Thursday, June 11, 2015

सर दर्द ,रुसी और बदहजमी दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय

परम पूजय स्वामी चिन्मयानन्द जी महाराज ने आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों के उपयोग पर जोर देते हुए कहा के हमें अपने जीवन में आयुर्वेदिक के महत्व को समजना चाहिए ! स्वामी जी ने कहा के रोजमर्रा के जीवन में उपयोग के लिए और शरीर को निरोग रखने के लिए कुदरत ने हमें करोड़ो जड़ी बूटिया और पेड़ पोदे दिए है जिसके उपयोग से हम अपने शरीर को निरोग रख सकते है  स्वामी जी ने कहा के सर के दर्द से लाखो लोग परेशान रहते है और अंग्रेजी दवाये खा खा कर कई और रोगो  को  न्योता देते है जब के देसी नुक्सो से सर दर्द को हमेशा हमेशा के लिए दूर किया जा सकता है !

१. तेज़ पत्ती की काली चाय में निम्बू का रस निचोड़ कर पीने से सर दर्द में अत्यधिक लाभ होता है.
२ .नारियल पानी में या चावल धुले पानी में सौंठ पावडर का लेप बनाकर उसे सर पर लेप करने भी सर दर्द में आराम पहुंचेगा.
३. सफ़ेद चन्दन पावडर को चावल धुले पानी में घिसकर उसका लेप लगाने से भी फायेदा होगा.
४. सफ़ेद सूती का कपडा पानी में भिगोकर माथे पर रखने से भी आराम मिलता है.
५. लहसुन पानी में पीसकर उसका लेप भी सर दर्द में आरामदायक होता है.
६. लाल तुलसी के पत्तों को कुचल कर उसका रस दिन में माथे पर २ , ३ बार लगाने से भी दर्द में राहत देगा.
७. चावल धुले पानी में जायेफल घिसकर उसका लेप लगाने से भी सर दर्द में आराम देगा.
८. हरा धनिया कुचलकर उसका लेप लगाने से भी बहुत आराम मिलेगा.
९ .सफ़ेद  सूती कपडे को सिरके में भिगोकर माथे पर रखने से भी दर्द में राहत मिलेगी.
परम पूजय महाराज स्वामी चिन्मयानन्द  जी ने कहा के आजकल महिलाये और पुरष बालो की रुसी से बहुत परेशान रहते है जिसको बड़ी आसानी से ठीक किया जा सकता है 
१. नारियल के तेल में निम्बू का रस पकाकर रोजाना सर की मालिश करें.
२. पानी में भीगी मूंग को पीसकर नहाते समय शेम्पू की जगह प्रयोग करें.
३. मूंग पावडर में दही मिक्स करके सर पर एक घंटा लगाकर धो दें.
४ रीठा पानी में मसलकर उससे सर धोएं.
५. मछली, मीट अर्थात nonveg त्यागकर केवल पूर्ण शाकाहारी भोजन का प्रयोग भी आपकी सर की रूसी दूर करने में सहायक होगा.
परम पूजय महाराज स्वामी चिन्मयानन्द  जी ने कहा के आजकल बदहजमी और गैस  से लोग  बहुत परेशान रहते है जिसको बड़ी आसानी से ठीक किया जा सकता है 
१. भोजन हमेशा समय पर करें.
२. प्रतिदिन सुबह देसी शहद में निम्बू रस मिलाकर चाट लें.
३. हींग, लहसुन, चद गुप्पा ये तीनो बूटियाँ पीसकर गोली बनाकर छाँव में सुखा लें, व् प्रतिदिन एक गोली खाएं.
४. भोजन के समय सादे पानी के बजाये अजवायन का उबला पानी प्रयोग करें.
५. लहसुन, जीरा १० ग्राम घी में भुनकर भोजन से पहले खाएं.
६. सौंठ पावडर शहद ये गर्म पानी से खाएं.
७. लौंग का उबला पानी रोजाना पियें.
 ८. जीरा, सौंफ, अजवायन इनको सुखाकर पावडर बना लें,शहद के साथ भोजन से पहले प्रयोग करें.

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