Monday, March 3, 2014

बब्बर खालसा के लेटरहेड पर फिल्म डायरेक्टर और मॉडल दे रहे थे धमकी

 

बब्बर खालसा के लेटरहेड पर फिल्म डायरेक्टर और मॉडल दे रहे थे धमकी
चंडीगढ़. जायरा डायमंड के मालिक मनोज जैन के बेटे को किडनैप करने की धमकी देकर 7 करोड़ रुपए मांगने के आरोप में पुलिस ने हरवीर सिंह ढिल्लों और रशपाल को शनिवार रात गिरफ्तार कर लिया। हरवीर जगराओं में रहता है और पंजाबी फिल्मों का डायरेक्टर है, जबकि रशपाल पंजाबी एलबम्स का मॉडल।
इन दोनों ने जैन को बब्बर खालसा के नाम से धमकी भरी चिट्ठी भेजी थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक हरवीर ने गिरफ्तार होते ही जुर्म कबूल लिया है। उसी ने बताया है कि इस सारी प्लानिंग में मॉडल रशपाल भी शामिल था। डीएसपी सुरजीत मलिक की अगुवाई में दोनों को पुलिस ने जगराओं में रेड कर गिरफ्तार किया। हरवीर एक महीना पहले ही जैन से एक पार्टी में मिला था। इसके बाद ही उसने सारी प्लानिंग की। हरवीर के मोबाइल फोन डीटेल और फेसबुक अकाउंट से भेद खुला। पुलिस को आशंका है कि दोनों फिरौती की रकम से पंजाबी फिल्म बनाना चाहते थे। पुलिस ने शुक्रवार रात ही दोनों के खिलाफ थाना-36 में अपहरण की धमकी देने का केस दर्ज किया था।
22 और 24 फरवरी को मनोज जैन के सेक्टर-35 स्थित घर पर बब्बर खालसा के लेटर हेड पर धमकी भरे खत आए। पहले खत में कहा गया कि उन्हें 7 करोड़ की फिरौती दी जाए, नहीं तो बेटे को उठा ले जाएंगे। दूसरे खत में जैन के पर्सनल कॉन्टैक्ट और दिनचर्या बताकर कहा गया था कि 7 करोड़ की रकम लुधियाना रोड पर नीलो नहर के पास दी जाए। मनोज जैन ने थाना-36 पुलिस में शिकायत दी थी।
पुलिस ऐसे पहुंची आरोपियों तक
1. बब्बर खालसा का खत नहीं पुलिस को शुरू से ही अंदेशा था कि यह खत बब्बर खालसा की तरफ से नहीं भेजा गया है। किसी ने इस आतंकी संगठन के लेटरपैड का इस्तेमाल किया है।
2. जैन के घर के बाहर की फुटेज और मॉडिफाइड पजेरो जैन ने अपने घर के बाहर की 24 फरवरी की सीसीटीवी फुटेज पुलिस को दी। इसमें दिखा कि सफेद रंग की पजेरो कार से खत घर के अंदर फेंका गया। इस कार को देखकर जैन ने शक जताया था कि धमकी में हरवीर ढिल्लों शामिल हो सकता है। हरवीर के पास पजेरो है, जो मॉडिफाई कराई गई है।
3. पार्टी में तीन बार जैन से मिले, जाना लाइफस्टाइल
जैन ने पुलिस को बताया कि हरवीर को उन्होंने अपनी ज्वेलरी शॉप की वीडियो एड बनाने के लिए हायर किया था, लेकिन पैसों को लेकर बात नहीं बनी थी। इसके बाद तीन बार पार्टियों में जैन और हरवीर की मुलाकात हुई।
4. जब खत आया, तब लोकेशन सेक्टर 35 की निकली
इसके बाद क्राइम ब्रांच ने हरवीर के मोबाइल की टावर लोकेशन ली। खुलासा हुआ कि जब जब लेटर आया, तब-तब ढिल्लों की टावर लोकेशन सेक्टर-35 की थी। शनिवार को टावर लोकेशन जगराओं की मिली, जिसके बाद पुलिस ने रेड की।

जब से धमकी भरे लेटर आए हम बेचैन थे। शुरू से ही इस डायरेक्टर हरवीर पर शक था और निकला भी वही। अच्छा है, कम से कम जानकार दुश्मन का पता चला, नहीं तो हमेशा मन में रहता कि आखिर खत किसने भेजे।

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