चंडीगढ़. हरियाणा में नौकरशाहों, नेताओं और आम लोगों के बीच
आईएएस अफसर अशोक खेमका का नाम जाना पहचाना है। 22 साल के करिअर में खेमका
का 45 बार ट्रांसफर अपने आप में रिकॉर्ड है।
वीरवार को उन्हें छह माह के अंदर ही बीज निगम से हटाकर आर्काइव्स डिपार्टमेंट के सचिव का जिम्मा सौंपा गया है। कारण नहीं बताया गया। उनके ट्रांसफर का कभी कोई ठोस कारण बताया ही नहीं जाता।
खेमका इसको अजीब नहीं मानते। उनके भीतर का बागी सिस्टम में हो रहे गलत काम के खिलाफ खड़ा हो जाता है। वे इसी को इस सबकी वजह मानते हैं।
वे कहते हैं, 'जिस समय मैं जवान हो रहा था अमिताभ बच्चन की जंजीर, दीवार और काला पत्थर जैसी फिल्में युवाओं को आक्रोशित कर रही थीं।
मैं भी चाहता था कि कुछ गलत हो रहा हो तो आवाज उठानी चाहिए। जंजीर में अमिताभ के 'एंग्री यंगमैन' कैरेक्टर ने मुझे बेहद प्रभावित किया। नाना पाटेकर के रोल भी मुझे पसंद आए।'
वीरवार को उन्हें छह माह के अंदर ही बीज निगम से हटाकर आर्काइव्स डिपार्टमेंट के सचिव का जिम्मा सौंपा गया है। कारण नहीं बताया गया। उनके ट्रांसफर का कभी कोई ठोस कारण बताया ही नहीं जाता।
खेमका इसको अजीब नहीं मानते। उनके भीतर का बागी सिस्टम में हो रहे गलत काम के खिलाफ खड़ा हो जाता है। वे इसी को इस सबकी वजह मानते हैं।
वे कहते हैं, 'जिस समय मैं जवान हो रहा था अमिताभ बच्चन की जंजीर, दीवार और काला पत्थर जैसी फिल्में युवाओं को आक्रोशित कर रही थीं।
मैं भी चाहता था कि कुछ गलत हो रहा हो तो आवाज उठानी चाहिए। जंजीर में अमिताभ के 'एंग्री यंगमैन' कैरेक्टर ने मुझे बेहद प्रभावित किया। नाना पाटेकर के रोल भी मुझे पसंद आए।'