधर से मुलाकात कर नई पार्टी के लिए अटल की पसंद के चुनाव चिह्न साइकिल की मांग की थी।

किसी अन्य दल को यह चुनाव निशान आवंटित होने के कारण आडवाणी ने कमल को पसंद किया। उस समय आडवाणी के समक्ष चुनाव चिह्न के रूप में गुलाब के फूल का भी विकल्प था।

देश भक्त सेना ट्रस्ट के अधयक्ष मनोज वशिष्ठ पुलिस इन्कॉउंटर में हलाक

नई दिल्ली।  ।दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शनिवार देर रात एक व्यक्ति को एनकाउंटर में मार गिराया। मुठभेड़ राजेंद्र नगर इलाके के एक रेस्टोरेंट में हुई। पुलिस का कहना है कि उस पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं, मृतक की पत्नी ने इसे फर्जी मुठभेड़ करार दिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार मारे गए व्यक्ति की शिनाख्त मनोज वशिष्ठ अधयक्ष देश भक्त सेना ट्रस्ट  के रूप में हुई। वह दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ की एक टीम के साथ मुठभेड में मारा गया। पुलिस के मुताबिक, वशिष्ठ कई मामलों में वांछित था और उसके सिर पर इनाम भी था। जानकारी मिली थी कि वह न्यू राजेंद्र नगर के सागर रत्ना रेस्टोरेंट में आने वाला है। इस जानकारी के आधार पर जाल बिछाया गया। रात करीब नौ बजे वह रेस्टोरेंट में पहुंच गया, जबकि मिलने वाला नहीं पहुंचा। वह रेस्टोरेंट में उसका इंतजार कर रहा था। सूचना मिलने पर इसी बीच इंस्पेक्टर संजय दत्त के नेतृत्व में चार पुलिसकर्मी रेस्टोरेंट पहुंचे और उसे गिरफ्तार करने के लिए आगे बढ़े।
  पुलिस को देखकर उसने पहले फायरिंग की। इसके बाद, जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया। पुलिस के मुताबिक, इस मुठभेड में कोई और हताहत हुआ है। मारे गए  व्यक्ति  की पत्नी प्रियंका वशिष्ट ने एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए पुलिस पर जानबूझ कर हत्या करने का आरोप लगाया है। मृतक बागपत का रहने वाला था और उसकी उम्र 37 साल थी। मृतक की पत्नी प्रियंका बागपत में जिला पंचायत सदस्य हैं। दिल्ली पुलिस के मुताबिक मनोज पर धोखाधडी के कुल चार मामले दर्ज थे, तीन केस दिल्ली में और एक चंडीगढ में दर्ज है, मनोज पर चेक बाउंस के भी कई मामले दर्ज हैं। परिवार का आरोप है कि करीब 1 हफ्ते पहले मनोज को कुछ लोगों ने धौलाकुआं के पास घेर लिया था। 
मनोज ने शक जताया था कि यह स्पेशल सेल के लोग हो सकते हैं। ऎसे में परिवार के वकील ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और जवाब में पाया कि मनोज के खिलाफ स्पेशल सेल में कोई भी अपराधिक मामला नहीं है। परिवार का आरोप है कि दिल्ली पुलिस ने मनोज की हत्या की है। परिवार ने इस पूरे मामले की न्यायिक जाँच की मांग की है। मनोज कई साल से देश भक्त सेना ट्रस्ट चला रहा है। मनोज ने ट्रस्ट में नारा दिया था कि खाकी और खादी सुधरे तो देश सुधरे।
मनोज ने पांच साल पहले बागपत में एक समारोह का आयोजन कर 101 निर्धन कन्याओं के विवाह कराए थे। इसी दौरान अवैध बालू खनन के खिलाफ के आंदोलन भी छेडा था। मनोज ने डीयू से बीकॉम कर रखा था। उसके भाई अनिल वशिष्ठ ने बागपत में चैयरमैन पद के लिए चुनाव भी लडा था, लेकिन हार गया था
जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो मनोज ने पुलिस की उपस्थिति को भांप लिया और उसने पुलिस पर गोली चला दी। इसके बाद पुलिस टीम ने अपनी आत्मरक्षा में गोली चलाई जो उसे लग गई।
- एसएन श्रीवास्तव, स्पेशल कमिश्नर, स्पेशल सेल, दिल्ली पुलिस
      मेरे पति की साजिशन हत्या की गई है। वह ऐसे अपराधी नहीं थे जिसका एनकाउंटर किया जाए। वह पहले पटेल नगर में रहते थे। करोलबाग में उनका होटल है। उनका रियल एस्टेट का कारोबार भी है। शनिवार दोपहर वह घर से एक बैठक के लिए गए थे। 
  - प्रियंका वशिष्ठ, मृतक मनोज की पत्नी
डेल्ही पुलिस दवारा किये गए इस ऑपरेशन पर कई सवाल उठने शुरू हो गए है क्या पुलिस उसे उसके राजिंदर नगर वाले ऑफिस से गिरफ्तार नहीं कर सकती थी ? उसका घर भी डेल्ही में ही सिथत था उसका करोल बाग़ में एक होटल है जहा पर उसका रोजाना आना जाना था फिर पुलिस को जाल बिछा कर पकरने की क्या जरुरत थी ? परिवार वालो का कहना है के इस इन्कॉउंटर की उच्च सतरीय जांच होनी चाहिए !







  




Wednesday, May 13, 2015

मोदी जी के नाम एक खुला लेटर - हमारे धार्मिक सथल हमें सौप दे ,हिन्दू मंदिर एक्ट बना दे

                                                मोदी जी के  नाम एक खुला लेटर 
भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंदर मोदी जी महोदय 
नमस्कार 
बंदेमातरम 
महोदया मै आपको तब से जानता हु जब आप पंजाब के प्रभारी थे। तब से ही मै आपका अनुसरण करता आया हु ! भारत का प्रधान मंत्री बंनने से पहले आपने चाय पे बुलाया था, एक शाम चाय पे मोदी के साथ प्रोेग्राम  के तहत ! तब आपसे कुश बाते करने का बहुत मन था ! पर समय के आभाव के कारन पूरी बाटे नहीं हो सकी !
मोदी साहेब आप संघ में पुराण रूप से जुड़े है इस लिए सनातन धरम को मानने वालो की इस देश में हो रही बेरुखी की पीड़ा को अच्छी तरह समझते होंगे !
भारत वर्श  जब से इंडिया बना है देश के कई हिसो में हिन्दू अल्प्सख्यक होते हुए भी कभी अल्प्सख्यक नहीं माने जाते है ! हिन्दुओ का जीना दुबर हो रखा है उनके धार्मिक रीती रिवाजो में कई तरह की अरचणे डाली जाती है !
माननीय महोदय अब  आपको देश की प्रमुख कुर्सी पैर बैठने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है ! हम आपकी मजबूरियों को समझते है ! परन्तु आपसे एक अनुग्रह करते है के आप हिन्दू धरम में आस्था रखने वालो के लिए एक काम कर दे !हमारे धार्मिक सथल हमें सौप दे !श्री मान जी आपको मालूम है के देश में बाकि धर्मो के धार्मिक सथलो पर उनका ही एकाधिकार है ,फिर हिन्दू धरम के साथ हो रहा ये अन्याय आप बंद क्यों नहीं कर रहे !मुस्लिम धरम के धार्मिक सथलो की आमदन पर मुस्लिम समुदाय का ही अधिकार है !ईसाई  समुदाय भी अपनी धार्मिक समुदाय की आमदन पर किसी को फड़कने नहीं देता ,सिख समाज भी अपनी धार्मिक सथलो की आय पर अपना अधिकार रखता है और ये सारी राशि उनके अपने समुदाय पर  ही खरच की जाती है परन्तु हिन्दू धरम के धार्मिक सथलो की आय पर  राज्य सरकार और केन्देर सरकार काबिज रहती है और उस राशि को कभी भी हिन्दू समुदाय के उत्थान के लिए नहीं खरच किया जाता !
महोदय आप अच्छी तरह जानते है के गौ धन कैसे सड़को पर भूखा प्यासा मर रहा है ! अपेक्षा के कारन कई बार कई बड़े बड़े हादसे भी हुए है ! हिन्दू लड़कीअ की पैसे के आभाव में शादी की उम्र निकल जाती है 
हर रेड लाइट पर आपको भिखारी दिखाई दे जाते है !
महोदय हम आपकी मजबूरिया समझते है हमें मालूम है की धरा ३७० को तोडना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है इसके लिए आपको और आपकी सरकार को बहुत मुश्किल होगी !श्री राम जी मंदिर बनाने में भी आप को कई अरचनो का सामना करना पड़ेगा ! परन्तु मै  आपसे विनती करता हु के आप हिन्दुओ के लिए एक काम कर दे !पूरा हिन्दू समाज जो कई टुकड़ो में बटा पड़ा है उसे एक जुट करने में मेरा सुझाव काफी हद तक कारगर होगा 
पूरा हिन्दू समाज एक झंडे के तले इकठा हो कर एक वोट बैंक में तब्दील हो जायेगा ! आप किर्पया सिख गुरुद्वारा एक्ट की तर्ज पर एक हिन्दू मंदिर एक्ट बना दे जिससे हिन्दुओ के धार्मिक सथलो की इनकम से हिन्दुओ के मंदिरो की हो रही दुर्दशा को रोका  जा सके ! हिन्दुओ की एक एलेक्टेड बॉडी हो जो सारे हिन्दू धार्मिक सथलो की सम्भाल  करे ! जिससे हिन्दू धरम में बड़ रही गरीबी और अराजकता को रोका जा सके !आप भली भांति जानते है के हिन्दू मंदिरो में चढ़ने वाली राशि हमारे सालाना बजट से भी ज्यादा हो जाती है, फिर भी सनातन धरम  के धार्मिक सथलो की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है !कारन सपषट है बाकि समुदाय के धार्मिक सथलो की गोलक पर उनका अधिकार है !परन्तु हिन्दू धार्मिक सथलो की आमदनी पर हिन्दुओ का अधिकार नहीं है !हिन्दू धार्मिक सथलो की आमदनी दूसरे समुदाय के लोगो को सब्सिडी के रूप में चली जाती है! मै  आपसे विनती करता हु कि आप  हमारे धार्मिक सथल हमें सौप दे ,हिन्दू मंदिर एक्ट बना दे!
मेरी किसी दूसरे समुदाय की भावना को ठेस पहुचने की कोई मंशा नहीं है !न ही मै  किसी समुदाय के खिलाफ कोई दुर्भावना रखता हु !अपने देश भारत में रहने वाले सभी समुदायों का मै तह दिल से सम्मान करता हु !
                                                                                                                      सादर प्रणाम 
                                                                                                                          राकेश पुंज 

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