बठिंडा. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सत्ता के लिए वापस कांग्रेस में शामिल होकर सिख पंथ से धोखा किया है। वह जानते थे कि कांग्रेस 1984 में सिखों के कत्लेआम की जिम्मेदार है। ये आरोप सांसद हरसिमरत कौर बादल ने लगाए।
उन्होंने कहा कि एक सिख होने के नाते कैप्टन कांग्रेस पार्टी की उन बैठकों में कैसे शामिल होते रहे जिनमें सज्जन कुमार व टाइटलर शामिल होते थे। सांसद ने कहा कि 1984 मामला संसद में उठा तो कांग्रेस ने मानवता विरोधी काम करने वाले को सजा देने की बात की। अगले दिन ही टाइटलर को कांग्रेस सेवा दल का इंचार्ज बना दिया गया। कैप्टन या तो सज्जन व टाइटलर को फांसी की सजा दिलवाने की मांग करें या फिर खुद को सिखों का हितैषी बताना बंद करें।