Sunday, May 17, 2015

गॉगल पहन विवाद में आए IAS की संपत्ति सुन उड़ जाएंगे होश

अमित कटारिया के फेसबुक पेज पर अगर आप जाएं तो पाएंगे कि अपना होमटाउन गुड़गांव को बताते हैं। हालांकि करेंट ऑफिस के उनके स्टेटस में उस जगह का नाम लिखा है जिसकी वजह से वह फिलहाल पूरे देश में चर्चा का केंद्रबिंदु बने हुए हैं।अपने फेसबुक प्रोफाइल में अमित बताते हैं कि फिलहाल वह छत्तीसगढ़ के बस्तर में पोस्टेड हैं। फेसबुक पेज पर ही वह अपनी शैक्षिक योग्यता बताते हुए कहते हैं कि वह इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ‌आईआईटी दिल्ली से बीटेक हैं।2001 में बीटेक करने से पहले वह डीपीएस आरकेपुरम से स्कूली शिक्षा पाई और इसके बाद प्रशासनिक सेवा में चले गए। इससे साफ है कि अमित काफी संपन्न पारिवारिक घराने से संबंध रखते हैं। उनकी पत्नी प्रोफेशनल पायलेट हैं।इतना ही नहीं अमित के परिवार का रियल स्टेट का अच्छा खासा कारोबार है और दिल्ली व आस पास में इनके परिवार के पास शॉपिंगबता दें कि फिलहाल वह छत्तीसगढ़ में बस्तर जिले के डीएम के तौर पर तैनात हैं। 9 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ के दौरे पर थे। इस दौरान वह जगदलपुर और दंतेवाड़ा भी गए। मॉल व कॉम्पलेक्स भीनियमानुसार जिलाधिकारी ने प्रधानमंत्री और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह की आगवानी की। प्रधानमंत्री का स्वागत करने वाली तस्वीरें अमित ने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर भी लगा रखी हैं। लेकिन उन्हें क्या पता था कि यह आगवानी उन्हें इतनी महंगी पड़ जाएगी कि सरकार की तरफ से उन्हें नोटिस भेज दी जाएगी। असल में पूरे विवाद की मूल जड़ धूप का एक चश्मा है।प्रधानमंत्री की अगवानी के दौरान अमित ने धूप का चश्मा पहन रखा था। उन्हें भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि उनका यह कृत्य ऑलइंडिया सर्विस (कंडक्ट) रूल्स 1968 के क्लॉइस रूल में बुक में बताया गया है कि पीएम की अगवानी के दौरान नौकरशाहों को क्या और कैसे पहनना है। अमित ने प्रधानमंत्री की आगवानी के दौरान काला चश्मा पहन कर इस नियम का उल्लंघन किया है।ज 3(1) का उल्लंघन है।हालांकि इस पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व कैबिनेट सेक्रेटरी टीएसआर सुब्रमण्यम ने कहा है कि रूल्स के मुताबिक सरकारी कार्यक्रमों में उचित कपड़े पहनने का जिक्र है। रूल्स में काले चश्मे का कोई जिक्र नहीं है।टीएसआर सुब्रमण्यम का कहना है कि मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई बुराई है। गर्मी में काला चश्मा पहनने पर किसी अधिकारी को नोटिस देना अजीब लगता है लेकिन सरकारी नियाम के अनुसार ये गलत है और इसके लिए एक होनहार अधिकारी को नोटिस दिया जा चुका है।

Uploads by drrakeshpunj

Popular Posts

Search This Blog

Popular Posts

followers

style="border:0px;" alt="web tracker"/>