लुधियाना. ग्रेटर
लुधियाना एरिया डेवलेपमेंट अथॉरिटी (गलाडा) के अधिकारियों ने अवैध कॉलोनी
काटने वाले कॉलोनाइजर के बजाए बुलारा गांव के तीन किसानों पर एफआईआर दर्ज
कराई है। ये किसान एक ही घर के हैं, इसमें दो सगे भाई तो तीसरा उन्हीं का
भतीजा है। इन तीनों किसानों ने दलविंदर सिंह को 6 माह पहले अपने खेत में से
1 कनाल 14 मरले जमीन बेची थी। जमीन भले ही दलजिंदर सिंह को बेच दी गई है,
लेकिन रेवेन्यु रिकॉर्ड में अभी उक्त किसानों का नाम ही दर्ज है।
दलविंदर सिंह इस जमीन पर कॉलोनी काट कर लोगों को गलाडा एप्रूव्ड इसे बता कर प्लॉट बेचने का प्रयास कर रहा है। जबकि कानूनी पचड़े में अब किसानों को फंसना पड़ रहा है। इसका खुलासा सदर थाने में दर्ज की गई एफआईआर से हुई है। बुलारा के महिंदर सिंह, कंडा सिंह, गुरप्रीत सिंह और बलविंदर सिंह को कॉलोनाइजर बता कर गलाडा के एसीए ने एफआईआर दर्ज कराई है।
दलविंदर की जगह बलविंदर पर केस
सदर पुलिस ने कॉलोनाइजर दलविंदर सिंह की जगह बलविंदर सिंह के नाम पर एफआईआर दर्ज की है। जमीन बेचने वाले महिंदर सिंह ने बताया कि कॉलोनाइजर का नाम दलविंदर सिंह है।
दलविंदर सिंह इस जमीन पर कॉलोनी काट कर लोगों को गलाडा एप्रूव्ड इसे बता कर प्लॉट बेचने का प्रयास कर रहा है। जबकि कानूनी पचड़े में अब किसानों को फंसना पड़ रहा है। इसका खुलासा सदर थाने में दर्ज की गई एफआईआर से हुई है। बुलारा के महिंदर सिंह, कंडा सिंह, गुरप्रीत सिंह और बलविंदर सिंह को कॉलोनाइजर बता कर गलाडा के एसीए ने एफआईआर दर्ज कराई है।
दलविंदर की जगह बलविंदर पर केस
सदर पुलिस ने कॉलोनाइजर दलविंदर सिंह की जगह बलविंदर सिंह के नाम पर एफआईआर दर्ज की है। जमीन बेचने वाले महिंदर सिंह ने बताया कि कॉलोनाइजर का नाम दलविंदर सिंह है।