Monday, August 31, 2015

सिगरेट से ज्यादा खतरनाक अगरबत्ती का धुंआ

लंदन। एशिया के मंदिरों से लेकर पश्चिम में हिप्पियों के ठिकानों तक धूप पूरी दुनिया में जलाई जाती है। मगर, इन सुगंधित अगरबत्तियों और धूप बत्तियों से निकलने वाला धुंआ शरीर की कोशिकाओं के लिए सिगरेट के धुंए से अधिक जहरीला साबित होता है।
शोधकर्ताओं ने सिगरेट के धुंए की अगरबत्ती के धुंए से तुलना की और पाया कि अगरबत्ती का धुंआ कोशिकाओं में जेनेटिक म्यूटेशन करता है। इससे कोशिकाओं के डीएनए में बदलाव होता है, जिससे वैंâसर होने का खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञों को उम्मीद है कि इस अध्ययन के बाद धूप उत्पादों का मूल्यांकन किया जाएगा।
ब्रिटिश लंग फाउंडेशन के मेडिकल एडवाइजर डॉक्टर निक रॉबिन्सन ने अध्ययन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि धूप के धुंए सहित कई प्रकार के धुंए जहरीले हो सकते हैं। हालांकि, उन्होंने बताया कि यह शोध छोटे आकार में चूहों पर किया गया था। ऐसे में स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में कोई ठोस निष्कर्ष नहीं दिया जा सकता। शोध के नतीजों के आधार पर पेâफड़ों की बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए यह अच्छा होगा कि वह धूप के धुंए से बचें।बांस से बनी अगरबत्ती जलने के बाद हवा में र्पािटकल्स रिलीज करती है, जो सांस के साथ पेâफडों में जाकर अटक जाते हैं। अभी तक धूपबत्ती को वायु प्रदूषण के स्रोत के रूप में मानते हुए अधिक शोधकार्य नहीं हुआ था।गरबत्ती और धूपबत्ती को पेâफड़ों के वैंâसर, ब्रेन टयूमर और बच्चों के ल्यूकेमिया के विकास के साथ जोड़ा जा रहा है।
शोधकर्ताओं ने बताया कि अगरबत्ती के धुंए में अल्ट्राफाइन और फाइन र्पािटकल्स मौजूद थे। ये सांस के साथ आसानी से शरीर के अंदर पहुंच जाते हैं और स्वास्थ्य पर बुरा असर डालते हैं।

Uploads by drrakeshpunj

Popular Posts

Search This Blog

Popular Posts

followers

style="border:0px;" alt="web tracker"/>