Tuesday, July 20, 2010

बीच शहर में चल रहा था नकली थाना और अदालत

चेन्‍नई. भारत में आजकल हर ओर नक्‍कालों की पोल खोल रही है। इस कड़ी में चेन्‍नई में जो मामला सामने आया है, वह अद्भुत है। यहां तो नक्‍काल नकली थाना और अदालत चला रहे थे! वह भी बीच शहर में!

इस थाने और अदालत की कमान नक्‍कालों के शातिर गिरोह के हाथ में थी। भोले-भाले लोग न्‍याय पाने की आस में यहां पहुंचते थे और नक्‍काल उन्‍हें शिकार बनाते थे। पीडि़तों की मदद के नाम पर यह गिरोह दूसरी पार्टी से पुलिस और कानूनी कार्रवाई की धौंस देकर रकम वसूलने का काम करता था। इस गिरोह ने सीधे-सादे लोगों को मूर्ख बनाने के लिए बाकायदा ‘पुलिस इंस्‍पेक्‍टर’ और ‘जज’ नियुक्‍त कर रखा था।
गिरोह का पर्दाफाश तब हुआ जब इसके दो सदस्‍य पुलिस के हत्‍थे चढ़ गए। बाकी 10 ठग फरार हो गए।
चेन्‍नई पुलिस के अतिरिकत पुलिस कमिश्‍नर शकील अख्‍तर का कहना है कि लालच में आकर लोग ऐसा करते हैं, लेकिन जब भी हमारी जानकारी में ऐसा मामला आता है, हम कार्रवाई करते हैं।
पुलिस इस मामले में सफाई देने में जुटी है, वहीं नेता इस मामले को भुनाने और सत्‍तारूढ़ दल पर आरोप लगाने में जुट गए हैं। एआईएडीएमके प्रमुख जयललिता ने कहा है कि एक परिवार हम सबको मूर्ख बना रहा है। दूसरी ओर, मुख्‍यमंत्री एम. करुणानिधि ने कहा है कि हम जांच के लिए कमेटी का गठन कर रहे हैं और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
हाल में राज्‍य में नकली दवाइयों, नकली खाद्यान्‍न और नकली मार्कशीट घोटाला उजागर हुआ था। यही नहीं, पिछले कुछ दिनों में देश के कई हिस्‍सों से नकली सामान बरामद होने की खबरें आ रही हैं। राजधानी दिल्‍ली और पटना में नकली कोल्‍ड ड्रिंक बनाने की फैक्‍ट्री पकड़ी गई, तो दिल्‍ली से सटे नोएडा में एक असली मसाला कंपनी में नकली माल तैयार किया जा रहा था। जयपुर में तमाम बड़े ब्रांड के कॉस्‍मैटिक सामान बरामद किए गए तो उत्‍तर प्रदेश में हजारों लीटर नकली दूध पकड़ा गया। यहां तक कि नकली एसीटॉसीन इंजेक्‍शन की भारी मात्रा भी बरामद की गई। यह इंजेक्‍शन मवेशियों को दिया जाता है, ताकि वे ज्‍यादा दूध दें। फल-सब्जियों को बड़ा करने के लिए भी इस इंजेक्‍शन का इस्‍तेमाल किया जाता है। भारत में नकली सामान का कारोबार कितना बड़ा है, इसका ठीक-ठीक अंदाज लगाना भी मुश्किल है।

...ये भी नकली
नकली मार्कशीट: हाल ही में तमिलनाडु के अन्‍ना यूनिवर्सिटी ने अधिकारियों ने कई जाली मार्कशीट पकड़े। इसके बाद चेन्‍नई पुलिस के पास नकली मार्कशीट जारी किए जाने से संबंधित शिकायतों की भरमार होने लगी। कुछ ही दिनों में ऐसी 25 शिकायतें पुलिस के पास आ गईं। तमिलनाडु में इंजीनियरिंग कोर्स में दाखिले के लिए जाली अंकपत्र बनवाने का धंधा खूब जोर पकड़ चुका है।

नकली उल्‍फा वाले: असम में कुछ शातिर दिमाग अपराधियों ने उल्‍फा आतंकियों के नाम पर उगाही शुरू की है। ये अपराधी उगाही के लिए चिट्ठी के साथ गोलियां भी भेजते हैं, ताकि ऐसा लगे कि नोट उल्‍फा की ओर से ही मांगे जा रहे हैं। उल्‍फा ने पहले ही पुलिस की नाक में दम कर रखा है और अब ‘नकली उल्‍फा’ वालों ने पुलिस-प्रशासन की परेशानी और बढ़ा दी है

Uploads by drrakeshpunj

Popular Posts

Search This Blog

Popular Posts

followers

style="border:0px;" alt="web tracker"/>