संगरूर से मैंबर पार्लियामैंट भगवंत मान ने अपने एक साल की प्राप्तियों का ब्यौरा सोशल नैटवर्किंग वैबसाइट फेसबुक पर डालकर नई मिसाल कायम की है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि एम.पी. कोटे में से पहली ग्रांट अक्टूबर 2014 में ढाई करोड़ रुपए और दूसरी ग्रांट अप्रैल 2015 में ढाई करोड़ रुपए आई थी और पूर्व एम.पी. कोटे में से 23 लाख 13 हज़ार रुपए बची हुई रकम मिली थी। इस कुल रकम में से अब तक वह 2,61,84000 रुपए की राशी अलग-अलग कार्यों के लिए लगा चुके हैं, जबकि 2,57,44000 रुपए की राशी मंज़ूर हुए कार्यों के लिए खाते में से निकल चुकी है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि एम.पी. कोटे में से पहली ग्रांट अक्टूबर 2014 में ढाई करोड़ रुपए और दूसरी ग्रांट अप्रैल 2015 में ढाई करोड़ रुपए आई थी और पूर्व एम.पी. कोटे में से 23 लाख 13 हज़ार रुपए बची हुई रकम मिली थी। इस कुल रकम में से अब तक वह 2,61,84000 रुपए की राशी अलग-अलग कार्यों के लिए लगा चुके हैं, जबकि 2,57,44000 रुपए की राशी मंज़ूर हुए कार्यों के लिए खाते में से निकल चुकी है।
बाकी रहते कार्यों की राशि 4,40000 पड़ी है जबकि एम.पी. कोटे में 2,65,69000 रुपए की बची राशी जल्दी ही अलग-अलग विकास कार्यों के लिए ख़र्च की जाएगी।
रिपोर्ट के अनुसार भगवंत मान की तरफ से 194 कार्यों की सिफारिश की गई थी, जिनमें से 190 काम मंज़ूर हो चुके हैं और 4 बाकी हैं। भगवंत मान के अनुसार उनका नाम लोकसभा के उन 4 सदस्यों में शामिल है, जिनकी हाज़िरी और पूछे गए सवालों की संख्या सबसे और अधिक है और उन्होंने एक साल के दौरान लोकसभा के अलग-अलग सैशनों में किसानों की आत्महत्या का मामला, पंजाब के नौजवानों की बेरोजगारी की समस्या, ड्रग माफिया, कैंसर की समस्या आदि जैसे बहुत से लोक हित के मामले उठाए हैं।