आज दोस्तों मन बाड़ा उदास है क्यों के संगरूर दे लोका ने अपनी आदात अनुसार एक वार फेर संगरूर लोकसभा हलके तो एक दरवेश पुरष स सुखदेव सिंह ढींडसा नु हरा दिया है और आम आदमी पार्टी के (खास ) स्टार उमीदवार स भगवंत मान को एक बाड़ी लीड से जीता कर लोकसभा में भेज दिया है
विधान सभा बरनाला और लोकसभा संगरूर दे लोक पता नहीं क्यों हमेशा सारे देश तो वखरा ही फैसला करते है ,ते फेर कहते है के संगरूर पिछड़ा हुआ है ! भाई वोट डालते समय देखना चाहिए के केंद्र में किसकी सरकार आ रही है और कौन केंद्र में मिनिस्टर बन कर हलके का विकास कर सकता है !
हालाकि स मान एक अच्छे हास्य कलाकार के साथ साथ एक अच्छे इंसान भी है परन्तु विपक्ष में बैठ कर हलके के विकास में क्या योगदान डाल सकते है ये आप सब अच्छी तरह जानते है ! स भगवंत मान के मुताबिक वो हलके के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे !परन्तु सरकार में रह कर जो विकास किया जा सकता है वो विपक्ष में बैठकर नहीं हो सकता !
श्री विजेंदर सिंगला की उदाहरण आपके सामने है !
मुझे लगता है आज के समीकरण में संगरूर के लिए स ढींडसा का जीतना ज्यादा फायदेमंद रहता ! स ढींडसा को हार जीत से ज्यादा अंतर नहीं पड़ा होगा क्यों के वो राज्यसभा से पहले ही मेंबर है ! अब् अगर उन्हें सेंटर में मिनिस्टर नहीं लेंगे तो भी कम से कम किसी अच्छी स्टेट का गवर्नर बना कर भेज दिया जायेगा !परन्तु हलके का जो विकास वोह मिनिस्टर रहते हुए करवा सकते थे ! वैसा विकास अब करवाना संभव नहीं हो सकता !
स ढींडसा की हार के लिए जहा पर मेरे हलके के लोगो का हाथ हो सकता है वाही पर स ढींडसा के साथी भी अपनी जिमेवारी से इंकार नहीं कर सकते !
नए लोगो का पार्टी में आना भी पुराने साथिओ नागवार गुजरा लग रहा है !
कुश पार्टी के अपने साथिओ के अनुसार स ढींडसा को जबरदस्ती चुनाव लड़ाया गया और ऐसा माहोल बना दिया के चुनाव जितना मुश्किल हो जाये ! अगर स ढींडसा चुनाव न लड़ते तो राज्यसभा में होने के कारन वो केंद्र में एक बड़े महकमे के मिनिस्टर होते !अब स ढींडसा के चुनाव हरने से संगरूर के साथ लगती बठिंडा सीट से जीते उमेदवार बीबा हरसिमरत कौर बादल की केंदर में दावेदारी मजबूत हो गयी है !
विधान सभा बरनाला और लोकसभा संगरूर दे लोक पता नहीं क्यों हमेशा सारे देश तो वखरा ही फैसला करते है ,ते फेर कहते है के संगरूर पिछड़ा हुआ है ! भाई वोट डालते समय देखना चाहिए के केंद्र में किसकी सरकार आ रही है और कौन केंद्र में मिनिस्टर बन कर हलके का विकास कर सकता है !
हालाकि स मान एक अच्छे हास्य कलाकार के साथ साथ एक अच्छे इंसान भी है परन्तु विपक्ष में बैठ कर हलके के विकास में क्या योगदान डाल सकते है ये आप सब अच्छी तरह जानते है ! स भगवंत मान के मुताबिक वो हलके के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे !परन्तु सरकार में रह कर जो विकास किया जा सकता है वो विपक्ष में बैठकर नहीं हो सकता !
श्री विजेंदर सिंगला की उदाहरण आपके सामने है !
मुझे लगता है आज के समीकरण में संगरूर के लिए स ढींडसा का जीतना ज्यादा फायदेमंद रहता ! स ढींडसा को हार जीत से ज्यादा अंतर नहीं पड़ा होगा क्यों के वो राज्यसभा से पहले ही मेंबर है ! अब् अगर उन्हें सेंटर में मिनिस्टर नहीं लेंगे तो भी कम से कम किसी अच्छी स्टेट का गवर्नर बना कर भेज दिया जायेगा !परन्तु हलके का जो विकास वोह मिनिस्टर रहते हुए करवा सकते थे ! वैसा विकास अब करवाना संभव नहीं हो सकता !
स ढींडसा की हार के लिए जहा पर मेरे हलके के लोगो का हाथ हो सकता है वाही पर स ढींडसा के साथी भी अपनी जिमेवारी से इंकार नहीं कर सकते !
नए लोगो का पार्टी में आना भी पुराने साथिओ नागवार गुजरा लग रहा है !
कुश पार्टी के अपने साथिओ के अनुसार स ढींडसा को जबरदस्ती चुनाव लड़ाया गया और ऐसा माहोल बना दिया के चुनाव जितना मुश्किल हो जाये ! अगर स ढींडसा चुनाव न लड़ते तो राज्यसभा में होने के कारन वो केंद्र में एक बड़े महकमे के मिनिस्टर होते !अब स ढींडसा के चुनाव हरने से संगरूर के साथ लगती बठिंडा सीट से जीते उमेदवार बीबा हरसिमरत कौर बादल की केंदर में दावेदारी मजबूत हो गयी है !