जब भी कभी जेल सुपरडेंट का जिकर होता है तो इंसान के जेहन में सबसे पहले हिंदी फीचर फिल्म शोले के जेलर का चेहरा आँखों के साहमने आ जाता है ! और अंग्रेजो के ज़माने से जेलर की छवि बड़ी सख्त सवभाव वाले व्यकित की चली आ रही है !पर असलियत में ऐसा नहीं है !जेलर के अन्दर भी एक ऐसा इंसान छिपा है जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते ! ऐसा ही एक जेलर है जिनके दिल में अपनी जेल के कैदीयो के पार्टी सिर्फ प्यार ही नहीं है बल्कि उनके लिए दर्द भी है के कैसे ये कैदी अपना अगला जीवन समाज में अच्छे नागरिक बन के गुजारे !जी है ये शकश है बरनाला जेल के जेलर स कुलवंत सिंह ! स कुलवंत सिंह जो के एक बहुत ही नेक इंसान है हमेशा जेल में कुश न कुश ऐसा उपरला करते रहते है जिससे जेल में बंद कैदियों का जीवन सुधर सके !
स कुलवंत सिंह ने बताया के जैसे शरीर को साफ रखने के लिए नहाना जरुरी हैं इस तरह ही शरीर के अंदरुनी ऑर्गन्स की सफाई भी जरुरी है जिससे शरीर को निरोग रखने के साथ साथ विचारो में भी शुद्ता आती है !इसके लिए वह बरहम कुमारी आश्रम की बहन सु श्री सुदर्शन कुमारी जी के सहयोग से रोजाना जेल में एक अध्यात्मक मैडिटेशन योग शिविर का आयोजन करते है जिससे जेल में बंद कैदियों की सोच पर बहुत गहरा असर पड़ा है और उनमे अच्छे नागरिक बनने की लालसा उत्पन हो रही है !कई कैदी जो के कई घम्भीर बीमारो से गरस्त थे वह ठीक हो गए है !रोजाना ९० मिनट बरहम कुमारी बहनो के सत्संग और मैडिटेशन से जो प्रभाव केदियो की सोच को सकारातमक बनाने पर पड़ा वह आशचर्य जनक था !
स कुलवंत सिंह ने बताया के जेल में बंद लोगो के लिए स्पोर्ट्स का बहुत ही अच्छा उपराला किया है जिसमे कई तरह की गेम्स का प्रबंध है !केदियो को स्वरोजगार बनाने के लिए भी कई प्रबंध किये गए है !
स कुलवंत सिंह ने कहा के जयादातर जुर्म गलत संगत और नशे के कारन हो रहे है और वो नशा बेचने वालो के सख्त खिलाफ है !उन्होंने कहा के मैडिटेशन से सभी बुरी आदतो पर काबू पाया जा सकता है !
वह जेल में जरुरी सुधारो को पहल दे रहे है जिसमे बिजली की बचत के लिए सोलर लाइट्स पर जोर दे रहे है !पोली खेती को बढ़ाने का उपराला कर रहे है ! मै आपको बता दू के स कुलवंत सिंह जी p c s ऑफिसर बनने से पहले भारतीय फौज में भी सेवा कर चुके है !