नई दिल्ली
अटल बिहारी वाजपेयी की तर्ज पर नरेंद्र मोदी भी पीएम और एनडीए चेयरमैन, दोनों पद संभाल सकते हैं। बीजेपी सूत्रों ने बताया कि एनडीए के कार्यकारी अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी को यह संदेश दिया गया है कि मोदी प्रधानमंत्री के साथ गठबंधन के भी बॉस होंगे, ताकि सरकार और गठबंधन का काम सुचारू रूप से चलता रहे।
इससे मोदी को सरकार और बीजेपी, दोनों जगहों पर कंट्रोल करने में सहूलियत होगी। बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी सरकार में शामिल होने को इच्छुक हैं। इसका मतलब यह है कि मोदी अपनी चॉइस के शख्स को पार्टी का अगला अध्यक्ष बना सकते हैं।
लोकसभा में 282 सीटों के साथ बीजेपी बहुमत में है, लिहाजा एनडीए के सहयोगी सरकार के लिए मुश्किलें नहीं खड़ी कर सकते। वाजपेयी और उनकी टीम को जयललिता जैसी सहयोगी के रवैये से मुश्किल झेलनी पड़ी थी।
सूत्रों के मुताबिक, आडवाणी अगले लोकसभा स्पीकर हो सकते हैं। बीजेपी के एक सीनियर नेता ने बताया, 'एनडीए सरकार में वह मोदी के अंदर काम नहीं कर सकते हैं और उन्हें एनडीए चेयरमैन का पद छोड़ना होगा। उनके लोकसभा अध्यक्ष बनने की संभावना है।'
पार्टी सूत्रों ने बताया कि आडवाणी राष्ट्रपति भवन में पद खाली होने तक स्पीकर बने रह सकते हैं। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का टर्म 2017 में पूरा हो रहा है। हालांकि, तब तक आडवाणी 90 साल के हो चुके होंगे।
इस बीच, राजधानी में रविवार को पार्टी के कुछ नेताओं ने मोदी से मुलाकात की, जो शनिवार शाम वाराणसी से दिल्ली लौटे थे। इस मुलाकात में कैबिनेट के गठन के अलावा बिहार में सीएम नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद बदले घटनाक्रम पर चर्चा हुई। बिहार के बीजेपी प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और मोदी के खास अमित शाह ने भी गुजरात भवन में मोदी से मुलाकात की। बीजेपी के एक और जनरल सेक्रेटरी जे पी नड्डा भी मोदी से मिले। बीजेपी के अध्यक्ष पद की दावेदारी में उनके नाम की भी चर्चा है।
पार्टी के सीनियर नेता अरुण जेटली ने भी रविवार दोपहर में मोदी से मुलाकात की। राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे, अनंत कुमार और बी एस येदियुरप्पा भी मोदी से मिले। अनंत कुमार और येदियुरप्पा भी मोदी सरकार का हिस्सा हो सकते हैं। इसके अलावा, नेशनल पीपल्स पार्टी के चीफ पी ए संगमा, एलजीपी चीफ रामविलास पासवान भी मोदी से मिले।
अटल बिहारी वाजपेयी की तर्ज पर नरेंद्र मोदी भी पीएम और एनडीए चेयरमैन, दोनों पद संभाल सकते हैं। बीजेपी सूत्रों ने बताया कि एनडीए के कार्यकारी अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी को यह संदेश दिया गया है कि मोदी प्रधानमंत्री के साथ गठबंधन के भी बॉस होंगे, ताकि सरकार और गठबंधन का काम सुचारू रूप से चलता रहे।
इससे मोदी को सरकार और बीजेपी, दोनों जगहों पर कंट्रोल करने में सहूलियत होगी। बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी सरकार में शामिल होने को इच्छुक हैं। इसका मतलब यह है कि मोदी अपनी चॉइस के शख्स को पार्टी का अगला अध्यक्ष बना सकते हैं।
लोकसभा में 282 सीटों के साथ बीजेपी बहुमत में है, लिहाजा एनडीए के सहयोगी सरकार के लिए मुश्किलें नहीं खड़ी कर सकते। वाजपेयी और उनकी टीम को जयललिता जैसी सहयोगी के रवैये से मुश्किल झेलनी पड़ी थी।
सूत्रों के मुताबिक, आडवाणी अगले लोकसभा स्पीकर हो सकते हैं। बीजेपी के एक सीनियर नेता ने बताया, 'एनडीए सरकार में वह मोदी के अंदर काम नहीं कर सकते हैं और उन्हें एनडीए चेयरमैन का पद छोड़ना होगा। उनके लोकसभा अध्यक्ष बनने की संभावना है।'
पार्टी सूत्रों ने बताया कि आडवाणी राष्ट्रपति भवन में पद खाली होने तक स्पीकर बने रह सकते हैं। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का टर्म 2017 में पूरा हो रहा है। हालांकि, तब तक आडवाणी 90 साल के हो चुके होंगे।
इस बीच, राजधानी में रविवार को पार्टी के कुछ नेताओं ने मोदी से मुलाकात की, जो शनिवार शाम वाराणसी से दिल्ली लौटे थे। इस मुलाकात में कैबिनेट के गठन के अलावा बिहार में सीएम नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद बदले घटनाक्रम पर चर्चा हुई। बिहार के बीजेपी प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और मोदी के खास अमित शाह ने भी गुजरात भवन में मोदी से मुलाकात की। बीजेपी के एक और जनरल सेक्रेटरी जे पी नड्डा भी मोदी से मिले। बीजेपी के अध्यक्ष पद की दावेदारी में उनके नाम की भी चर्चा है।
पार्टी के सीनियर नेता अरुण जेटली ने भी रविवार दोपहर में मोदी से मुलाकात की। राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे, अनंत कुमार और बी एस येदियुरप्पा भी मोदी से मिले। अनंत कुमार और येदियुरप्पा भी मोदी सरकार का हिस्सा हो सकते हैं। इसके अलावा, नेशनल पीपल्स पार्टी के चीफ पी ए संगमा, एलजीपी चीफ रामविलास पासवान भी मोदी से मिले।