Sunday, November 28, 2010

लोन दिलवाने का झांसा दे करोड़ों ठगे



< b>जालंधर . सीआईए स्टाफ ने लोन दिलवाने का झांसा देकर करोड़ो की ठगी करने के नेटवर्क को ब्रेक करने का दावा किया है। साथ ही सरगना सहित तीन आरोपियों को दबोचा भी है। आरोपी सरगना राकेश कुमार पुत्र यशपाल अरोड़ा निवासी नीला महल, शक्ति अरोड़ा उर्फ रॉकी पुत्र प्रदीप कुमार निवासी शहीद बाबू लाभ सिंह नगर, सन्नी महेंद्रू पुत्र विनोद कुमार निवासी धारीवाल (गुरदासपुर) के कब्जे से 438 फाइलें जब्त की हैं।

फरार आरोपी धर्मेद्र निवासी गांव खुंडा (गुरदासपुर) और विशाल पुत्र निर्मल कुमार निवासी गुरु गोबिंद सिंह एवेन्यू (जालंधर) की तलाश की जा रही है। थाना-2 में सभी के खिलाफ साजिश, जालसाजी व धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। पुलिस लाइन में एडीसीपी (क्राइम) राजपाल सिंह संधू ने पत्रकारों को बताया कि सीआईए स्टाफ के इंचार्ज सतीश मल्होत्रा ने गुप्त सूचना पर आरोपियों को कार सहित दबोच लिया।

एडीसीपी ने बताया कि गिरोह के सदस्य टॉवर लगाने का झांसा देकर भी ठगी कर चुके हैं। गिरोह अखबार में विज्ञापन देकर शिकार अपने जाल में फांसा करते थे। गिरोह ने नकोदर रोड पर सत्या फाइनांस, मिलाप चौक के पास कृष्णा फाइनांस, बस अड्डा के पास आस्था इंटरप्राइजेज, होशियारपुर में सूर्या फाइनांस, शिव शक्ति प्रॉपर्टी एंड फाइनांस, गंगा फाइनांस, एकुरेट फाइनांस के नाम पर फर्जी कंपनियां खोल रखी थी।

पकड़े गए सभी ठग अपराधी: एडीसीपी संधू ने बताया कि सरगना राकेश के खिलाफ जालंधर, लुधियाना, हरियाणा और कोटा में कुल 8 केस दर्ज है। रॉकी लूट केस में भगोड़ा था, जबकि सन्नी के खिलाफ अमृतसर पर केस दर्ज है।

अढ़ाई करोड़ का ठगी का आरोपी है सरगना : एडीसीपी ने बताया कि टॉवर लगवाने का झांसा देकर सरगना राकेश ने लोगों से करीब अढ़ाई करोड़ की ठगी की थी। लुधियाना पुलिस ने राकेश के नेटवर्क को ब्रेक कर राकेश को पकड़ लिया था। राकेश करीब तीन माह पहले ही जेल से जमानत पर रिहा हुआ था।

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