चंडीगढ़. शहर के एसएसपी नौनिहाल सिंह पर लुधियाना की एक महिला ने सेक्सुअल हैरसमेंट और मारपीट के आरोप लगाए हैं। इस महिला ने अपने साथ हुई मारपीट पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। महिला ने याचिका में कहा है कि नौनिहाल सिंह ने एसएसपी संगरूर के पद पर रहते हुए पुलिसकर्मियों से उसकी पिटाई करवाई।
हालांकि सेक्सुअल हैरसमेंट का आरोप मुख्य याचिका में नहीं है। याचिका के साथ लगाए गए दस्तावेजों (एनेक्सचर्स) में महिला ने कहा है कि नौनिहाल सिंह ने लंबे समय तक उनके साथ शारीरिक संबंध बनाए। बाद में रंजिश हुई तो उससे बदसलूकी की गई और झूठे केस दर्ज किए गए। बुधवार को याचिका पर सुनवाई के दौरान महिला ने रोते हुए कहा कि उसकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही। कार्यवाहक चीफ जस्टिस जसबीर सिंह व जस्टिस आरके जैन की खंडपीठ ने महिला से पिटाई के मामले पर पंजाब राज्य मानवाधिकार आयोग के एडीजीपी के पास लंबित जांच पर जवाब तलब करते हुए याचिका पर 8 अगस्त के लिए सुनवाई तय की है।
याचिका के साथ लगे दस्तावेजों के मुताबिक अपने आरोपों में महिला ने कहा है कि नौनिहाल सिंह के साथ 2001 से शारीरिक संबंध थे। 2004 में उसकी शादी हो गई और वह टोक्यो चली गई। 16 जून 2010 को वह रुपयों के लेनदेन के मामले में सुखविंदर की शिकायत लेकर नौनिहाल सिंह (उस वक्त एसएसएपी संगरूर) के पास गई। एसएसपी ने शिकायत तो ले ली लेकिन इसके बाद एएसआई गुरमेल, हेडकांस्टेबल परमजीत व अन्य पुलिसकर्मियों से उसे पिटवाया। फिर उससे जबरन लिखवाया गया कि चोटें बस से गिरने के कारण लगी हैं। इसकी शिकायत मानवाधिकार आयोग में भी की थी।
महिला ने मीडिया के सामने यह दावा किया है कि उसके पास शहर के एक होटल में रिकॉर्ड की गई वीडियो क्लिपिंग है। यह होटल सेक्टर-17 का बताया जा रहा है।
‘आखिरी दम तक लडूंगी’
मैं पंजाब के डीजीपी ऑफिस, चंडीगढ़ पुलिस हेडक्वार्टर और सुखबीर बादल को शिकायत भेज चुकी हूं। मेरी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। यहां से इंसाफ मिलने की उम्मीद है। नौनिहाल सिंह ने न सिर्फ शारीरिक शोषण किया, बल्कि मेरी पिटाई भी करवाई। आखिरी दम तक इंसाफ के लिए लड़ती रहूंगी। मैंने मानवाधिकार आयोग को शिकायत दी। पिछले महीने पंजाब के डीजीपी सुमेध सिंह सैनी ने इंसाफ दिलाने का वायदा किया था। -पीड़ित महिला
नौनिहाल ने साधी चुप्पी
महिला के आरोपों में क्या सच्चाई है, यह जानने के लिए एसएसपी नौनिहाल सिंह से कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया। उन्हें 4 बार मैसेज भेजे गए और 12 बार फोन किया गया। उन्होंने न तो फोन उठाया और न मैसेज का जवाब दिया। बुधवार रात 9.30 बजे उनका फोन स्विच ऑफ हो गया।
महिला ने चंडीगढ़ पुलिस में भी की थी शिकायत 2011 में जब एसएसपी नौनिहाल सिंह ने यूटी के एसएसपी का चार्ज संभाला, तब भी यह महिला चंडीगढ़ पुलिस के हेडक्वार्टर शिकायत देने पहुंची थी। लेकिन महिला को अफसरों से मिलने नहीं दिया गया। हालांकि चंडीगढ़ पुलिस की पब्लिक विंडो पर शिकायत नंबर 02301/11 दर्ज की गई थी। यह शिकायत चंडीगढ़ पुलिस के अपने कप्तान के खिलाफ थी, तो यूटी पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर ने इसे यह कहते हुए पंजाब पुलिस को भेज दिया कि मामले की जांच पहले ही पंजाब पुलिस के आईजी कर रहे हैं।
अपनी रिपोर्ट में न तो इस एसआई ने यह बताया कि पंजाब में कहां, कौन सी जांच नौनिहाल सिंह के खिलाफ चल रही है। शिकायत को रफा-दफा कर दिया गया। जिस एसआई ने यह रिपोर्ट भेजी वह न तो किसी थाने में तैनात है और न ही किसी स्पेशल सेल में। इस एसआई पर खुद ही सीबीआई की ओर से रिश्वतखोरी का आरोप है। ये एसआई एसएसपी के पर्सनल स्टाफ में तैनात है।
हालांकि सेक्सुअल हैरसमेंट का आरोप मुख्य याचिका में नहीं है। याचिका के साथ लगाए गए दस्तावेजों (एनेक्सचर्स) में महिला ने कहा है कि नौनिहाल सिंह ने लंबे समय तक उनके साथ शारीरिक संबंध बनाए। बाद में रंजिश हुई तो उससे बदसलूकी की गई और झूठे केस दर्ज किए गए। बुधवार को याचिका पर सुनवाई के दौरान महिला ने रोते हुए कहा कि उसकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही। कार्यवाहक चीफ जस्टिस जसबीर सिंह व जस्टिस आरके जैन की खंडपीठ ने महिला से पिटाई के मामले पर पंजाब राज्य मानवाधिकार आयोग के एडीजीपी के पास लंबित जांच पर जवाब तलब करते हुए याचिका पर 8 अगस्त के लिए सुनवाई तय की है।
याचिका के साथ लगे दस्तावेजों के मुताबिक अपने आरोपों में महिला ने कहा है कि नौनिहाल सिंह के साथ 2001 से शारीरिक संबंध थे। 2004 में उसकी शादी हो गई और वह टोक्यो चली गई। 16 जून 2010 को वह रुपयों के लेनदेन के मामले में सुखविंदर की शिकायत लेकर नौनिहाल सिंह (उस वक्त एसएसएपी संगरूर) के पास गई। एसएसपी ने शिकायत तो ले ली लेकिन इसके बाद एएसआई गुरमेल, हेडकांस्टेबल परमजीत व अन्य पुलिसकर्मियों से उसे पिटवाया। फिर उससे जबरन लिखवाया गया कि चोटें बस से गिरने के कारण लगी हैं। इसकी शिकायत मानवाधिकार आयोग में भी की थी।
महिला ने मीडिया के सामने यह दावा किया है कि उसके पास शहर के एक होटल में रिकॉर्ड की गई वीडियो क्लिपिंग है। यह होटल सेक्टर-17 का बताया जा रहा है।
‘आखिरी दम तक लडूंगी’
मैं पंजाब के डीजीपी ऑफिस, चंडीगढ़ पुलिस हेडक्वार्टर और सुखबीर बादल को शिकायत भेज चुकी हूं। मेरी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। यहां से इंसाफ मिलने की उम्मीद है। नौनिहाल सिंह ने न सिर्फ शारीरिक शोषण किया, बल्कि मेरी पिटाई भी करवाई। आखिरी दम तक इंसाफ के लिए लड़ती रहूंगी। मैंने मानवाधिकार आयोग को शिकायत दी। पिछले महीने पंजाब के डीजीपी सुमेध सिंह सैनी ने इंसाफ दिलाने का वायदा किया था। -पीड़ित महिला
नौनिहाल ने साधी चुप्पी
महिला के आरोपों में क्या सच्चाई है, यह जानने के लिए एसएसपी नौनिहाल सिंह से कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया। उन्हें 4 बार मैसेज भेजे गए और 12 बार फोन किया गया। उन्होंने न तो फोन उठाया और न मैसेज का जवाब दिया। बुधवार रात 9.30 बजे उनका फोन स्विच ऑफ हो गया।
महिला ने चंडीगढ़ पुलिस में भी की थी शिकायत 2011 में जब एसएसपी नौनिहाल सिंह ने यूटी के एसएसपी का चार्ज संभाला, तब भी यह महिला चंडीगढ़ पुलिस के हेडक्वार्टर शिकायत देने पहुंची थी। लेकिन महिला को अफसरों से मिलने नहीं दिया गया। हालांकि चंडीगढ़ पुलिस की पब्लिक विंडो पर शिकायत नंबर 02301/11 दर्ज की गई थी। यह शिकायत चंडीगढ़ पुलिस के अपने कप्तान के खिलाफ थी, तो यूटी पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर ने इसे यह कहते हुए पंजाब पुलिस को भेज दिया कि मामले की जांच पहले ही पंजाब पुलिस के आईजी कर रहे हैं।
अपनी रिपोर्ट में न तो इस एसआई ने यह बताया कि पंजाब में कहां, कौन सी जांच नौनिहाल सिंह के खिलाफ चल रही है। शिकायत को रफा-दफा कर दिया गया। जिस एसआई ने यह रिपोर्ट भेजी वह न तो किसी थाने में तैनात है और न ही किसी स्पेशल सेल में। इस एसआई पर खुद ही सीबीआई की ओर से रिश्वतखोरी का आरोप है। ये एसआई एसएसपी के पर्सनल स्टाफ में तैनात है।