कैथल . यदि आप हृष्ट पुष्ट रहने के लिए दूध या घी का सेवन कर रहे हैं तो सावधान हो जाइए! ये खाद्य पदार्थ आपके लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं। क्योंकि कैथल जिला में मिलावटी खाद्य पदार्थो का कारोबार चल रहा है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग पिछले वर्षो नकली दूध, पनीर, घी के दर्जनभर अड्डों का पर्दाफाश कर चुका है।
बावजूद इसके मिलावटखोर बाज नहीं आ रहे और मुनाफे के चक्कर में खाद्य पदार्थो में धड़ल्ले से मिलावट कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले छह वर्षो में खाद्य पदार्थो के 109 सेंपल फेल पाए गए हैं। इनमें 63 सेंपल तो दूध, घी, पनीर या इनसे संबंधित खाद्य पदार्थो के हैं। इससे जाहिर है कि शहर में बेखौफ हो चुके मिलावटखोरों का धंधा जोरों पर चल रहा है।
जोखिम में है जान
स्वास्थ्य विभाग ने पिछले छह वर्षो में खाद्य पदार्थो के 903 सेंपल लिए हैं। मिलावट होने के कारण 109 सेंपल फेल आए हैं। इनमें से 63 सेंपल मात्र दूध या इनसे बने खाद्य पदार्थो के हैं। हर व्यक्ति ह्रष्ट-पुष्ट रहने के लिए दूध का सेवन करता है। लेकिन जब दूध ही जहरीला होगा तो स्वास्थ्य के साथ जान भी जोखिम में रहेगी।
बावजूद इसके मिलावटखोर बाज नहीं आ रहे और मुनाफे के चक्कर में खाद्य पदार्थो में धड़ल्ले से मिलावट कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले छह वर्षो में खाद्य पदार्थो के 109 सेंपल फेल पाए गए हैं। इनमें 63 सेंपल तो दूध, घी, पनीर या इनसे संबंधित खाद्य पदार्थो के हैं। इससे जाहिर है कि शहर में बेखौफ हो चुके मिलावटखोरों का धंधा जोरों पर चल रहा है।
जोखिम में है जान
स्वास्थ्य विभाग ने पिछले छह वर्षो में खाद्य पदार्थो के 903 सेंपल लिए हैं। मिलावट होने के कारण 109 सेंपल फेल आए हैं। इनमें से 63 सेंपल मात्र दूध या इनसे बने खाद्य पदार्थो के हैं। हर व्यक्ति ह्रष्ट-पुष्ट रहने के लिए दूध का सेवन करता है। लेकिन जब दूध ही जहरीला होगा तो स्वास्थ्य के साथ जान भी जोखिम में रहेगी।