Monday, March 31, 2014

सांसद बनने के लिए प्रत्याशियों के सामने चुनौतियां, चुनाव प्रचार में झोंकी ताकत


संगरूर लोकसभा सीट पे अकाली दल बादल के उम्मीद वार सुखदेव सिंह ढींढसा आगे
 कांग्रेस का बेडा dubayegi आम आदमी की पार्टी

बहुजन समाज पार्टी lagayegi खोर कांग्रेस वोट बैंक को
अकाली दल अमृतसर करेगा नुकसान अकाली दल बादल का
सांसद बनने के लिए प्रत्याशियों के सामने चुनौतियां, चुनाव प्रचार में झोंकी ताकत

संगरूर. 9 विधानसभा हलकों में फैली संगरूर लोक सभी सीट पर चुनावी रण तेज होने लगा है। कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार विजय इंदर सिंगला, अकाली-भाजपा के सुखदेव सिंह ढींढसा और आप के भगवंत मान ने अपनी पूरी ताकत चुनाव प्रचार में झोंकनी शुरू कर दी है। हालांकि अकाली दल (अ) के उम्मीदवार मास्टर करनैल सिंह नारीके, बसपा के मदन भट्टी भी अपना पूरा जोर लगा रहे हैं। सांसद बनने की उम्मीद के आगे हर उम्मीदवार के आगे चुनौतियों का पहाड़ है जिससे सभी उम्मीदवारों को चुनाव प्रचार से नापना होगा।
कांग्रेस और अकाली दल में चल रहे बयानबाजी के मुकाबले में आप ने भी अपनी सेंध लगा दी है। तीनों राजनीतिक संगठनों के उम्मीदवार मतदाता को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। संगरूर हलके में राजनीतिक पार्टियों की पकड़ की बात की जाए तो 1962 से 13 लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने चार, अकाली दल ने पांच बार जीत प्राप्त की है। दो बार वामपंथी और दो बार अकाली दल अ का कब्जा रहा है। ऐसे में साफ है कि हलके के मतदाता का झुकाव बदलता रहा है। मौजूदा समय में भी उम्मीदवारों की ओर से चुनाव का रास्ता आसान नहीं है।
सिंगला को प्रचार के लिए मजबूत कंधों की जरूरत
यदि कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार विजय इंदर सिंगला के चुनाव प्रचार की बात की जाए तो वर्तमान समय में सिंगला ने चुनाव प्रचार में अपना दिन रात एक कर रखा है परंतु सिंगला के समर्थन में अभी तक कोई बड़ा नेता चुनाव प्रचार के लिए नहीं पहुंचा है। हालांकि पार्टी में उठ रहे विरोध को सिंगला कुछ शांत करने में कामयाब हुए हैं परंतु सिंगला को लोकसभा हलके के हर विधानसभा हलके में प्रचार के लिए एक मजबूत कंधे की जरूरत है।
सत्ता की विरोध का दंश झेल रहे ढींढसा
अकाली-भाजपा के उम्मीदवार सुखदेव सिंह ढींढसा का चुनाव प्रचार भी शिखरों पर पहुंच रहा है। ढींढसा ने पंजाब के डिप्टी सीएम और शिअद के प्रधान सुखबीर बादल को अपने चुनाव प्रचार में बुलाकर अपनी चुनावी मुहिम को बल देने की कोशिश की है परंतु सरकार सत्ता की विरोध का दंश ढींढसा को झेलना पड़ सकता है। इसके लिए अकाली-भाजपा के वर्कर्स ढींढसा के पक्ष में जनसंपर्क अािभयान जोरों से कर रहे हैं।
प्रतिद्वंदी उम्मीदवारों को नजरअंदाज करना मुश्किल
सबसे बाद में चुनाव प्रचार में उतरे हास्य कलाकार व आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार भगवंत मान का चुनाव प्रचार कांग्रेस और अकाली के बराबर आ खड़ा है। भगवंत मान दोनों मुख्य पार्टियों को टक्कर देने के लिए पूरे तैयार हैं। भगवंत मान की चुनावी सभा को लोगों का समर्थन मिल रहा है परंतु मान के लिए अपने प्रतिद्वंदी उम्मीदवारों की प्राप्तियों को नजरअंदाज कर लोगों से अपने लिए वोट मांगने का रास्ता आसान नहीं है।

'सिद्धू से पूछ लो हाल, मैं तो जेटली को बहस के लिए बुला रहा हूं वो भाग रहे हैं'



 

'सिद्धू से पूछ लो हाल, मैं तो जेटली को बहस के लिए बुला रहा हूं वो भाग रहे हैं'
अमृतसर. अमृतसर से कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, अकालियों ने भाजपाईयों का कभी भला नहीं किया, यदि कोई शक हो तो भाजपा सांसद नवजोत सिंह सिद्धू से ही पूछ लें। अभी तक जेटली सिर्फ मेरी बातें ही किए जा रहे हैं। उनके जैसे बड़े नेताओं को ऐसी बातें दिल पर नहीं लगानी चाहिएं। राजनीति में हमेशा गंभीर चुनौतियों और सच्चाई का सामना करना पड़ता है, जिनका आपने अभी तक संसद में पिछले दरवाजे से प्रवेश करने के कारण सामना ही नहीं किया। मुझे भरोसा है कि जेटली के साथ बढिय़ा बहस करने का अवसर मिलेगा, लेकिन वह भाग रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहर के लोग यह भी जानना चाहते हैं कि वह सुप्रीम कोर्ट की प्रैक्टिस जारी रखेंगे और दिल्ली में रहेंगे या फिर अमृतसर में बस जाओगे। उन्होंने कहा, अकाली मार्गदर्शकों ने आपको ( जेटली) कई सुहाने सपने दिखा रखे हैं, मुख्यमंत्री परकाश सिंह बादल ने तो आपको भविष्य का उप प्रधानमंत्री तक घोषित किया है और जब मीडिया में मामला उछला तो पलट भी गए। हालाकि आपने इस पर चुप्पी बनाई रखी है।
मोदी नहीं विनाश की लहर
सुरजीत बरनाला बरनाला. शिरोमणि अकाली दल लौंगोवाल पार्टी की राष्ट्रीय प्रधान बीबी सुरजीत कौर बरनाला और राज्य के पूर्व सीएम सुरजीत सिंह बरनाला की बरनाला स्थित रिहायश पर पार्टी नेताओं और वर्करों की बैठक की गई।  बीबी सुरजीत कौर ने कहा कि आज अकालियों से हरेक वर्ग दुखी है। देश में मोदी की नहीं बल्कि देश के विनाश की लहर चल रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सिखों के पक्के दुश्मन है।
गुमराह कर रहे हैं अकाली नेता : सिंगला
बरनाला त्न कांग्रेस प्रत्याशी विजयइंदर सिंगला ने कहा कि विकास के नाम लोगों को गुमराह करके वोटें नहीं बटोरी जा सकती। अकाली-भाजपा सरकार एक तरफ विकास का ढिंढोरा पिट रही है तो दूसरी तरफ लोगों के साथ अत्याचार कर रही है। आज पंजाब में नशा ड्राईफ्रूट की तरह बिक रहा है और हरेक नौजवान नशों में डूबा हुआ है। अकाली-भाजपा सरकार के मंत्री नशे पर लगाम कसने में नाकाम रहे हैं।
हार का डर सुखबीर के चेहरे पर साफ दिख रहा: बाजवा
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान प्रताप सिंह बाजवा ने कहा, शिअद प्रधान सुखबीर बादल के चेहरे पर हार का डर साफ नजर आ रहा है। उनके लिए मुख्य विपक्षी पार्टी ने मुश्किल चुनौती पैदा कर दी है। यह चुनाव सुखबीर का चुनावों में अजेय रहने का भ्रम चकनाचूर कर देंगे। बाजवा ने कहा कि अकाली-भाजपा जैसी सांप्रदायिक ताकतों को सत्ता तक पहुंचने से रोकने के लिए  पंजाब कांग्रेस चट्टान की तरह खड़ी है।  यह गठबंधन हमारे सामाजिक भाईचारे के लिए गंभीर खतरा है।  सुखबीर को छोड़कर हर कोई जानता है, शिअद इस बॉर्डर राज्य में अशांति का कारण रही हैं, जिसकी पंजाब को बड़ी कीमत अदा करनी पड़ी है। उन्होंने कहा कि सुखबीर को गठबंधन उम्मीदवारों की संभावनाओं बारे चिंता करनी चाहिए।  इन चुनावों ने लोगों को भ्रष्ट, तानाशाही  से मुक्तिपाने का सुनहरी मौका दिया है।
शिकायत करने को अकाली गुडों की मंजूरी लेनी पड़ती है
कांग्रेस प्रधान प्रताप बाजवा ने अकाली-भाजपा सरकार की प्रशासनिक सुधार संबंधी सारी बातों को शर्मनाक बताया।  कहा, इनके शासन में तो एक आम आदमी को पुलिस अधिकारियों पास शिकायत दर्ज करवाने से पहले स्थानीय अकाली गुंडों की मंजूरी लेनी पड़ती है। यहां तक कि सिविल प्रशासन का भी यही हाल है। उन्होंने कहा कि खुद को अकाली-भाजपा गठबंधन का कमांडर-इन-चीफ समझने वाले उप मुख्यमंत्री के लिए इससे बड़ा झटका नहीं होगा कि बठिंडा   के गांवों में  हरसिमरत कौर बादल का बायकाट होना शुरू हो गया है।  कांग्रेस को राज्य के लोगों से मिल रहे भारी समर्थन ने सुखबीर को परेशान कर दिया है। गठबंधन की हार के जिम्मेदार सिर्फ सुखबीर होंगे, जिन्होंने वरिष्ठ नेताओं को खुड्डे लाइन लगा दिया है।

हरसिमरत ने दिए जवाब, बोलीं पंजाब में इंडस्ट्री लाने पर रहेगा फोकस



 

EXCLUSIVE: हरसिमरत ने दिए जवाब, बोलीं पंजाब में इंडस्ट्री लाने पर रहेगा फोकस
जालंधर. अपने अभी तक के पॉलीटिकल करियर में बठिंडा लोकसभा सीट से दूसरा चुनाव लड़ रहीं हरसिमरत कौर बादल के लिए यह चुनाव उनकी अभी तक रही परफोर्मेंस का इम्तिहान है। हरसिमरत का मानना है कि अपना पहला लोकसभा चुनाव उन्होंने बड़े बादल की बदौलत जीता था लेकिन इस बार का चुनाव उनकी अपनी मेहनत और किए विकास कार्यों पर टिका है। हरसिमरत का दावा है कि इस बार सवाल सिर्फ जीत का ही नहीं बल्कि रिकॉर्ड कायम करने का है। मनप्रीत बादल को पूरी तरह से मुकाबले में खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि यहां कोई मुकाबला ही नहीं है। 
  • बतौर नेता आप पिछले व इस चुनाव में क्या अंतर महसूस कर रही हैं ?
मैं नॉन पॉलीटिकल थी, मगर मैंने सुखबीर जी के चुनाव में कंपेन की थी। 2009 में हुआ लोकसभा चुनाव पहला तजुर्बा था, जिसमें बड़े बादल साहिब के किए कामों की बदौलत जीत मिली। मगर इस बार का चुनाव मेरी मेहनत और मेरे किए विकास के कामों का इमतिहान है।
  • एनडीए की सरकार बनी तो उसमें बड़े बादल साहब की क्या भूमिका रहेगी ?
अगर बादल साहिब चाहते तो पे्रजीडेंट या वाइस पे्रजीडेंट बन सकते थे। उन्हें किसी ओहदे की जरूरत नहीं है मगर पंजाब को अभी बादल साहब की जरूरत हैं। जहां तक सेंटर की बात है तो इतना विश्वास है कि जो भी पंजाब मांगेगा वो मिलेगा।
  • मनप्रीत बादल आपके परिवार का अहम हिस्सा थे, फिर इतनी दूरी कैसे बन गई ?
मनप्रीत को सीएम की कुर्सी पर बैठने की जल्दी थी, इसीलिए उन्होंने दिल्ली जाकर कांग्रेस से हाथ मिला लिया और कुर्सी के लिए परिवार छोड़ दिया। वह कांग्रेस का मोहरा बन गए। दिल्ली की सरकार ने उनको सपना दिखाया कि हम आपको सीएम बनाएंगे। लेकिल सपने चूर-चूर हो गए। पहले गिदड़बाहा से लड़े, फिर मौड़ से, अब बठिंडा से और आगे भी मुझे पता है कि वह कहां से चुनाव लड़ेंगे।
  • बादल परिवार और मनप्रीत में पैदा हुए पॉलीटिकल डिफरेंसिस का पारिवारिक सांझ पर क्या असर है?
पारिवारिक सांझ बड़े बादल साहब और गुरदास बादल तक ही थी, उनका लोग उदाहरण देते थे। मगर उनके बाद आगे किसी में ऐसा नहीं है। बच्चे बाहर पढ़ते हैं एक दूसरे के टच में रहते हैं। और मैं भी पॉलीटिकल हो गई हूं।
  • अगर जनता आपको दोबारा मौका देती है तो आपका पहला एजेंडा क्या होगा ?
मेरा पहला एजेंडा होगा पंजाब और खासकर मालवा क्षेत्र में इंडस्ट्री लाना। मेरा पहला फोकस इंड्रस्टी लाने पर होगा, दूसरा पंजाब के सिंचाई सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए काम करूंगी। क्योंकि पिछले पांच साल में यूपीए सरकार ने पंजाब के सिंचाई सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए जो 3500 करोड़ की जरूरत थी वो नहीं दिया।
  • यह सब तो आप पिछले पांच साल में भी कर सकती थीं, फिर ऐसा क्यों नहीं हुआ अब तो रिफाइनरी भी आ गई है ?
गांधी परिवार सिक्खों और पंजाब के लोगों से नफरत करता है। इसीलिए पंजाब को उन्होंने कुछ नहीं दिया। पंजाब से गुजरने वाली राजस्थान फीडर की सफाई के लिए 75 फीसदी मदद केंद्र ने दी, जबकि सरहिंद कैनाल के लिए 75 फीसदी फंड राज्य सरकार पर थोप दिया। यहां तक कि आतंकवाद के दौर मे लिया कर्ज तक माफ नहीं किया, जिसका आज तक पंजाब ब्याज चुका रहा है। जहां तक रिफाइनरी की बात है किसी भी काम में समय लगता है। बहुत जल्द रिफाइनरी की सहयोगी इंडस्ट्री भी बठिंडा में लगेगी।

जारी हैं बादल के हमले, जेटली को बताया देश का महान नेता, कैप्टन पर निशाना



 

जारी हैं बादल के हमले, जेटली को बताया देश का महान नेता, कैप्टन पर निशाना
मजीठा (अमृतसर). सीएम परकाश सिंह बादल ने अब जेटली को देश का महान नेता बताया। कहा, केंद्र में एनडीए सरकार बनते ही इनके पास कई बड़े महकमें होंगे। इससे पहले 21 मार्च को अटारी रैली में जेटली को डिप्टी प्रधानमंत्री का दावेदार बताया था, लेकिन बाद में बयान से पलट गए थे।
मजीठा में अकाली-भाजपा प्रत्याशी अरुण जेटली के पक्ष में रैली में बादल ने कहा, केंद्र की गलत नीतियों के कारण ही  पंजाब का किसान कर्ज में डूबा हुआ है और खुदकुशी करने को मजबूर है। बादल ने कहा, कैप्टन अमरिंदर सिंह को छुरलियां छोडऩे (झूठ बोलने) की आदत है। जबकि सच तो यह है कि 1984 में दरबार साहिब पर हमला भी कांग्रेस ने करवाया था और दिल्ली के दंगे भी। कांग्रेस ने हमेशा फूट डालो और राज करो वाली नीति को अपनाया। कांग्रेस के कारण ही पंजाब को 15 वर्ष तक आतंकवाद के काले दौर से गुजरना पड़ा।
बादल ने कैप्टन को झूठा बताया और कहा कि वह इसलिए उनकी मुखालफत कर रहा है, क्योंकि उन्होंने उसे टिकट नहीं दिया था। क्योंकि वह न तो कभी किसी रैली या धरने में शामिल नहीं हुए और न ही कभी पार्टी के हित में जेल गए। इसलिए उन्हें टिकट देने से मना कर दिया था। फिर वह कांग्रेस में चला गया। तभी से वह और केंद्र सरकार मेरे पीछे पड़ी हुई है, लेकिन मैं उनके काबू नहीं आता। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष कमल शर्मा ने कैप्टन की लगातार दो बार हार के कारण उन्हें बिग लूजर कहा
बीबी सिद्धू जी विनती है, चुनाव में ऐसी बयानबाजी न करें
रैली के बाद प्रेस कान्फ्रेंस में बादल ने कहा, बीबी जी (डॉ. नवजोत कौर सिद्धू) विनती करता हूं कि चुनाव का माहौल है, इसलिए ऐसी बातें न करें। लोकसभा चुनावों में किसे कहां से टिकट देना है, इसका फैसला भाजपा की नेशनल लीडरशिप करती है। इसमें हमने कभी कोई दखल नहीं दिया और न ही कभी भाजपा ने शिअद के उम्मीदवारों पर कभी कोई बात की है। नवजोत सिंह सिद्धू का टिकट हमारे कारण कटा है, यह आरोप गलत है। शिरोमणि अकाली दल ने पहले भी सिद्धू की मदद की थी और यदि इस बार उन्हें टिकट मिलती तो फिर करते। वहीं अरुण जेटली ने सिद्धू पर कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया और कहा कि बंगलादेश जाने से पहले सिद्धू ने उन्हें कुछ और कहा था। इसके अलावा वह इस पर कोई बात नहीं करना चाहते।
कांग्रेसी प्रत्याशी बिना बारूद की तोपें, चलेंगी नहीं : सुखबीर
लुधियाना त्न पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के खासमखास रहे कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष जगमोहन शर्मा शिअद में शामिल हो गए।  डिप्टी सीएम सुखबीर बादल ने कहा कि कांग्रेसी उम्मीदवार बिना बारूद की तोपें हैं। जो चलने लायक नहीं हैं। फिरोजपुर रोड पर पीएयू के सामने स्थित होटल ली बैरन में शिअद उम्मीदवार मनप्रीत सिंह अयाली की चुनावी सभा के दौरान सुखबीर के  भाषण का अधिकतर हिस्सा उन कांग्रेसी नेताओं पर फोकस रहा, जो पहले ही कांग्रेस छोड़कर शिअद में शामिल हो चुके हैं।  सुखबीर ने कहा, कारोबारियों में अच्छी पैठ रखने वाले शर्मा की ज्वाइनिंग से पार्टी की ताकत बढ़ेगी।

टीआई को करना था सैल्यूट, नमस्कार किया और खुली नकली एसआई की पोल



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टीआई को करना था सैल्यूट, नमस्कार किया और खुली नकली एसआई की पोल
इंदौर. छोटी ग्वालटोली पुलिस ने रविवार को एक नकली महिला सब इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया। उज्जैन की निवासी यह युवती एसआई की वर्दी पहनकर घूमती थी। उसने महू थाने के सिपाही को छेड़छाड़ का आरोप लगाकर थाने में बंद करवा दिया था। टीआई ने रविवार को पूछताछ की तो पता चला वह पुलिस में है ही नहीं। झूठ सामने आने के बाद वह थाने में रोने-गिड़गिड़ाने का ड्रामा करने लगी।
 
छोटी ग्वालटोली टीआई रामनारायण शर्मा ने बताया शनिवार रात सब इंस्पेक्टर की वर्दी में केएस परवीन नाम की पट्टी लगाए युवती थाने पहुंची। साथ में दो-तीन लड़के भी थे। वे महू थाने के सिपाही गुरुदेव सिंह को पकड़कर लाए थे। स्टाफ को युवती ने बताया सिपाही ने उसके साथ छेड़छाड़ की। 
 
उधर, सिपाही का कहना था युवती के साथियों ने उसे टक्कर मारी, फिर मारपीट कर घायल कर दिया। थाने के स्टाफ ने युवती को एसआई मान लिया। विभागीय मामला होने से कार्रवाई नहीं कर आवेदन ले लिया। युवती अपनी एक्टिवा थाने में ही छोड़ दोस्तों के साथ कार से चली गई। रविवार को उसने इमरान कुरैशी को गाड़ी लेने थाने भेजा। पुलिसकर्मियों ने युवती को कॉल कर कहा आपको टीआई साहब बुला रहे हैं। इस पर युवती वर्दी में थाने पहुंची।
 
वर्दी पर सितारे सही नहीं थे
 
युवती टीआई के कैबिन में पहुंची। अमूमन छोटा अफसर बड़े को सैल्यूट करता है। युवती ने सैल्यूट न कर, नमस्कार किया। उसके कंधे पर लगे दो सितारे आपस में टकरा रहे थे, जबकि सितारे ऐसे लगाए जाते हैं, जिससे नोक दूसरे सितारे के बीच में रहे। उन्होंने पूछा- कौन से थाने में हो, कौन है आरआई, वह जवाब नहीं दे पाई तो टीआई ने कहा- जेल भेज दूंगा। यह सुनते ही वह रो पड़ी।
 
मेरी मां को मत बताना साहब
 
पोल खुलते ही युवती रोने का ड्रामा करने लगी। उसकी आखों में आंसू नहीं थे। वह हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाने लगी कि माफ कर दो साहब, मेरी मां को मत बताना, वह मर जाएगी। मैं उज्जैन के दौलतगंज की रहती हूं। बीए सेकंड ईयर तक पढ़ी हूं। मेरे पिता अंडे का ठेला लगाते हैं। वे चाहते थे मैं पुलिस बनंू। मैंने तीन बार एसआई और आरक्षक की परीक्षा दी, लेकिन चयन नहीं हुआ। मैं नौकरी की तलाश में इंदौर आती थी। सुरक्षा के लिए वर्दी पहन ली।
 
कोई भी खरीद सकता है वर्दी
 
टीआई ने बताया युवती का नाम शबनम परवीन है। पति अफसार अली से तलाक हो चुका है। आठ साल का बेटा है। उसने मरीमाता के विशाल टेलर से वर्दी सिलवाई थी। वर्दी बनवाने पर कोई रोक नहीं है। पुलिस उसे गिरफ्तार कर अन्य वारदातों के बारे में भी पूछताछ कर रही है। इमरान को भी हिरासत में लिया है। उसके साथ आए अन्य लड़कों की भी जानकारी निकाल रही है।
 
छह महीने पहले भी देखा था
 
आरक्षक गुरुदेव ने बताया छह महीने पहले भी उसे अजाक डीएसपी ने टोका था। वह सरवटे बस स्टैंड पर लड़कों के साथ गले में हाथ डालकर खड़ी थी। अजाक थाने में गाड़ी लगाने से भी रोका था। वर्दी और रौबदार अंदाज देखकर किसी ने उससे आईडी कार्ड नहीं पूछा।

Thursday, March 6, 2014

विनोद शर्मा ने छोड़ा हुड्डा का 'हाथ', बिश्नोई के 'ट्रैक्टर' पर बैठेंगे

  
  
विनोद शर्मा ने छोड़ा हुड्डा का 'हाथ', बिश्नोई के 'ट्रैक्टर' पर बैठेंगे

चंडीगढ़/नई दिल्ली. सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री व अंबाला सिटी के विधायक विनोद शर्मा ने बुधवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। वे अब 9 मार्च को कुरुक्षेत्र में कुलदीप बिश्नोई की ट्रैक्टर चुनाव चिह्न वाली हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) में शामिल होने की घोषणा कर सकते हैं। शर्मा ने 28 फरवरी को भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी। माना जा रहा था कि वे भाजपा में जा रहे हैं, पर आखिर में बात हजकां से बनी। सूत्रों का कहना है कि वे हुड्डा से नाराज थे। वे राज्यसभा जाना चाहते थे। सीएम ने मदद नहीं की। सैलजा को राज्यसभा भेज दिया गया। शर्मा के काम भी नहीं हो रहे थे। उन्होंने करनाल से लडऩे की इच्छा जताई थी, पर पार्टी नहीं मानी।
टूट सकते हैं 13 विधायक
सूत्रों के अनुसार, शर्मा के साथ 8 विधायक भी हजकां में जाएंगे। इनमें वे भी हैं, जो शर्मा के कहने पर ही हजकां छोड़कर हुड्डा की सरकार बनवाने आए थे। साथ ही 5 और शर्मा के संपर्क में हैं।
ये होगा असर
1. सरकार अल्पमत में आ जाएगी
सरकार को 52 विधायकों का समर्थन है। इनमें 7 निर्दलीय, 5 हजकां से आए व 40 कांग्रेस विधायक हैं। निर्दलीय ओपी जैन व हजकां से आए जिले राम जेल में हैं। गोपाल कांडा जमानत पर हैं। 49 में 4 विधायक भी गए तो सरकार अल्पमत में आ जाएगी। सरकार गिर भी सकती है।
2. हजकां-भाजपा में दरार संभव
भाजपा शर्मा को हजकां के टिकट पर करनाल से लड़ाने को राजी नहीं है। पार्टी भीतरखाने चुनाव में उनका विरोध कर सकती है। उधर, हजकां में भी अंसतोष है। भजनलाल को कांग्रेस छोडऩे को मजबूर करने और हुड्डा सरकार बनवाने में हजकां के विधायकों को तोडऩे में विनोद शर्मा की ही मुख्य भूमिका थी।
विधानसभा चुनाव तय कार्यक्रम से ही: सरकार गिरती है तो भी विधानसभा चुनाव तय समय पर ही होंगे। क्योंकि लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लग चुकी है।
सूचना मिली है, इस्तीफा नहीं: तंवर
शर्मा के इस्तीफे की जानकारी मिली है। हालांकि, उन्होंने आधिकारिक सूचना नहीं दी है। न ही इस्तीफे की कॉपी भेजी है। अनुशासन समिति मामला देख रही है। -अशोक तंवर, प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस
गठबंधन मजबूत होगा : कुलदीप
पंडित विनोद शर्मा के हजकां में आने से भाजपा-हजकां गठबंधन को और मजबूती मिलेगी। इस मसले पर भाजपा से किसी तरह का मतभेद नहीं है।
-कुलदीप बिश्नोई, हजकां सुप्रीमो

Monday, March 3, 2014

महिलाओं के लिए सेक्स के छिपे फायदे


 
महिलाओं के लिए सेक्स करने के कई फायदें है। क्या आप जानते हैं कि सेक्स करने से उनका वजन घटता है, स्किन की चमक बढ़ती है और दिल की बीमारियां भी नहीं होती। आगे पढ़िए कि आखिर महिलाओं के लिए सेक्स जरूरी क्यों है और इसके फायदे क्या हैं...

1. दर्द से मुक्तिः सेक्स दर्द का नैचरल इलाज है। सेक्स करने से ऑक्सीटॉसिन रिलीज होता है, जो दर्द को कम करता है। इसलिए सेक्स करने से सरदर्द से छुटकारा मिल जाता है और दर्द से आपको मुक्ति मिलती है।

2. हेल्थी स्किनः डीएचएक नामक हॉर्मोंस एक ऐसा कंपाउंड है जो शरीर में ऑर्गेजम के दौरान रिलीज होता होता है। यह कंपाउंड स्किन को बेहतर बनाने, मुंहासे से लड़ाई करने और स्किन की चमक बढ़ाने के लिए आवश्यक होता है।

अप्रैल के दूसरे सप्ताह से हो सकते हैं लोक सभा चुनाव

नई दिल्ली
आगामी लोकसभा चुनावों के लिहाज से मतदान अप्रैल के दूसरे सप्ताह से 7 चरणों में शुरू हो सकता है। सूत्रों की मानें तो यह चुनाव अवधि अब तक की सबसे लंबी होगी। चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया कि मतदान शुरू होने की तारीख संभवत: 7 से 10 अप्रैल के बीच हो सकती है।

हालांकि, सूत्रों ने यह भी कहा कि अभी चुनाव कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जा रहा है। फिलहाल 7 चरणों में मतदान का विचार है जिसे कम करके 6 चरणों तक सीमित करने की कोशिश की जा रही है।

गौरतलब है कि 2009 के लोक सभा चुनाव 16 अप्रैल से 13 मई के बीच 5 चरणों में हुए थे। 2014 के लोक सभा चुनाव में 81 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकते हैं। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा इस सप्ताह हो सकती है।

आ गया डिजिटल कॉन्डम


 
Condom
इलेक्ट्रिक ईल
फिराज पीर और ऐन्ड्रयु क्विटमेयर नाम के दो रिसर्चर्स ने एक ऐसा डिजिटल कॉन्डम बनाया है, जो आपके सेक्स के मजे को काफी हद तक बढ़ा देगा। इस कॉन्डम को 'इलेक्ट्रिक ईल' नाम दिया गया है। जॉर्जिया टेक यूनिवर्सिटी के इन रिसर्चरों का मानना है कि यह कॉन्डम आपको ज्यादा सुरक्षा देगा और इससे सेक्स का मजा भी दोगुना हो जाएगा।

ईल एक मछली होती है, जिसका आकार सांप जैसा होता है। हो सकता है कि आपको इसका नाम सुनकर लगे कि इसका इस्तेमाल खतरनाक साबित हो सकता है पर इसको बनाने वालों का दावा है कि यह बहुत ही सेफ है। उनका कहना है कि जब आप यह कॉन्डम इस्तेमाल करेंगे तो आपके सारे डर दूर भाग जाऐंगे और आपको सेक्स के दौरान पहले से कहीं ज्यादा मजा आएगा।

इस कॉन्डम में इलेक्ट्रॉडस लगे हैं, जिन्हें पावर के लिए एक मशीन से जोड़ा गया है। जिस किसी ने भी इस कॉन्डम का इस्तेमाल किया, उसका अनुभव शानदार रहा है। रिसर्चर्स ने इलेक्ट्रिक ईल की दो किस्में विकसित की हैं। इसमें एक तो इलेक्ट्रॉड्स से बनी है और दूसरी में कॉन्डक्टिव शॉक का इस्तेमाल किया गया है।

सुखबीर बादल के पीए ने कब्जाया एनआरआई दंपती का 300 करोड़ का होटल'

 

'सुखबीर बादल के पीए ने कब्जाया एनआरआई दंपती का 300 करोड़ का होटल'
चंडीगढ़. एनआरआईज को हर तरह की सुविधाएं देने का दावा करने वाली पंजाब सरकार खुद एनआरआईज की जमीन और संपत्ति पर कब्जे करवा रही है। डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल के पद का दुरुपयोग करते हुए उनके पीए कृष्ण कुमार ने एक बुजुर्ग एनआरआई दंपती के दिल्ली स्थित 300 करोड़ के होटल को जबर्दस्ती अपने नाम करवा लिया है। इसके लिए कृष्ण कुमार ने दंपती पर पंजाब पुलिस से दबाव डलवाया और डराया। होटल के अलावा बुजुर्ग दंपती से करीब 50 लाख के गहने और करीब 80 लाख रुपए भी ठग लिए हैं। ये आरोप लगाते हुए पंजाब कांग्रेस के प्रवक्ता सुखपाल खैहरा ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।
पुलिस ने किया टार्चर
खैहरा ने बताया कि लंदन में रहने वाले 82 वर्षीय हरभजन सिंह चोपड़ा और उनकी पत्नी सुरजीत कौर चोपड़ा ने अपनी जिंदगी भर की कमाई से दिल्ली के एमजी रोड पर करीब 300 करोड़ रुपए खर्च कर क्लेयरमाउंट होटल खरीदा था। दिल्ली के कुछ रियल इस्टेट माफिया से बचने के लिए चोपड़ा दंपती मदद के लिए कृष्ण कुमार के पास पहुंचा था, क्योंकि उन्हें पता चला था कि कृष्ण कुमार पंजाब के डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल के नजदीकी हैं।
कृष्ण कुमार ने दंपती की मदद करने के बजाय उलटा खुद ही उन्हें ठग लिया। चोपड़ा दंपती के बुढ़ापे का फायदा उठाते हुए उन्होंने बिना कोई पैसा दिए उनका 300 करोड़ रुपए का होटल हथियार लिया और पंजाब पुलिस से दबाव डलवाकर उनको होटल उनके नाम करने को मजबूर कर दिया। चोपड़ा को धमकाया गया कि अगर उन्होंने कृष्ण कुमार की बात न मानी तो उन्हें कानूनी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा और झूठे मामलों में सारी उम्र जेल में गुजारनी पड़ेगी।
चोपड़ा दंपती ने आरोप लगाया है कि जब तक पूरे होटल पर कृष्ण कुमार का कब्जा नहीं हो गया, तब तक डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल और कृष्ण कुमार के आदेश पर पंजाब पुलिस के मुलाजिमों ने उन्हें बुरी तरह टॉर्चर किया और उन्हें अपने ही होटल में नजरबंद रखा गया। कृष्ण कुमार ने चोपड़ा दंपती से करीब 50 लाख रुपए के गहने, नवांशहर के गांव जाडला की जमीन बेचने पर उन्हें मिले करीब 50 लाख और बैंटले कार बेचने पर मिले करीब 30 लाख रुपए भी ठग लिए।
एक और एनआरआई दंपती को भी फंसाया
खैहरा के अनुसार कृष्ण कुमार के कब्जे के बाद क्लेयरमाउंट होटल पर 12 करोड़ की रिकवरी का मामला दर्ज कराने वाले एक और एनआरआई दंपती अमेरिका के संजय कृपलानी और उनकी अमेरिकन पत्नी रॉबिन कृपलानी को भी मानसिक तौर पर प्रताडि़त किया गया। सुखबीर और कृष्ण कुमार ने कपूरथला में इस एनआरआई दंपती पर झूठा केस दर्ज कराया, जिसमें चोपड़ा दंपती को शिकायतकर्ता बनाया गया। उन पर यह केस सिर्फ दबाव बनाने के लिए दर्ज कराया गया, ताकि वे क्लेयरमाउंट होटल के खिलाफ अपना केस वापस ले लें। इस मामले में रॉबिन कृपलानी तक को नहीं बख्शा गया।
अमेरिका के कैलिफोर्निया में रह रहे इस एनआरआई दंपती को भगौड़ा करार देने के लिए सुखबीर बादल और कृष्ण कुमार ने सरकारी मशीनरी का गलत इस्तेमाल किया। यहां तक कि कृष्ण कुमार ने उन्हें धमकी दी कि अगर उन्होंने भारत में पैर रखा तो रॉबिन कृपलानी का बलात्कार करवा दिया जाएगा। हालांकि चोपड़ा दंपती ने कहा कि वे अपनी शिकायत को आगे नहीं बढ़ाना चाहते, लेकिन सुखबीर बादल और कृष्ण कुमार के निर्देश पर कपूरथला पुलिस ने इस पर ध्यान नहीं दिया और झूठे मामले पर ही कार्रवाई करते रहे।
'सुखबीर बादल के पीए ने कब्जाया एनआरआई दंपती का 300 करोड़ का होटल'
दिल्ली में सुखबीर का काम देखते हैं कृष्ण कुमार

खैहरा के अनुसार कृष्ण कुमार दिल्ली में सुखबीर सिंह बादल की कोठी में पीए के तौर पर उनका काम संभाल रहे हैं। इसके अलावा वे पंजाब, दिल्ली और गुडग़ांव में रियल इस्टेट का काम करते हैं। इससे पहले वे चंडीगढ़ स्थित सुखबीर सिंह बादल की कोठी में उनका काम संभालते रहे हैं। तब वे सुखबीर बादल के पीए थे। यह वही कृष्ण कुमार है, जो बादल परिवार के खिलाफ आमदनी से ज्यादा संपत्ति अर्जित करने के मामले में दर्ज केस में उनके साथ नामजद था और करीब पांच साल तक भगौड़ा रहा।

फाटक तोड़ ट्रैक पर पलटा ट्रक, कई ट्रेनें 5 घंटे लेट, ड्राइवर फरार


 

फाटक तोड़ ट्रैक पर पलटा ट्रक, कई ट्रेनें 5 घंटे लेट, ड्राइवर फरार
तपा (बरनाला). ढिलवां रोड स्थित रेलवे फाटक पर रविवार सुबह कोहरे के कारण बेकाबू ट्रक रेलवे फाटक को तोड़ता हुआ दीवार के साथ टकराकर पलट गया। जिससे बठिंडा से धूरी और धूरी से बठिंडा जाने वाली सभी मेल व पैसेंजर ट्रेनें करीब 5 घंटे तक प्रभावित रहीं। यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। बताया जाता है कि हादसे से तीन सेकेंड पहले ही फाटक से मालगाड़ी गुजरी थी। हादसे के बाद ट्रक ड्राइवर फरार हो गया। ट्रक बजरी से भरा था।  रेलवे पुलिस ने ट्रक कब्जे में लेकर ट्रक ड्राइवर खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। उसकी तलाश की जा रही है।   
टै्रक से ट्रक क्रेन से हटाया तो चली ट्रेनें
हादसे के बाद रेलवे ट्रैक पूरी तरह जाम हो गया। इसके चलते नई दिल्ली इंटरसिटी एक्सप्रेस, हरिद्वार-श्रीगंगानगर एक्सप्रेस, अंबाला-श्रीगंगानगर एक्सप्रेस ट्रेन को बठिंडा और तपा स्टेशन पर ही रोक लिया गया जबकि धूरी से बठिंडा और अंबाला से श्रीगंगानगर, बठिंडा से अंबाला को जाने वाली पैसेंजर गाडिय़ों को भी पीछे ही रोक लिया गया। सभी ट्रेनें पांच घंटे देरी से चलीं। रविवार सुबह करीब 10 बजे के बाद क्रेन की सहायता से पलटे ट्रक को टै्रक से हटाया गया और रेलवे ट्रैक शुरू किया गया।

बब्बर खालसा के लेटरहेड पर फिल्म डायरेक्टर और मॉडल दे रहे थे धमकी

 

बब्बर खालसा के लेटरहेड पर फिल्म डायरेक्टर और मॉडल दे रहे थे धमकी
चंडीगढ़. जायरा डायमंड के मालिक मनोज जैन के बेटे को किडनैप करने की धमकी देकर 7 करोड़ रुपए मांगने के आरोप में पुलिस ने हरवीर सिंह ढिल्लों और रशपाल को शनिवार रात गिरफ्तार कर लिया। हरवीर जगराओं में रहता है और पंजाबी फिल्मों का डायरेक्टर है, जबकि रशपाल पंजाबी एलबम्स का मॉडल।
इन दोनों ने जैन को बब्बर खालसा के नाम से धमकी भरी चिट्ठी भेजी थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक हरवीर ने गिरफ्तार होते ही जुर्म कबूल लिया है। उसी ने बताया है कि इस सारी प्लानिंग में मॉडल रशपाल भी शामिल था। डीएसपी सुरजीत मलिक की अगुवाई में दोनों को पुलिस ने जगराओं में रेड कर गिरफ्तार किया। हरवीर एक महीना पहले ही जैन से एक पार्टी में मिला था। इसके बाद ही उसने सारी प्लानिंग की। हरवीर के मोबाइल फोन डीटेल और फेसबुक अकाउंट से भेद खुला। पुलिस को आशंका है कि दोनों फिरौती की रकम से पंजाबी फिल्म बनाना चाहते थे। पुलिस ने शुक्रवार रात ही दोनों के खिलाफ थाना-36 में अपहरण की धमकी देने का केस दर्ज किया था।
22 और 24 फरवरी को मनोज जैन के सेक्टर-35 स्थित घर पर बब्बर खालसा के लेटर हेड पर धमकी भरे खत आए। पहले खत में कहा गया कि उन्हें 7 करोड़ की फिरौती दी जाए, नहीं तो बेटे को उठा ले जाएंगे। दूसरे खत में जैन के पर्सनल कॉन्टैक्ट और दिनचर्या बताकर कहा गया था कि 7 करोड़ की रकम लुधियाना रोड पर नीलो नहर के पास दी जाए। मनोज जैन ने थाना-36 पुलिस में शिकायत दी थी।
पुलिस ऐसे पहुंची आरोपियों तक
1. बब्बर खालसा का खत नहीं पुलिस को शुरू से ही अंदेशा था कि यह खत बब्बर खालसा की तरफ से नहीं भेजा गया है। किसी ने इस आतंकी संगठन के लेटरपैड का इस्तेमाल किया है।
2. जैन के घर के बाहर की फुटेज और मॉडिफाइड पजेरो जैन ने अपने घर के बाहर की 24 फरवरी की सीसीटीवी फुटेज पुलिस को दी। इसमें दिखा कि सफेद रंग की पजेरो कार से खत घर के अंदर फेंका गया। इस कार को देखकर जैन ने शक जताया था कि धमकी में हरवीर ढिल्लों शामिल हो सकता है। हरवीर के पास पजेरो है, जो मॉडिफाई कराई गई है।
3. पार्टी में तीन बार जैन से मिले, जाना लाइफस्टाइल
जैन ने पुलिस को बताया कि हरवीर को उन्होंने अपनी ज्वेलरी शॉप की वीडियो एड बनाने के लिए हायर किया था, लेकिन पैसों को लेकर बात नहीं बनी थी। इसके बाद तीन बार पार्टियों में जैन और हरवीर की मुलाकात हुई।
4. जब खत आया, तब लोकेशन सेक्टर 35 की निकली
इसके बाद क्राइम ब्रांच ने हरवीर के मोबाइल की टावर लोकेशन ली। खुलासा हुआ कि जब जब लेटर आया, तब-तब ढिल्लों की टावर लोकेशन सेक्टर-35 की थी। शनिवार को टावर लोकेशन जगराओं की मिली, जिसके बाद पुलिस ने रेड की।

जब से धमकी भरे लेटर आए हम बेचैन थे। शुरू से ही इस डायरेक्टर हरवीर पर शक था और निकला भी वही। अच्छा है, कम से कम जानकार दुश्मन का पता चला, नहीं तो हमेशा मन में रहता कि आखिर खत किसने भेजे।

चुनावी अखाड़े में सविता भट्टी ने ठोंकी ताल, देखें प्रचार अभियान की तस्वीरें

चुनावी अखाड़े में सविता भट्टी ने ठोंकी ताल, देखें प्रचार अभियान की तस्वीरें
चंडीगढ़. जसपाल भट्टी भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज आम जन तक पहुंचाने की शुरुआत सेक्टर 17 प्लाजा से ही करते थे। आज वे हमारे बीच नहीं हैं। लेकिन उनका भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। आम आदमी पार्टी की लोकसभा प्रत्याशी सविता भट्टी ने कहा कि अब चूंकि पार्टी ने उन्हें चंडीगढ़ से अपना उम्मीदवार बनाया है। मैं भी पार्टी के प्रचार अभियान की शुरुआत सेक्टर 17 से ही कर रही हूं। सविता भट्टी ने नारियल तोड़कर प्रचार अभियान की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ में चुनाव का एजेंडा भ्रष्टाचार ही रहेगा।
 
नहीं पहनी 'आप' की टोपी:  चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत के समय सविता भट्टी को कई बार 'आप' की टोपी पहनाने की कोशिश की गई, लेकिन सविता भट्टी ने टोपी नहीं पहनी। पार्टी नेताओं के चिर-परिचित अंदाज में आम आदमी पार्टी के हरियाणा के ऑब्जर्वर राजीव गोदारा ने एक गरीब बच्चे को अपनी गोद में उठाया।
 
सविता भट्टी ने कहा कि अगर चंडीगढ़ के लोग उन्हें मौका देंगे तो वे आम आदमी की आवाज को उठाएंगी। भ्रष्टाचार के सवाल पर उन्होंने कहा चंडीगढ़ में सड़क, इंस्टीट्यूशन और सरकारी महकमों में हर जगह भ्रष्टाचार का बोलबाला है।
 
जब उनसे कांग्रेस के उम्मीदवार पवन कुमार बंसल के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे उनके बारे में कुछ भी नहीं कहना चाहती। उन्होंने कहा कि पार्टी अपने एजेंडे के अनुसार काम करेगी। सविता भट्टी ने कहा कि रेहड़ी-फड़ी वालों को उनका हक दिलवाएंगी।
 
लंबे समय से पार्टी के लिए काम कर रहे कार्यकर्ता रहे दूर: आम आदमी पार्टी की ओर से सविता भट्टी को चंडीगढ़ से लोकसभा उम्मीदवार बनाने के बाद लंबे समय से पार्टी के लिए काम कर रहे कार्यकर्ताओं में निराशा दिखी। कई कार्यकर्ता प्रचार अभियान शुरू होने के दौरान आए तो, लेकिन उनमें पहले जैसा उत्साह नजर नहीं आया। पार्टी की ओर से एक माह पहले शॉर्टलिस्ट उम्मीदवारों को दरकिनार करने पर उठे विवाद पर सविता ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता उनके साथ खड़े हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं में कोई विद्रोह नहीं है। प्रचार की शुरुआत के समय कार्यकर्ताओं के पार्टी के हरियाणा के ऑब्जर्वर राजीव गोदारा व आरटीआई एक्टिविस्ट एचके अरोड़ा भी मौजूद थे।
 
सेक्टर 44 में शाम को कार्यकर्ताओं ने किया प्रचार: प्रचार अभियान शुरू होने के साथ ही शाम 6 बजे सेक्टर-44 स्थित एससीओ-260 में पार्टी कार्यकर्ता एकत्र हुए। पार्टी कार्यकर्ता नरेश गर्ग उर्फ बॉबी ने कहा कि वे और पार्टी के अन्य कार्यकर्ता आप की उम्मीदवार सविता भट्टी को पूरा समर्थन दे रहे हैं। पार्टी के हित में सभी कार्यकर्ता प्रचार अभियान में पूरा साथ देंगे।

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