जालंधर. सोशल मीडिया की शरारत ने क्रिकेटर हरभजन सिंह को एसएसपी
बरनाला बना डाला। सच्चाई यह है कि वह तो पंजाब पुलिस के मुलाजिम भी नहीं
हैं। भज्जी के एक दोस्त ने उनकी एक फोटो ब्लैकबैरी मैसेन्जर पर लगाई थी। इस
पर लिखा गया 'माय फस्र्ट डे एट ऑफिस-भज्जीÓ। जहां से ये फोटो सोशल साइट पर
चली गई। इसके बाद पूरे देश में यह बात फैल गई कि हरभजन सिंह को डीएसपी से
बरनाला का एसएसपी बना दिया गया है।
हरभजन सिंह ने इस बात से इनकार किया है। सोशल मीडिया के जरिए फैली खबर ने हरभजन सिंह को भी परेशान कर डाला। वह खुद भी दिनभर मुबारकबाद के फोन सुन-सुनकर परेशान रहे। दैनिक भास्कर को भज्जी ने बताया कि फोटो फिल्म की शूटिंग दौरान खिंचवाई थी, लेकिन लोगों ने इसे मनमानी कहानी बना दिया। एसएसपी बनने की अफवाह है।
भज्जी को कई बार दिया डीएसपी बनने का मौका
चंडीगढ़. पंजाब पुलिस ने भज्जी को डीएसपी पद ऑफर किए जाने के बाद तीन बार ज्वाइन करने को कहा। यह ऑफर खुद उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने दिया था। लेकिन उन्होंने यह ठुकरा दिया। सात महीने पहले भी भज्जी को डीजीपी कार्यालय ने डीएसपी पद ज्वाइन करने का न्योता दिया लेकिन वे फिर भी वह नहीं आए। आईजी हैडक्वार्टर अर्पित शुक्ला ने बताया कि पंजाब पुलिस द्वारा मौका दिए जाने के बाद वे नहीं आए। अब यह अवसर खो चुके है और विभाग ने पत्र व्यवहार बंद कर दिया है।
हरभजन सिंह ने इस बात से इनकार किया है। सोशल मीडिया के जरिए फैली खबर ने हरभजन सिंह को भी परेशान कर डाला। वह खुद भी दिनभर मुबारकबाद के फोन सुन-सुनकर परेशान रहे। दैनिक भास्कर को भज्जी ने बताया कि फोटो फिल्म की शूटिंग दौरान खिंचवाई थी, लेकिन लोगों ने इसे मनमानी कहानी बना दिया। एसएसपी बनने की अफवाह है।
भज्जी को कई बार दिया डीएसपी बनने का मौका
चंडीगढ़. पंजाब पुलिस ने भज्जी को डीएसपी पद ऑफर किए जाने के बाद तीन बार ज्वाइन करने को कहा। यह ऑफर खुद उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने दिया था। लेकिन उन्होंने यह ठुकरा दिया। सात महीने पहले भी भज्जी को डीजीपी कार्यालय ने डीएसपी पद ज्वाइन करने का न्योता दिया लेकिन वे फिर भी वह नहीं आए। आईजी हैडक्वार्टर अर्पित शुक्ला ने बताया कि पंजाब पुलिस द्वारा मौका दिए जाने के बाद वे नहीं आए। अब यह अवसर खो चुके है और विभाग ने पत्र व्यवहार बंद कर दिया है।