Monday, January 28, 2013

डीआईजी आलोक कुमार को प्रेजीडेंट पुलिस अवार्ड


 
चंडीगढ़। पिछले दो महीनों से आईजीपी का चार्ज संभाल रहे शहर के डीआईजी आलोक कुमार को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा प्रेजीडेंट पुलिस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। 1996 बैच के एग्मू कैडर के आईपीएस आलोक कुमार ने 3 मई2010 को चंडीगढ़ पुलिस फोर्स में बतौर एसएसपी हेडक्वार्टर ज्वाइन किया और इसी पोस्टिंग के दौरान उन्हें डीआईजी पद की प्रमोशन मिली। नवंबर 2012 में आईजीपी प्रदीप श्रीवास्तव के रिटायर होने के बाद से आलोक कुमार डीआईजी,आईजीपी,आईजी जेल और आर्थिक अपराध शाखा के चार्ज संभाल रहे हैं। इस बार 26 जनवरी पर परेड की सलामी भी वहीं लेंगे और हाल ही में अपनी सुपरविजन में साढ़े 3 साल की बच्ची इदू के अपहरण की वारदात को सुलझाया। इससे पहले एनआरआई की किडनैपिंग का केस भी उन्होंने अपनी सुपरविजन में सुलझाया। जबकि शुक्रवार को ही उन्होंने चंडीगढ़ पुलिस में सीसीटीएन प्रोजेक्ट यानि क्राइम क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क प्रोजेक्ट की शुरूआत की। जबकि 28 जनवरी को चंडीगढ़ पुलिस की शूटिंग रेंज के विस्तार का उद्घाटन भी आलोक कुमार करने जा रहे हैं। इससे पहले आलोक कुमार ने जब पुलिस फोर्स ज्वाइन की,तो उनकी पहली पोस्टिंग भी चंडीगढ़ में बतौर एएसपी सेंट्रल हुई। इसके बाद उन्होंने चंडीगढ़ में ही एएसपी ट्रैफिक तैनात हुए।जेल में बंद अपराधियों को सुधारने के लिए उन्होंने विशेष रूचि ली है। जबकि आलोक कुमार ने बतौर क्रिकेटर चंडीगढ़ पुलिस को तीन ट्राफियां भी दिलवाई। वे चंडीगढ़ पुलिस के कप्तान तो हैं ही,बल्कि अधिकांश मैचों में वे मैन ऑफद मैच भी रहे हैं।
 

सजा भुगत रहे चौटाला ने लिखी चिट्ठी




चंडीगढ़। इनेलो प्रमुख व हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने गणतंत्रत दिवस पर अपने चाहने वालों व देश और प्रदेशवासियों को बधाई व शुभकामनाएं देते हुए लोगों से आपसी भाईचारा, शांति, समन्वय और कानून व्यवस्था बनाए रखने तथा प्रजातांत्रिक प्रणाली का पालन करने का आह्वान किया है। साथ उन्होंने कहा है कि न्यायपालिका से पूरा न्याय मिलेगा।

इनेलो प्रमुख ने नई दिल्ली के जीबी पंत अस्पताल से प्रदेशवासियों के नाम भेजे अपने संदेश में कहा कि वे प्रजातंत्र में विश्वास रखते हैं। प्रजातंत्र में हर नागरिक को प्रजातांत्रिक तरीके से अपना पक्ष रखने या अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार है। लेकिन यह सब प्रजातंत्र के नियमों के तहत होना चाहिए और आम नागरिक को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए।

इनेलो प्रमुख ने कहा कि भारतीय संविधान में न्यायपालिका उसका एक अभिन्न अंग है। वे न्यायपालिका का सम्मान करते हैं और उन्हें न्यायपालिका पर पूरा ऐतबार है। उन्होंने लोगों से संयम और अनुशासन बनाए रखने व आम नागरिक से प्रेम-प्यार और भाईचारा बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि न्यायपालिका द्वारा उनको पूरा न्याय मिलेगा। इनेलो प्रमुख ने अपने संदेश में कहा कि उनकी गैर मौजूदगी अथवा न्यायिक हिरासत के दौरान भावावेश में जनता के प्रदर्शन के दौरान यदि कोई ऐसी घटना घटित हुई है, जो कानून प्रक्रिया के दायरे में नहीं थी या जिससे आम नागरिकों को परेशानी हुई है तो वे उसकी निंदा करते हैं।

Sunday, January 27, 2013


दिल्ली गुरुद्वारा सिख मैनेजमेंट कमेटी के चुनाव 

 
चंडीगढ़. छह साल बाद हो रहे दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी (डीएसजीएमसी) के चुनाव के लिए प्रचार शुक्रवार को थम गया। आखिरी दिन दोनों प्रमुख पार्टियों शिरोमणि अकाली दल (बादल) और शिरोमणि अकाली दल (सरना गुट) के नेताओं ने जमकर प्रचार किया। मुख्य मुकाबला इन्हीं के बीच है।
पंजाब के डिप्टी सीएम सुखबीर बादल ने पार्टी के उम्मीदवार मनजीत सिंह और जसबीर सिंह जस्सा के पक्ष में प्रचार किया, जबकि परमजीत सिंह सरना ने पंजाबी बाग आदि में जोरदार प्रचार किया। शनिवार को को डोर-टू डोर प्रचार ही किया जा सकेगा।
 
बादल-शीला की प्रतिष्ठा दांव पर 
मनजीत पंजाब के सीएम प्रकाश सिंह बादल के करीबी हैं, जबकि परमजीत सरना दिल्ली की सीएम शीला दीक्षित के नजदीकी हैं। इसलिए चुनाव को बादल व शीला की प्रतिष्ठा से जोड़ा जा रहा है।
 
जीत के मायने
शिअद (ब) को भाजपा का समर्थन है। सरना ग्रुप को कांग्रेस सहयोग दे रही है। नवंबर में दिल्ली विधानसभा व 2014 में लोकसभा चुनाव हैं। इस चुनाव से दिल्ली के सिख वोटर्स का रुझान स्पष्ट होगा।
openion pol 
SAD BADAL 21 seats
SAD SARNA 20 seats
others 5 seats

opinion pol on dsgmc elections 2013


Opinion poll:Independent candidates to play vital role to capture power in Delhi Gurudwara elections

Sehajdhari Sikh party says : Non- baptized Sikhs will definitely fall under the category of Sehajdhari Sikhs and majority of the female voters will be affecting the polls.
The last moments of Delhi Sikh Gurudwara management committee elections are creating more indicating results towards the selection of supreme power for a religion . As  Punjab’s ruling party the Shiromani akai dal-Badal has invested heavily in this battle the Delhi party (Sarna group) is contesting in their own area with strong back-up.
feature
So National capital is flooded with rumors, statements and many more opinions about Sikh politics in this elections. NRI INDIA NEWS TV  has covered it s complete scenario and come up with the more concern about these elections that It is not just a Gurudwara elections , it is more than a fight of Supreme power of a Religion and  Sikh community. Before moving towards the result of opinion poll let’s take a look at at  certain political figures of DSGMC elections 2013  :
1.)    Total voters participating in elections : 4, 11,000
2.)    Jatt sikh migrated from Punjab 22-25%
3.)    55-60% Non-Jatt  Sikhs living  in Delhi  (Sikh traders in Delhi/migrated from pakistan) favoring SAD –Delhi (Sarna group)
4.)    Akali dal (Badal) having responses from 30-35% voters
5.)    In spite of that 10% general  category of voters can be seen in the bag of Independent candidates
6.)    Sahibpura has the highest voters approximately 37,000
7.)    Voters in Vishnu Garden area : 23,000
8.)    Paharganj : 1500 voters
Dailypostmail has covered various aspects of Delhi Sikh Gurudwara Management Committee elections in its  opinion survey which shows that :
Q . (A) Either Management of Gurudwara’s should be given in the hands of Delhi (Local)based groups or Punjab’s politically sponsored  groups ?
Survey : In this matter survey reveals the figures that more than 65%  localhites (Delhi residents/voters) are  in the favor of Sarna (SAD Delhi) group considering them as locals, on the other hand 30% voters shows interest in Shiromani akali Dal Badal  as outsiders.
Remaining percentage also is a deciding factor for both of the contesting parties as if they associate with or supporting a winning candidate, will also be a major factor in the DSGMC Polls 2013.
Q (B)  Allegations are in the air, that Sarna group is directly supported by ruling Congress in Delhi , and SAD-Badal are being labeled as agents of RSS ? 
Survey : Issue pertaining a major factor for shiromani akali dal badal of Being a part of RSS, is creating a setback in the mind of voters .. being a Sikh community where SAD (Badal) is seeking votes on the name of Religion , SAD (Delhi)headed by Sarna’s  is facing trouble with the allegations for getting support from congress .  It is to be considered here that Punjab’s ruling party Shiromani akali Dal is having an alliance with BJP in their own state .
poll 6

poll 3






Q (C ) How  female voters  can play an effective role  in Delhi Gurudwara elections   ?
Survey : Female voters will also be a decisive factor in this elections,  as the mind set up of female voters is that so called outsider group Badal’s is indulging in supply of intoxicants etc. to fetch their voters .
Q.(D) Sehajdhari Sikh party has also opposed the SAD-Badal  in this election.
Survey : Though the Delhi Sikh Gurudwara Act 1971 does not hold any particular place in definition for the Sehajdhari Sikhs in this election but still adhering to the definition of Sikh under section 2(n) of the Act 1971  there is no parameter with the Gurudwara Election Commission to measure the depth of unshorn hairs of the so-called Sikh voters.
poll 2
Hence the voters who are not baptized will definitely fall under the category of Sehajdhari Sikhs and majority of the female voters will be affecting the polls.
Q.(E)  Will the past Gurudwara violence incidents effect in this elections too?
Survey : Gurudwara fighting violence shall reflect negative for the Sarna group as 70% Sikh voters condemn this act in religious institution, this factor will also help SAD- Badal in this elections.
People are losing interest in elections, and it will give a lower percentage of the voters but it is mention able  here that there are chances of still a Major poll percentage in this year’s DSGMC elections as compared to the previous year’s.
It can go up to 30-40% polling and if the  polling percentage rises that can favor the chances of  winning  for SAD- Badal or otherwise low poll percentage shall favor winning   of the Sarna Group.
guru

NRI INDIA NEWS TV  survey concludes that overall trend of victory to overpower the DSGMC poll will remain in the hands of the Independents as both the parties can run for a horse trading if it comes to neck to neck fight ….
NRI INDIA NEWS TV  observed the following statistical data for total 46 seats in Gurudwara elections 2013 in which :
 SAD- Delhi (Sarna group)  : 20 seats
SAD –Badal  : 21 Seats
Independent candidates : 5 seats 

Uploads by drrakeshpunj

Popular Posts

Search This Blog

Popular Posts

followers

style="border:0px;" alt="web tracker"/>