खालड़ा. गांव नारला में 29 अप्रैल को फिरौती के लिए किए गए लवजीत के अपहरण के मात्र तीन घंटे बाद ही मुख्य आरोपी लखविंदर सिंह लक्खा ने किशोर की हत्या कर दी थी। यह खुलासा सोमवार को भिखीविंड के डीएसपी दिलबाग सिंह ने कस्बा खालड़ा में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में लक्खा की आधिकारिक पुष्टि करने के बाद दी।
उन्होंने बताया कि लवजीत अपहरण और हत्याकांड के मुख्य आरोपी व गांव अमीशाह में रहने वाले लक्खा को पुलिस ने गत दिवस गांव माड़ीमेघा में गिरफ्तार किया है। वह खालड़ा के एसएचओ कुलजीत सिंह की ओर से माड़ीमेघा के टी-प्वाइंट के पास की गई नाकेबंदी पर पुलिस के हत्थे चढ़ा। उन्होंने बताया कि लवजीत के मामा डा. सुदेश व लक्खा ने पैसों के लिए लवजीत को अगवा किया था। किशोर के पहचानने पर उन्होंने अपहरण के तीन घंटे बाद ही उसे मार डाला था। पुलिस ने डा. सुदेश को अगले ही दिन काबू कर लिया गया था।
कबूल किया जुर्म
प्रेस कान्फ्रेंस में लक्खा ने माना कि पहले वह पैसे मांगना चाहते थे, लेकिन बच्चे के पहचानने पर शराबी हालत में उसने गला दबाकर उसे मार डाला। डा. सुदेश ने उसके हाथ पकड़े थे। उसने शव को गांव गगोबूहा में मौसी की जमीन में लगे ट्यूबवैल पर रख दिया। इसे अंधेरा होने पर उन्होंने जमीन में दबा दिया था।
उन्होंने बताया कि लवजीत अपहरण और हत्याकांड के मुख्य आरोपी व गांव अमीशाह में रहने वाले लक्खा को पुलिस ने गत दिवस गांव माड़ीमेघा में गिरफ्तार किया है। वह खालड़ा के एसएचओ कुलजीत सिंह की ओर से माड़ीमेघा के टी-प्वाइंट के पास की गई नाकेबंदी पर पुलिस के हत्थे चढ़ा। उन्होंने बताया कि लवजीत के मामा डा. सुदेश व लक्खा ने पैसों के लिए लवजीत को अगवा किया था। किशोर के पहचानने पर उन्होंने अपहरण के तीन घंटे बाद ही उसे मार डाला था। पुलिस ने डा. सुदेश को अगले ही दिन काबू कर लिया गया था।
कबूल किया जुर्म
प्रेस कान्फ्रेंस में लक्खा ने माना कि पहले वह पैसे मांगना चाहते थे, लेकिन बच्चे के पहचानने पर शराबी हालत में उसने गला दबाकर उसे मार डाला। डा. सुदेश ने उसके हाथ पकड़े थे। उसने शव को गांव गगोबूहा में मौसी की जमीन में लगे ट्यूबवैल पर रख दिया। इसे अंधेरा होने पर उन्होंने जमीन में दबा दिया था।