तरनतारनफूड सप्लाई विभाग ने शनिवार को एक ही फर्म के दो फिलिंग स्टेशनों के यूनिटों को सील कर पेट्रोल बिक्री पर रोक लगा दी। वहीं थाना पट्टी में दोनों पेट्रोल पंपों के मालिकों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। एसएसपी मनमिंदर सिंह ने बताया कि पंप मालिकों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है।
जानकारी के अनुसार कोट बुड्ढा स्थित सहदेव फिलिंग स्टेशन पर गत दिवस एफएसओ बसंत सिंह ने विभागीय टीम के साथ दबिश दी। इस दौरान पाया गया कि यहां न तो रेट चार्ट लगा और न ही पैट्रोल-डीजल और लुबरीकेंट के रेट कहीं लिखे गए थे। यही नहीं स्टाक रजिस्टर और डेनसिटी रजिस्टर भी तसदीक नहीं पाए गए। डेनसिटी रजिस्टर 11 मई 2012 तक ही भरा गया था। इसमें 12 मई का रिकार्ड मेनटेन नहीं किया गया था। ड्यूल पंप में पैट्रोल की 30 और डीजल 50 एमएल डिलिवरी कम थी। बकाया डीजल 11497 लीटर दर्शाया गया था, जबकि प्राप्ति कोई थी ही नहीं। इसी तरह 601 लीटर डीजल कम था। डीलरशिप कंपनी और सेल स्टोर का रिकार्ड में कोई सबूत भी नहीं पाया गया। डीजल का एक यूनिट वर्किग हालत में नहीं था, जिसकी कंपनी को सूचना नहीं थी। पंप मालिक गुरजीत सिंह निवासी पट्टी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गयाहै।
गोबिंद फिलिंग स्टेशन का भी यही हाल
गांव भंगाला के गोबिंद फिलिंग स्टेशन पर भी कई भारी खामियां पाई गई। इसलिए विभाग ने पंप के यूनिट सील कर दिया। इस पंप का मालिक कोई और नहीं, बल्कि कोट बुड्ढा स्थित पंप के मालिक गुरजीत सिंह के पिता कुलवंत सिंह ही हैं, जिनके खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया गया है।
झूठे मामले दर्ज करवाए
पंप मालिक कुलवंत सिंह व गुरजीत सिंह का कहना है कि उन्हें राजनीतिक दबाव के चलते झूठे मामले में फंसाया गया है। चुनाव के दौरान कांग्रेस की सहायता करने की सजा धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर दी गई है।