लुधियाना. गुरदासपुर . गुरदासपुर के एक राईस मिल मालिक ने पनसप के कुछ कर्मचारियों से मिलीभगत करके विभाग को 14 करोड़ 86 लाख रुपए का चूना लगाया है। थाना सदर की पुलिस ने मिल मालिक व उसके बेटे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
उधर, विभाग ने जांच के बाद खुद पर्चा दर्ज करवाने वाले जिला मैनेजर (डीएम) व इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया है। मामले की उच्च स्तरीय जांच चल रही है। पनसप की ओर से हयात नगर स्थित पुष्प एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड को चावल तैयार करने के लिए तीन लाख दो हजार बोरियां धान की मिलिंग के लिए दी थीं। इसी दौरान विभाग को सूचना मिली कि मिल मालिक ने अपने स्तर पर चावल बेच दिया है।
मामले की जांच पनसप के जिला मैनेजर मंजीत सिंह ने की और जांच में पाया कि मिल से तीन लाख दो हजार धान की बोरियां गायब थीं। जिनकी कुल करीब 14 करोड़ 86 लाख रुपए बनती है। डीएम मंजीत सिंह ने मिल मालिक कमल किशोर व उसके बेटे रचित के खिलाफ थाना सदर गुरदासपुर में मामला दर्ज करवाया। इसके पश्चात चंडीगढ़ से जांच के लिए पहुंची टीम ने उक्त मामले की जांच व शिकायत करके पर्चा दर्ज करवाने वाले डीएम मंजीत सिंह व इंस्पेक्टर रण्ाविजय सिंह पर ही गाज गिराते हुए उन्हें निलंबित कर दिया। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि दोनों को किस कारण निलंबित किया गया है।
नुकसान की भरपाई का आश्वासन : पनसप के जिला मैनेजर मंजीत सिंह ने बताया कि चंडीगढ़ से आई टीम की जांच के दौरान 21 अगस्त को मिल मालिक ने लिखित हल्फिया बयान में आश्वासन दिया है कि वह नुकसान की भरपाई करेंगे। उन्हें किस कारण निलंबित किया गया है, जवाब में उन्होंने कहा कि क्योंकि जिले की जिम्मेदारी मुझ पर है। इसी कारण मुझे निलंबित किया गया है।
उधर, विभाग ने जांच के बाद खुद पर्चा दर्ज करवाने वाले जिला मैनेजर (डीएम) व इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया है। मामले की उच्च स्तरीय जांच चल रही है। पनसप की ओर से हयात नगर स्थित पुष्प एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड को चावल तैयार करने के लिए तीन लाख दो हजार बोरियां धान की मिलिंग के लिए दी थीं। इसी दौरान विभाग को सूचना मिली कि मिल मालिक ने अपने स्तर पर चावल बेच दिया है।
मामले की जांच पनसप के जिला मैनेजर मंजीत सिंह ने की और जांच में पाया कि मिल से तीन लाख दो हजार धान की बोरियां गायब थीं। जिनकी कुल करीब 14 करोड़ 86 लाख रुपए बनती है। डीएम मंजीत सिंह ने मिल मालिक कमल किशोर व उसके बेटे रचित के खिलाफ थाना सदर गुरदासपुर में मामला दर्ज करवाया। इसके पश्चात चंडीगढ़ से जांच के लिए पहुंची टीम ने उक्त मामले की जांच व शिकायत करके पर्चा दर्ज करवाने वाले डीएम मंजीत सिंह व इंस्पेक्टर रण्ाविजय सिंह पर ही गाज गिराते हुए उन्हें निलंबित कर दिया। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि दोनों को किस कारण निलंबित किया गया है।
नुकसान की भरपाई का आश्वासन : पनसप के जिला मैनेजर मंजीत सिंह ने बताया कि चंडीगढ़ से आई टीम की जांच के दौरान 21 अगस्त को मिल मालिक ने लिखित हल्फिया बयान में आश्वासन दिया है कि वह नुकसान की भरपाई करेंगे। उन्हें किस कारण निलंबित किया गया है, जवाब में उन्होंने कहा कि क्योंकि जिले की जिम्मेदारी मुझ पर है। इसी कारण मुझे निलंबित किया गया है।