नई दिल्ली. पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली के मैच फिक्सिंग के शक से जुड़े बयान पर बीसीसीआई और खेल मंत्रालय आमने-सामने आ गए हैं। सरकार ने इस पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है तो बोर्ड ने कहा है कि इसे ज्यादा तूल नहीं दिया जाना चाहिए। कांग्रेस पार्टी ने भी अपने सांसद अजहर पर लगे आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है। आईसीसी के अध्यक्ष शरद पवार ने भी कांबली के आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है।
केंद्रीय खेल मंत्री अजय माकन ने आज कहा कि कांबली के आरोपों को हल्के में नहीं लिया जा सकता है, ऐसे में बीसीसीआई को इस मामले की जांच करानी चाहिए। लेकिन बीसीसीआई ने कांबली के आरोपों को नकराते हुए कहा है कि वो इस मामले को जरा भी महत्व नहीं देगा। बीसीसीआई के सीनियर अधिकारी राजीव शुक्ला ने कहा, 'अगर कांबली को कोई समस्या थी तो उन्हें उस समय बात करनी चाहिए थी, 15 साल बाद नहीं। हम इस तरह के आरोपों को ज्यादा महत्व नहीं देते हैं।'
वहीं कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने बतौर कप्तान अजहर के पहले फील्डिंग के फैसले का बचाव किया है। दिग्विजय ने ट्वीट कर कहा, ‘अजहर के खिलाफ कांबली के आरोप एकतरफा और बेबुनियाद हैं। आखिर कांबली ने यह बताने के लिए 15 साल तक इंतजार क्यों किया? अजहर एक महान क्रिकेटर और महान कप्तान रह चुके हैं और इन सबसे बढ़कर वो एक महान इंसान हैं।’
कांबली ने हाल में शक जाहिर किया कि 1996 विश्वकप के सेमीफाइनल मुकाबले में फिक्सिंग हुई थी। गौरतलब है कि अजहरुद्दीन की कप्तानी में कोलकाता के मशहूर ईडन गार्डन के मैदान पर खेले गए इस मैच में भारत बुरी तरह हार गया था। कांबली ने सवाल उठाया कि मैच से पहले तय था कि टॉस जीतने पर टीम बल्लेबाजी करेगी, लेकिन टॉस जीतने के बाद फील्डिंग का फैसला क्यों लिया गया?
'माकन का कड़ा रुख'
यहां एक समारोह में हिस्सा लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत में माकन ने कहा, 'जब टीम का कोई खिलाड़ी आरोप लगाता है, तो उसकी पूरी जांच होनी चाहिए। देश के लोगों को यह जानने का अधिकार है कि आखिर हुआ क्या था। खिलाड़ी के आरोप सही हों या गलत, लोगों को सच जानने का हक है।'
माकन ने कहा, 'इसकी पूरी जांच होनी चाहिए और यदि कुछ गलत हुआ है तो दोषियों को सजा दी जानी चाहिए।' उन्होंने कहा कि यदि बीसीसीआई कार्रवाई नहीं करता है, तो खेल मंत्रालय खुद जांच करेगा।
माकन ने कहा कि वह कांबली के दावों से दुखी हैं और यदि इनमें सच्चाई है तो यह क्रिकेट के लिये दुर्भाग्यपूर्ण है। माकन ने कहा, 'एक मंत्री के तौर पर ही नहीं बल्कि एक खेलप्रेमी के तौर पर भी मुझे यह सुनकर बुरा लगा। मैंने अपने कई कार्यक्रम रद्द करके वह मैच देखा था।' उन्होंने कहा, 'इसकी पूरी जांच जरूरी है। इसकी जड़ तक जाना चाहिए, ताकि सच का पता चल सके।'
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने अजहरुद्दीन को विनोद कांबली के आरोपों पर कड़े कदम उठाने की सलाह दी है। गांगुली ने कहा है कि यह अजहरुद्दीन पर निर्भर करता है कि वह क्या कदम उठाते हैं। अपना नाम इस विवाद से निकालने के लिए गांगुली ने कहा कि इस विवाद को लेकर बहुत सारी बातें उड़ रही हैं।
केंद्रीय खेल मंत्री अजय माकन ने आज कहा कि कांबली के आरोपों को हल्के में नहीं लिया जा सकता है, ऐसे में बीसीसीआई को इस मामले की जांच करानी चाहिए। लेकिन बीसीसीआई ने कांबली के आरोपों को नकराते हुए कहा है कि वो इस मामले को जरा भी महत्व नहीं देगा। बीसीसीआई के सीनियर अधिकारी राजीव शुक्ला ने कहा, 'अगर कांबली को कोई समस्या थी तो उन्हें उस समय बात करनी चाहिए थी, 15 साल बाद नहीं। हम इस तरह के आरोपों को ज्यादा महत्व नहीं देते हैं।'
वहीं कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने बतौर कप्तान अजहर के पहले फील्डिंग के फैसले का बचाव किया है। दिग्विजय ने ट्वीट कर कहा, ‘अजहर के खिलाफ कांबली के आरोप एकतरफा और बेबुनियाद हैं। आखिर कांबली ने यह बताने के लिए 15 साल तक इंतजार क्यों किया? अजहर एक महान क्रिकेटर और महान कप्तान रह चुके हैं और इन सबसे बढ़कर वो एक महान इंसान हैं।’
कांबली ने हाल में शक जाहिर किया कि 1996 विश्वकप के सेमीफाइनल मुकाबले में फिक्सिंग हुई थी। गौरतलब है कि अजहरुद्दीन की कप्तानी में कोलकाता के मशहूर ईडन गार्डन के मैदान पर खेले गए इस मैच में भारत बुरी तरह हार गया था। कांबली ने सवाल उठाया कि मैच से पहले तय था कि टॉस जीतने पर टीम बल्लेबाजी करेगी, लेकिन टॉस जीतने के बाद फील्डिंग का फैसला क्यों लिया गया?
'माकन का कड़ा रुख'
यहां एक समारोह में हिस्सा लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत में माकन ने कहा, 'जब टीम का कोई खिलाड़ी आरोप लगाता है, तो उसकी पूरी जांच होनी चाहिए। देश के लोगों को यह जानने का अधिकार है कि आखिर हुआ क्या था। खिलाड़ी के आरोप सही हों या गलत, लोगों को सच जानने का हक है।'
माकन ने कहा, 'इसकी पूरी जांच होनी चाहिए और यदि कुछ गलत हुआ है तो दोषियों को सजा दी जानी चाहिए।' उन्होंने कहा कि यदि बीसीसीआई कार्रवाई नहीं करता है, तो खेल मंत्रालय खुद जांच करेगा।
माकन ने कहा कि वह कांबली के दावों से दुखी हैं और यदि इनमें सच्चाई है तो यह क्रिकेट के लिये दुर्भाग्यपूर्ण है। माकन ने कहा, 'एक मंत्री के तौर पर ही नहीं बल्कि एक खेलप्रेमी के तौर पर भी मुझे यह सुनकर बुरा लगा। मैंने अपने कई कार्यक्रम रद्द करके वह मैच देखा था।' उन्होंने कहा, 'इसकी पूरी जांच जरूरी है। इसकी जड़ तक जाना चाहिए, ताकि सच का पता चल सके।'
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने अजहरुद्दीन को विनोद कांबली के आरोपों पर कड़े कदम उठाने की सलाह दी है। गांगुली ने कहा है कि यह अजहरुद्दीन पर निर्भर करता है कि वह क्या कदम उठाते हैं। अपना नाम इस विवाद से निकालने के लिए गांगुली ने कहा कि इस विवाद को लेकर बहुत सारी बातें उड़ रही हैं।