(09/11/11
रईया. बादल ने अपने हितों के लिए प्रदेश को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटकर सूबे से सूबी बना दिया है। प्रदेश की जनता अकाली-भाजपा की नीतियों से परेशान है। लोगों की परेशानियों से बेपरवाह बादल बाप-बेटा पंजाब को दोनों हाथों से लूटने में जुटे हुए है और हर विभाग में भ्रष्टाचार फैला है। यह आरोप पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने रईया में आयोजित पंजाब बचाओ यात्रा रैली को संबोधित करते कही।
कैप्टन ने कहा कि प्रदेश में 47 लाख युवा बेरोजगार हैं, जो नशे की दलदल में फंसते जा रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री बादल को इनकी कोई परवाह नहीं है, वह तो बठिंडा में कबड्डी मैच देखने में व्यस्त हैं। कैप्टन ने आरोप लगाया कि रेत, बजरी और शराब पर जहां बिक्रम मजीठिया का कब्जा है, वहीं, सुखबीर प्रदेश में केबल नेटवर्क पर कब्जा जमाकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहा है। बादल परिवार गुरु घर की गोलक लूटने में भी कोई कसर नहीं छोड़ रहा। कांग्रेस सरकार आने पर इनसे सभी हिसाब लिए जाएंगे।
उन्होंने वर्करों से चुनाव के लिए तैयार रहने की अपील की। पीपीसीसी प्रधान ने कहा कि सरकार की ओर से रखे जा रहे नींव-पत्थर केवल ड्रामेबाजी हैं। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्ठल ने कहा कि बादल सरकार की ओर से किए गए जुल्मों का पूरा हिसाब लिया जाएगा। बादल ने हमेशा सिखों की पीठ पर छुरा घोंपा है। अब तो अकालतख्त के जत्थेदार की पर्ची भी बादल की जेब से निकलती है, जो शर्मनाक बात है।
कैप्टन ने कहा कि प्रदेश में 47 लाख युवा बेरोजगार हैं, जो नशे की दलदल में फंसते जा रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री बादल को इनकी कोई परवाह नहीं है, वह तो बठिंडा में कबड्डी मैच देखने में व्यस्त हैं। कैप्टन ने आरोप लगाया कि रेत, बजरी और शराब पर जहां बिक्रम मजीठिया का कब्जा है, वहीं, सुखबीर प्रदेश में केबल नेटवर्क पर कब्जा जमाकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहा है। बादल परिवार गुरु घर की गोलक लूटने में भी कोई कसर नहीं छोड़ रहा। कांग्रेस सरकार आने पर इनसे सभी हिसाब लिए जाएंगे।
उन्होंने वर्करों से चुनाव के लिए तैयार रहने की अपील की। पीपीसीसी प्रधान ने कहा कि सरकार की ओर से रखे जा रहे नींव-पत्थर केवल ड्रामेबाजी हैं। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्ठल ने कहा कि बादल सरकार की ओर से किए गए जुल्मों का पूरा हिसाब लिया जाएगा। बादल ने हमेशा सिखों की पीठ पर छुरा घोंपा है। अब तो अकालतख्त के जत्थेदार की पर्ची भी बादल की जेब से निकलती है, जो शर्मनाक बात है।